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Karnataka: कर्नाटक में चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ीं, शिवकुमार को ED का नोटिस, बेटी की भी घेरेबंदी
Karnataka: शिवकुमार को ईडी की ओर से नोटिस जारी करते हुए 22 फरवरी को तलब किया गया है।
Karnataka: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रमुख नेता डीके शिवकुमार ईडी के निशाने पर आ गए हैं। कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष शिवकुमार को ईडी की ओर से नोटिस जारी करते हुए 22 फरवरी को तलब किया गया है। शिवकुमार की बेटी की भी मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं क्योंकि उन्हें भी सीबीआई की ओर से समन भेजा गया है।
केंद्रीय एजेंसियों के इस कदम के बाद शिवकुमार ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की ओर से जानबूझकर विपक्ष के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। सत्तारूढ़ दल को फायदा पहुंचाने की नीयत से यह कदम उठाया गया है।
ईडी और सीबीआई के नोटिस ने बढ़ाई मुश्किलें
कर्नाटक में भाजपा की ओर से अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए जोरदार कोशिशें की जा रही हैं। दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं ने भी भाजपा को घेरने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है। राज्य में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तैयारियों को मजबूत बनाने के लिए डीके शिवकुमार ने इन दिनों प्रजा ध्वनि यात्रा निकाल रखी है। इस यात्रा के दौरान वे लगातार राज्य की सत्तारूढ़ बोम्मई सरकार पर हमले बोल रहे हैं।
इसी बीच ईडी की ओर से शिवकुमार को जारी किए गए नोटिस से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। ईडी की ओर से जारी नोटिस में शिवकुमार को 22 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया है। शिवकुमार ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं को रोज नोटिस जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरी बेटी को भी सीबीआई की ओर से नोटिस जारी किया गया है। शुल्क भुगतान के संबंध में मेरे कॉलेज को भी नोटिस जारी किया गया है।
विपक्ष के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल
कांग्रेस नेता ने कहा कि मैंने ईडी को अपनी ओर से जवाब भेज दिया है मगर ईडी की ओर से फिर मुझे 22 फरवरी को पेश होने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि ईडी के नोटिस के बाद मैं प्रजा ध्वनि यात्रा को लेकर चिंतित हूं। उन्होंने कहा कि मैं इस पर विचार कर रहा हूं कि मुझे प्रजा ध्वनि यात्रा को जारी रखना चाहिए या ईडी के सामने पेश होना चाहिए।
शिवकुमार ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसियों की ओर से विपक्ष के नेताओं को परेशान करने की कोशिश की जा रही है। सत्तारूढ़ दल के नेताओं ने हजारों करोड़ की संपत्ति इकट्ठा कर रखी है मगर उन्हें केंद्रीय एजेंसियों की ओर से कभी तलब नहीं किया जाता। ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल सिर्फ विपक्षी नेताओं के खिलाफ किया जा रहा है। शिवकुमार इससे पूर्व नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के सामने पेश हो चुके हैं।
तूल पकड़ सकता है नोटिस का मामला
जानकारों के मुताबिक कांग्रेस नेता को जारी किए गए नोटिस का यह मामला आने वाले दिनों में तूल पकड़ सकता है। कांग्रेस नेताओं की ओर से इसे भाजपा की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस इसे मुद्दा बनाते हुए आने वाले दिनों में अभियान छेड़ेगी।
कर्नाटक का विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए काफी अहम माना जा रहा है। कर्नाटक दक्षिण भारत का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां मौजूदा समय में भाजपा की सरकार है और ऐसे में भाजपा ने कर्नाटक में अपनी सत्ता बचाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के इस गृह राज्य में कांग्रेस ने भी पूरी ताकत लगा रखी है।