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Karnataka: कर्नाटक में राम मंदिर निर्माण का बड़ा सियासी दांव, बोम्मई ने किया बजट में ऐलान, योगी करेंगे प्रोजेक्ट की अगुवाई
Karnataka: भाजपा ने अब राज्य में अयोध्या में राम मंदिर की तर्ज पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का बड़ा सियासी दांव चल दिया है।
Karnataka: कर्नाटक में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने बड़ा सियासी दांव खेला है। विधानसभा में आज बजट पेश करते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य के रामनगर में भव्य राम मंदिर के निर्माण की घोषणा की है। मुख्यमंत्री की इस घोषणा का कनेक्शन राज्य में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है।
दक्षिण भारत में कर्नाटक एकमात्र ऐसा राज्य है जहां मौजूदा समय में भाजपा की सत्ता है। भाजपा ने राज्य में अपनी सत्ता को बचाए रखने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा ने अब राज्य में अयोध्या में राम मंदिर की तर्ज पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का बड़ा सियासी दांव चल दिया है। मजे की बात यह है कि इस मंदिर निर्माण से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी कनेक्शन है। कर्नाटक में इस मंदिर निर्माण परियोजना की अगुवाई योगी आदित्यनाथ करेंगे।
भाजपा ने चला ध्रुवीकरण का दांव
कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में भाजपा इस बार बड़ी चुनौतियों के बीच घिरी हुई है। कांग्रेस की ओर से राज्य में सत्ता बदलाव की कोशिशों के मद्देनजर भाजपा ने आज बड़ा सियासी दांव चल दिया है। विधानसभा में अपने बजट भाषण के दौरान मुख्यमंत्री बोम्मई ने राज्य में राम मंदिर बनवाने की घोषणा की है। भाजपा काफी दिनों से इस योजना पर काम कर रही थी और आज मुख्यमंत्री ने इस बाबत बड़ी घोषणा कर डाली।
मुख्यमंत्री बोम्मई की ओर से की गई इस घोषणा का बड़ा सियासी मतलब निकाला जा रहा है। इस घोषणा को भाजपा की ओर से हिंदू मतों के ध्रुवीकरण की कोशिशों के रूप में देखा जा रहा है। कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद यह दूसरा मुद्दा है जिसका भाजपा को बड़ा सियासी फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
राज्य के मंत्री ने पहले ही किया था ऐलान
राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ सीएन अश्वथ नारायण ने पहले ही घोषणा की थी कि राज्य के अगले बजट में कर्नाटक में अयोध्या की तर्ज पर राम मंदिर बनाने की घोषणा की जाएगी। उनका यह भी कहना था कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस पूरी परियोजना को मूर्त रूप दिया जाएगा।
मंत्री के मुताबिक मंदिर के लिए चिन्हित की जाने वाली भूमि का निरीक्षण करने के लिए योगी आदित्यनाथ कर्नाटक का दौरा करेंगे। योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ही इस योजना को मूर्त रूप दिया जाएगा। योगी आदित्यनाथ को देश की सियासत में बड़ा हिंदू चेहरा माना जाता रहा है और योगी को इस परियोजना से जोड़ने के बाद भाजपा को बड़ा सियासी फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
रामनगर जिले में बनेगा मंदिर
इससे पहले डॉ नारायण ने राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और धर्मादा मंत्री शशिकला जोले को पत्र लिखकर कर्नाटक के रामनगर जिले में रामदेवराबेट्टा को दक्षिण भारत के अयोध्या के रूप में विकसित करने का अनुरोध किया था। उल्लेखनीय है कि डॉ नारायण रामनगर जिलै के प्रभारी मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि रामदेवराबेट्टा में धर्मादा विभाग की 19 एकड़ जमीन है और इसका इस्तेमाल राम मंदिर के निर्माण में किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों का मानना है कि रामदेवराबेट्टा को सुग्रीव ने स्थापित किया था। इसलिए जिले के लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए रामदेवराबेट्टा को एक विरासत और आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों का यह भी मानना है कि भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ यहां एक वर्ष का समय बिताया था। इसके साथ ही सात महान संतों ने यहीं तपस्या भी की थी। कर्नाटक सरकार की इस पहल के बाद माना जा रहा है कि योगी जल्दी ही कर्नाटक का दौरा करके चिन्हित भूमि का निरीक्षण करेंगे।
कुमारस्वामी योगी को बुलाने के खिलाफ
मुख्यमंत्री की ओर से आज कर्नाटक में राम मंदिर निर्माण का ऐलान किए जाने के बाद सियासी बयानबाजी और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी पहले ही योगी को कर्नाटक बुलाए जाने की घोषणा पर अपना विरोध जता चुके हैं।
उनका कहना था कि मैं अपने दम पर एक मंदिर का निर्माण करने में पूरी तरह सक्षम हूं। इसके लिए योगी को कर्नाटक बुलाने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक इतना दिवालिया नहीं है कि उसे दूसरों की मदद लेनी पड़े। उन्होंने योगी को बुलाने की सरकार की मंशा पर सवाल भी खड़े किए।