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Karnataka: क्या येदियुरप्पा की छाया से पूरी तरह मुक्त होगा बोम्मई मंत्रिमंडल
Karnataka News: कर्नाटक की राजनीति में येदियुरप्पा का प्रभाव ही कहा जा सकता है कि बोम्मई के यह कहने के बावजूद कि वह कोई रबर स्टैम्प मुख्यमंत्री नहीं हैं।
Karnataka News: करीब एक माह पहले कर्नाटक के तत्कालीन मुख्यमंत्री येदियुरप्पा (B. S. Yediyurappa) ने नेतृत्व परिपर्वतन की अटकलों को खारिज करते हुए कहा था कि वह अगले दो साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे। लेकिन उनकी उम्मीदें ध्वस्त हो गईं। बासवराज बोम्मई(Basavaraj Bommai) मुख्यमंत्री बना दिये गए।
इसके बाद ये कहा जाने लगा कि बोम्मई भी येदियुरप्पा(B. S. Yediyurappa) के खेमे के ही हैं इसलिए येदियुरप्पा से अलग नहीं जाएंगे तब बोम्मई को कहना पड़ा कि वह अपने निर्णय खुद लेंगे। अब बात आई है बोम्मई मंत्रिमंडल के विस्तार की।
हालांकि इससे पहले जब बोम्मई ने शपथ ली थी उस समय भी अटकलें थीं कि उनके साथ उप मुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे लेकिन ये अटकलें भी गलत साबित हुईं। अब राजनीतिक विश्लेषकों की निगाहें इस बात पर हैं कि बोम्मई मंत्रिमंडल येदियुरप्पा की छाया से कितना मुक्त रह पाता है जिसका आज विस्तार होना संभावित है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के दस लोग पदमुक्त
इसे राज्य की राजनीति में येदियुरप्पा का प्रभाव ही कहा जा सकता है कि बोम्मई के यह कहने के बावजूद कि वह कोई रबर स्टैम्प मुख्यमंत्री नहीं हैं। लोगों की निगाहें उनके फैसलों पर लगी हुई हैं। हालांकि मुख्यमंत्री यह कह चुके हैं कि जहां जरूरत होगी वह येदियुरप्पा से मशवरा करेंगे।
ताजा खबर यह है कि नव नियुक्त मुख्यमंत्री बोम्मई(Basavaraj Bommai) ने मुख्यमंत्री कार्यालय में येदियुरप्पा द्वारा नियुक्त सलाहकारों को पद मुक्त कर दिया है। कार्मिक एवं प्रशासनिक विभाग द्वारा जारी किये गए नोटिस के मुताबिक मुख्यमंत्री के सचिव सहित मुख्यमंत्री कार्यालय के दस लोग पदमुक्त किये गए हैं।
नई दिल्ली में कर्नाटक के विशेष प्रतिनिधि शंकरगौडा पाटिल को भी मुक्त कर दिया गया है।इसके अलावा आईएएस सेल्वा कुमार को भी हटा दिया गया है। हालांकि कार्मिक विभाग ने इसे सामान्य प्रोटोकाल बताते हुए कहा है कि जब मुख्यमंत्री का इस्तीफा होता है तो उनके द्वारा की गई सभी नियुक्तियां अवैध हो जाती हैं। नया मुख्यमंत्री नई नियुक्तियां करता है।
इससे पहले श्री बोम्मई सोमवार को दिल्ली गए थे और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ कर्नाटक मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा की। उन्होंने बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफे के दो दिन बाद 28 जुलाई को कर्नाटक के 23वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि येदियुरप्पा द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान नियुक्त किए गए उपमुख्यमंत्रियों को जारी रखने के निर्णय पर पार्टी नेताओं के बीच मतभेद हैं। उन्होंने कहा, "केंद्रीय भाजपा नेतृत्व बीएस येदियुरप्पा के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करेगा।"
श्री येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को नए मंत्रिमंडल में एक पद पर नियुक्त किए जाने की सूचना भी है लेकिन बोम्मई ने संवाददाताओं से कहा, "विजेंद्र के संबंध में, पार्टी अंतिम फैसला करेगी।"
यह उनका दिल्ली का दूसरा दौरा है। 30 जुलाई को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान, उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों से भी मुलाकात की।