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Maha Kumbh 2025: भारत को विश्वगुरु के पथ पर ले जायेगा महाकुंभ, बोले- अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी

Maha Kumbh 2025: अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी ने कहा कि भारत को विश्वगुरु के पथ पर ले जायेगा प्रयाग महाकुंभ। सनातन लोक आस्था के इस महाआयोजन को लेकर लोगों में गजब का उत्साह है।

Sanjay Tiwari
Written By Sanjay Tiwari
Published on: 7 Jan 2025 11:14 AM IST
Maha Kumbh 2025: भारत को विश्वगुरु के पथ पर ले जायेगा महाकुंभ, बोले- अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविन्द्र पुरी
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी जी   (photo: social media )

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज का महाकुंभ भारत को विश्वगुरु के पथ पर लेकर जायेगा। इसी कुंभ में भारत की सनातन शक्ति का दर्शन और आभास विश्व को होने जा रहा है। इसके लिए दुनिया के कोने कोने से आस्थावान लोग प्रयागराज आ रहे हैं। कुंभ में साधकों, संतों, मनीषियों और सनातन की सम्पूर्ण शक्ति के दर्शन के साथ ही भारत और भारतीयता की परिभाषा को जगत समझ सकेगा। यह अद्भुत होने जा रहा है।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी जी (महानिर्वाणी) ने एक खास बातचीत में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभिभावकत्व में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और स्वयं एक युवा संत योगी आदित्यनाथ जिस तरह से इस महा आयोजन को सजाने संवारने में अथक परिश्रम कर रहे हैं उसके लिए संत समाज और अखाड़ा परिषद इनके प्रति कृतज्ञता का भाव व्यक्त करता है।

भारत की सनातन शक्ति और ज्ञान परंपरा से विश्व परिचित हो रहा

एक प्रश्न के उत्तर में पुरी जी ने कहा कि सभी अखाड़ों और उनके अंतर्गत लगभग 147 संप्रदायों की उपस्थिति और सहभागिता से भारत की सनातन शक्ति और ज्ञान परंपरा से विश्व परिचित हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुंभ कोई बाजार या ऐसी जगह नहीं है, जहां कोई व्यावसायिक गतिविधि होती है। कुंभ भारत की वह प्राण शक्ति स्थल है, जहां सनातन लोक अपनी गहरी आस्था के साथ आकर अपने आदर्श स्थापित करता है। इसमें संतों, साधकों और ज्ञान परंपरा के माध्यम से देश, समाज और लोक के हित में निर्णय भी लिए जाते हैं।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारत की संत परंपरा को कोई भी शक्ति भय से दबा या डरा नहीं सकती। जो लोग कुंभ में व्यवधान या किसी प्रकार की असामाजिक गतिविधि की योजनाएं बना रहे हैं या सोच भी रहे हैं उनके लिए स्पष्ट संदेश है कि वे जहां हैं वहीं तक सीमित रहें। कुंभ का जो उद्देश्य है वह लोक कल्याण के लिए है। कुंभ की सुरक्षा के लिए मोदी और योगी की एजेंसियां सक्षम हैं और हमें अपनी सरकारों की हर व्यवस्था पर गर्व है।

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री महंत रविन्द्र पुरी जी ने कहा कि संत और साधक भारत की सनातन संस्कृति के शक्तिपुंज हैं। कुंभ ही एक ऐसा अवसर होता है जब लोक अपनी इस शक्ति पुंज का साक्षात दर्शन भी करता है और उनसे मार्गदर्शन भी प्राप्त करता है।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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