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Jharkhand: सीएम हेमंत सोरेन अयोग्य ठहराए गए, चुनाव आयोग ने की थी सिफारिश
Jharkhand: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) को बड़ा झटका लगा है। लाभ के पद मामले में उन्हें विधायक पद के लिए अयोग्य ठहराया गया है।
Hemant Soren Disqualified: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren) को बड़ा झटका लगा है। लाभ के पद मामले में उन्हें विधायक पद के लिए अयोग्य ठहराया गया है। ऐसे में सोरेन को अब सीएम पद से इस्तीफा देना होगा। हालांकि, चुनाव आयोग (Election Commission) ने उनके दोबारा चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाई है।
बीते दो दिनों से राजधानी रांची में जारी सियासी गहमागहमी के बीच सत्ताधारी यूपीए गठबंधन अपने विधायकों को एकजुट रखने में जुटा हुआ है। गठबंधन के तीनों प्रमुख घटक दल लगातार विधायकों के संपर्क में हैं और उन्हें रांची में रहने के लिए कहा गया है। शाम को सीएम आवास पर विधायकों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया है।
आर-पार की लड़ाई के मूड में सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबियों का कहना है कि वो इतनी जल्दी हार नहीं मानने वाले हैं। वह पूरे दमखम के साथ लड़ेंगे। सीएम कार्यालय से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि, मुख्यमंत्री मानसिक तौर पर इसके लिए तैयार हैं। अगर एक विधायक के तौर पर उन्हें अयोग्य ठहराया जाता है तो वह फिर से निर्वाचित होने तक कार्यवाहक सीएम के रूप में पद पर बने रहेंगे। 6 महीने के अंदर दोबारा बरहेट सीट से विधानसभा उपचुनाव लड़कर विधायकी हासिल करेंगें। अगर उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाती है तो किसी नए चेहरे को आगे किया जाएगा और साथ ही फैसले को अदालत में चुनौती दी जाएगी।
झारखंड विधानसभा की स्थिति
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 41 सीटों की दरकार होती है। सत्ताधारी यूपीए गठबंधन जिसमें झामुमो, कांग्रेस, राजद और एनसीपी शामिल है, के पास 51 विधायकों का समर्थन है। इनमें 30 जेएमएम, 18 कांग्रेस, 1 राजद, 1 एनसीपी और एक माले के विधायक शामिल हैं। वहीं विपक्षी खेमे में बीजेपी के पास 26, आजसू के पास दो और एक निर्दलीय विधायक है।