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Hiring Boom in India: रोजगार के मोर्चे से सुखद खबर, नवंबर में कंपनियों ने की बंपर हायरिंग
Hiring Percent Increased in India: जॉबस्पीक इंडेक्स के मुताबिक, नवंबर महीने में भारतीय कंपनियों ने जमकर हायरिंग की है। यह पिछले महीने से 27 प्रतिशत अधिक है।
Hiring Increased in India: मौजूदा दौर में जॉब क्राइसिस किसी भी अर्थव्यवस्था के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। बेरोजगारी दर में इजाफे से लगभग दुनिया की तमाम अर्थव्यवस्थाएं परेशान है। दिग्गज टेक कंपनियों में छंटनी का दौर जारी है। भारत भी इस संकट से अछूता नहीं है। लेकिन नवंबर महीने में इस (रोजगार) मोर्चे से भारत को सुखद खबर मिली है। आमतौर पर फेस्टिव सीजन की समाप्ति के बाद कंपनियां में हाइरिंग की रफ्तार मंद पड़ जाती है। मगर इसबार ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला।
नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स के मुताबिक, नवंबर महीने में भारतीय कंपनियों ने जमकर हायरिंग की है। यह पिछले महीने से 27 प्रतिशत अधिक है और पिछले साल के मुकाबले ये बढोतरी 43 फीसदी अधिक है। जानकारों की मानें तो ये ट्रेंड जारी रह सकता है। कोविड के कारण बड़े पैमाने पर जॉब कट्स हुए थे। आज भी कई सेक्टर इससे पूरी तरह रिकवर नहीं कर पाए हैं।
इन सेक्टरों में हुई बंपर हायरिंग
जॉबस्पीक इंडेक्स के रिपोर्ट के मुताबिक, हायरिंग में बूम पैदा करने के पीछे कुछ सेक्टरों का खास योगदान है। बीमा क्षेत्र ने गुजरे माह में सबसे अधिक लोगों को रोजगार दिया है, इसके बाद बैंकिंक क्षेत्र का स्थान आता है। जहां 34 फीसदी लोगों को नौकरियां मिली हैं। कोरोना के आने से पहले ही मंदी की मार झेल रहे रियल एस्टेट सेक्टर में भी उछाल आया है। इस सेक्टर में 31 फीसदी की दर से हायरिंग बढ़ी है।
इसके बाद स्थान आता है, ऑयल सेक्टर का, जहां 24 प्रतिशत हायरिंग बढ़ी है। वहीं, कोविड के कारण सबसे अधिक प्रभावित होने वाले सेक्टरों में से एक ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी ने भी शानदार रिकवरी करते हुए 20 फीसदी लोगों को रोजगार दिया है। ऑटो सेक्टर में भी हायरिंग 14 प्रतिशत बढ़ी है।
हायरिंग में गिरावट वाले सेक्टर
कोरोना के दौरान सबसे अधिक लोगों को रोजगार का मौका देने वाला आईटी सेक्टर इन दिनों कठिन दौर से गुजर रहा है। इस सेक्टर ने किसी भी अन्य सेक्टर के मुकाबले ज्यादा और ऑकर्षक सैलरी वाले जॉब्स दिए। लेकिन वर्तमान में इसकी हायरिंग में 8 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। इसके बाद रिटेल सेक्टर का स्थान आता है, जहां हायरिंग 7 फीसदी तक घट चुकी है। वहीं, एजुकेशन सेक्टर में भी हायरिंग 6 प्रतिशत गिर चुकी है। नए-नए स्टार्टअप्स के हालात भी खराब हैं।
सबसे अधिक रोजगार देने वाला शहर
रोजगार देने के मामले में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली देश के अन्य महानगरों पर भारी है। इस रीजन में हायरिंग में 20 फीसदी का ग्रोथ दर्ज किया गया है। इसके बाद स्थान आता है मायानगरी मुंबई का, जहां 17 प्रतिशत हायरिंग हुई। वहीं, कोलकाता में 10 प्रतिशत और चेन्नई में 8 प्रतिशत हायरिंग बढ़ी है। नॉन – मेट्रो शहरों में अहमदाबाद 33 फीसदी हायरिंग के साथ शीर्ष पर है। रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनियों ने 12 साल से अधिक अनुभव रखने वाले उम्मीदवारों को ज्यादा तरजीह दी है। ऐसे उम्मीदवारों की नियुक्ति में 21 फीसदी का उछाल आया है।