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Karnataka Hijab Controversy : हिजाब विवाद के पीछे इस कट्टरपंथी मुस्लिम संगठन के होने की आशंका, पहले भी लग चुके हैं कई गंभीर आरोप
Karnataka hijab controversy : हिजाब विवाद के पीछे दक्षिणपंथी मुस्लिम संगठन (Muslim Organization) का नाम सामने आ रहा है।
Karnataka Hijab Controversy : कर्नाटक (Karnataka Hijab Controversy) के उडुपी शहर से उपजा हिजाब विवाद (Hijab) देखते देखते ही पूरे भारत में फैल गया। भारत में विशेषकर दक्षिण भारत में हो रहे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन (Protest) ने पूरी दुनिया की मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है।
ऐसे में इस विवाद को हवा देने में एक दक्षिणपंथी मुस्लिम संगठन ( Muslim Organization) का नाम सामने आ रहा है। इस विवाद के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) यानि पीएफआई को बताया जा रहा है। पीएफआई का छात्र विंग कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया को दक्षिण भारत के स्कूल कॉलेजों में हो रहे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के पीछे जिम्मेदाप बताया जा रहा है। दक्षिण भारत में मजबूत पकड़ रखने वाले इस संगठन पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं।
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर गंभीर आरोप
पीएफआई पर राजनीतिक हत्या करवाने, लव जिहाद और सीएए को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल होने का आऱोप लग चुका है। यह कट्टर मुस्लिम संगठन तब सुर्खियों में आय़ा जब 2010 में केरल में एक ईसाई प्रोफेसर की टी जे जोसेफ पर हमला हुआ था। हमले में प्रोफेसर की एक हाथ काट दी गई थी। इस जघन्य हमले के पीछे पीएफआई को बताया गया। दरअसल मुस्लिम कट्टरपंथी प्रोफेसर के पैंगबर को लेकर दिए एक बयान पर नाराज थे। 2012 को केरल सरकार द्वारा हाईकोर्ट में दायर हलफनामे में पीएफआई पर 27 राजनीतिक हत्याओं में शामिल होने की बात कही। सभी 27 लोग सीपीएम औऱ आरएसएस से संबंधित लोग थे।
लोगों को गुमराह करने का आरोप
इसके अलावा पीएफआई पर आईएसआईएस और सिमी जैसे आतंकी संगठनों के साथ भी संपर्क रखने का आरोप है। पीएफआई के आतंकी कनेक्शन की जांच कर रही एनआईए ने कई गंभीर खुलासे किए हैं। इनमे बताया गया है कि पीएफआई पर केरल में आईएसआईएस में शामिल होने के लिए लोगों को गुमराह करने का आरोप है। बता दें कि केरल से कई युवा आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया औऱ ईराक जा चुके हैं। 2020 में भारत के कई हिस्सों में सीएए कानूनों को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के पीछे पीएफआई को जिम्मेदार बताया गया। यूपी में पुलिस ने इस संगठन के कई सदस्यों को गिरफ्तार भी किया था।
ब्रैनवाश करने में माहिर पीएफआई
पीएफआई को लोगों के ब्रैनवाश करने में माहिर माना जाता है। श्रीलंका में हुए ईस्टर बम धमाके मे शामिल लोगों के ब्रेनवाश करने में इसे संगठन का नाम सामने आ रहा है। इसके अलावा संगठन पर बड़े पैमाने पर मुस्लिम युवकों को गुमराह कर कट्टरपंथ के रास्ते पर भेजने का आरोप है। यही वजह है कि हिजाब विवाद को लेकर राज्य में चल रहे विरोध प्रदर्शन के पीछे कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी नागेश पीएफआई को बता रहे हैं। उन्होंने इस संगठन को बैन करने की मांग भी की है। यूपी और एमपी में इस संगठन को बैन करने की कार्यवाही चल रही है।