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Corona Varient: कर्नाटक में मिला डेल्टा प्लस से भी खतरनाक वेरियंट, अब और बढ़ा खतरा
Corona Varient: भारत अभी डेल्टा वेरियंट की मार झेल रहा है और आने वाले दिनों में डेल्टा प्लस वेरियंट के साथ महामारी की तीसरी लहर आने का अनुमान है।
Corona Varient: कोरोना वायरस बहुत तेजी से रंग बदल रहा है और हर बदलाव के साथ पहले से ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है। भारत अभी डेल्टा वेरियंट की मार झेल रहा है और आने वाले दिनों में डेल्टा प्लस वेरियंट के साथ महामारी की तीसरी लहर आने का अनुमान है। लेकिन इस बीच कर्नाटक में कोरोना का एक ऐसा वेरियंट मिला है जिससे पता चलता है कि डेल्टा प्लस भी म्यूटेट हो चुका है और जो नया वेरियंट बना है वो कहीं ज्यादा खतरनाक है।
डेल्टा प्लस का वैज्ञानिक नाम एवाई.1 है जिसे नेपाल वेरियंट भी कहा जा रहा है। अब कर्नाटक में जो वेरियंट मिला है उसे एवाई.2 नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों और विभिन्न जीनोमिक डेटाबेस के अनुसार कर्नाटक में कोरोना के एक मरीज में डेल्टा प्लस संक्रमण माना जा रहा था।
डेल्टा प्लस का अंश
लेकिन जीनोम सीक्वेंसिंग के बाद पता चला है कि उस मरीज में ऐसा वायरस है जिसमें डेल्टा प्लस के बाद दो और म्यूटेशन हुए हैं। इस नई वेराइटी को एवाई.2 नाम दिया गया है। इसकी स्पाइक प्रोटीन में डेल्टा प्लस का वह अंश शामिल है जिसके कारण इस वायरस पर मोनोक्लोनल एन्टीबॉडी थेरेपी का असर नहीं होता है।
साथ ही इसमें यूरोप में पिछले साल पाए म्यूटेशन (ए222वी) का भी अंश है। इसका मतलब ये है कि ये नया वेरियंट एन्टीबॉडी को भी मात दे देगा। अगर ऐसा है तो ये बहुत खतरनाक साबित हो सकता है।
प्रयोगशाला में हुए टेस्ट से पता चला है कि यूरोपीय म्यूटेशन पर इंसान की प्राकृतिक एन्टीबॉडी कम प्रभावशाली होती है।
जीनोमिक्स सर्विलांस कमेटी के डॉ वी. रवि के अनुसार कर्नाटक में मिला नया वेरियंट मैसूर में उत्पन्न हुआ था और इसकी जानकारी भारत सरकार के कोविड जीनोमिक कॉन्सोर्टिया को 2 जून को दे दी गई थी। अभी ये पता नहीं चला है कि नए वेरियंट से कितने लोग संक्रमित हुए हैं।