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Kerala Human Sacrifice Case: मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी एक दिमागी रोगी, पुलिस ने बताया हिस्ट्रीशीटर

Kerala Human Sacrifice Case: केरल से सामने आई मानव बलि की घटना इन दिनों सुर्खियों में है। आरोपियों ने दो महिलाओं की बलि चढ़ा ढ़ी। घटना 27 सितंबर की है, जिसका खुलासा 11 अक्टूबर को हुआ।

Krishna Chaudhary
Published on: 13 Oct 2022 8:26 AM GMT
Main accused Mohammad Shafi a brain patient, police told history sheeter
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Kerala Human Sacrifice Case: Photo- Social Media

Kochi: केरल से सामने आई मानव बलि (human sacrifice) की घटना इन दिनों सुर्खियों में है। आरोपियों ने दो महिलाओं की बलि चढ़ा ढ़ी। घटना 27 सितंबर की है, जिसका खुलासा 11 अक्टूबर को हुआ। इस मामले में पुलिस ने पति-पत्नी और एक तांत्रिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें डॉक्टर भगावल सिंह, उसकी पत्नी लैला सिंह और तांत्रिक मोहम्मद शफी उर्फ रशीद (Tantrik Mohammad Shafi alias Rashid) शामिल है। इस घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, इस क्रूर अपराध का मुख्य आरोपी मोहम्मद शफी है। उसी ने मानव बलि की पूरी पटकथा तैयार की और इसके लिए दो महिलाओं को इंतजाम किया।

पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी शफी एक मनोरोगी है। कोच्चि के पुलिस कमिश्नर सी.एच. नागराजू ने कहा कि 52 वर्षीय मोहम्मद शफी एक हिस्ट्री शीटर है और बीते 15 सालों में उसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हैं। नागराजू ने बताया कि शफी ने केवल छठी तक पढ़ाई की है। उसने ड्राइवर, मैकेनिक से लेकर होटल चलाने वाले तक सभी छोटे-मोटे काम किए हैं। उसके विरूद्ध पहले भी रेप के मामले सामने आ चुके हैं। एर्नाकुलम जिले के पेरुंबवूर का रहने वाला शफी दो लड़कियों का पिता और एक तीन साल की बच्ची का दादा है। उसकी पत्नी का नाम नबीसा है।

75 वर्षीय महिला के साथ कर चुका है रेप

मोहम्मद शफी के घिनौने कृत्यों का एक रिकॉर्ड है। पुलिस ने बताया कि साल 2020 में जब वह ट्रक ड्राइवर का काम किया करता था, उस दौरान उसने कोझेनचेरी में एक 75 वर्षीय महिला के साथ रेप किया था। रेप के बाद उसने महिला के गुप्तांगों को चाकू से काटकर जख्मी कर दिया था। 3 अगस्त, 2020 को कोच्चि पुलिस ने इस मामले में उसके खिलाफ केस दर्ज किया था। शफी इस मामले में फिलहाल जमानत पर है। कोच्चि पुलिस का कहना है जिस तरीके की बर्बरता वृद्ध महिला के साथ उसने की थी, उसी तरह उसने मानव बलि बनी पद्मा नामक महिला के साथ भी किया। इससे साबित होता है कि आरोपी शफी एक मनोरोगी है जो यौन सुख हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।

पत्नी ने आरोपी शफी को बताया शराबी

शफी की पत्नी नबीसा ने उसे शराबी बताते हुए कहा कि शराब पीना ही उनकी सभी समस्याओं की जड़ है। माना जा रहा है कि शराब की वजह से शफी रास्ता भटक गया था। वह आदतन शराब पीने वाला था और घर में परेशान करता था। नबीसा के मुताबिक शफी के पास खुद का कोई बैंक अकाउंट नहीं है और वह घर में कोई पैसा नहीं लाते थे। उन्होंने कहा कि शफी को निर्दोष नहीं कहा जा सकता। हालाँकि, वह यह नहीं मानती कि उसने अपराधों का मास्टरमाइंड किया और 'मानव बलिदान' किया।

शफी के बारे में बताया जाता है कि वह सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट के जरिए काफी एक्टिव रहता है और उसी के जरिए अपने अगले शिकार को टारगेट बनाता है। फेसबुक पर श्रीदेवी के नाम से उसका एक फेक अकाउंट है, जिसमें कहा गया है कि अगर किसी को आर्थिक समस्या है तो उससे संपर्क करें। इसी तरह उसने मानव बलि के दो अन्य आरोपी डॉ भगावल सिंह और उसकी पत्नी के संपर्क में आया और उनका भरोसा जीतने में कामयाब रहा।

जांच में पता चला है कि मानव बलि की व्यवस्था करने के लिए शफी ने सिंह दंपति से तीन लाख रूपये लिए थे। पुलिस को शफी पर मानव तस्करी में शामिल होने का भी शक है। कोच्चि पुलिस ने इस केस की जांच के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया है, जो शीघ्र आरोपी के कस्टडी की जांच की मांग करेगी।

उधर, केरल में इस कांड के सामने आने के बाद काला जादू के खिलाफ कानून बनाने की मांग उठने लगी है। केरल जो कि देश का सबसे साक्षर राज्य है, वहां इस तरह की घटना परेशान करने वाली है।

Shashi kant gautam

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