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Kerala Coronavirus Update : केरल के इस राज्य में पाबंदियों से मिलेगी राहत, स्वास्थ्य मंत्री ने लिया फैसला
Kerala Coronavirus Update : केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने थमंगलम (कोझिकोड) में नियंत्रण वार्डों में प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है ।
Kerala Coronavirus Update : केरल में निपाह वायरस (Nipah Virus Kerala) का कहर एक बार फिर से चरम सीमा पर है। यहां निपाह वायरस की चपेट में आने से एक और बच्चे की मौत हो गई। बीते कई दिनों से लगातार सामने आ रहे इन मामलों की वजह से यहां कुछ इलाकों में सख्त लॉकडाउन लगाया गया था। लेकिन अब लोगों को इससे राहत मिलने जा रही है। वहीं राज्य सरकार ने कई प्रतिंबंधित क्षेत्रों में ढ़ील देने का फैसला किया है।
निपाह वायरस(Nipah Virus Kerala) और कोरोना वायरस के चलते राज्य में लगी पाबंदियों में कुछ ढील देने का फैसला स्वास्थ्य मंत्री ने किया है। ऐसे में केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि सरकार ने थमंगलम (कोझिकोड) में नियंत्रण वार्डों में प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है क्योंकि यहां कोई अन्य निपाह वायरस के मामले सामने नहीं आए हैं और 14 दिन की इन्क्यूबेशन अवधि भी समाप्त हो गई है लेकिन चथमंगलम पंचायत का 9वां वार्ड कंटेनमेंट जोन में रहेगा।
ये छूटें दी
साथ ही उन्होंने कहा कि अब लोग दुकानों को खोल सकते हैं और यात्रा कर सकते हैं। लक्षण वाले लोगों को घर पर ही रहना चाहिए। अगर किसी को कोई स्वास्थ्य समस्या है तो वह तुरंत स्वास्थ्य कर्मियों से संपर्क करें। आदेश जिला कलेक्टर द्वारा जारी किया जाएगा।
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि कंटेनमेंट जोन को हटा दिया गया है। राज्य में टीकाकरण बुधवार को फिर से शुरू होगा। लक्षणों वाले लोगों को किसी भी कारण से टीके नहीं लेने चाहिए। कंटेनमेंट एरिया में अभी तक 9593 लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक नहीं मिल पाई है। 500-1000 लोगों के अलग-अलग सेक्शन में वैक्सीन दी जाएगी।
वहीं निपाह वायरस के बारे में जानकारी देते हुए उन्होने कहा कि निपाह संपर्क सूची में शामिल 3 व्यक्तियों के परीक्षण के परिणाम भी नेगेटिव थे और इसका परीक्षण एनआईवी पुणे में किया गया था। इसके साथ ही 143 सैंपल नेगेटिव आए।
ऐसे में बीएचयू (BHU) के जंतु विज्ञान के जीन वैज्ञानिक प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि कोरोना वायरस को तो नहीं रोका जा सकता है, लेकिन मृत्यु दर को कम किया जा सकता है। समय-समय पर कोरोना की पीक बढ़ेगी फिर घटेगी। कुछ समय के बाद फिर गैप मिलेगा और जब एक बार फिर लोगों का एंटीबाॅडी कम होगा तो केस फिर से बढ़ेंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि ऐसे में वे लोग जिनका टीकाकरण हो चुका है या फिर जो कोरोना से लड़कर ठीक हुए हैं, वह प्रोटेक्टिव ग्रुप में रहेंगे।