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Kumbh 2025: क्यों रूठ गए खाक चौक व्यवस्था समिति के वैष्णव संत, कुंभ क्षेत्र में स्थगित किया भूमि पूजन
Kumbh 2025: प्रयागराज के महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 5 में गुरुवार को खाक चौक के संतों का भूमि पूजन होना था। मौके पर साधु संत और मेला प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे लेकिन अचानक बात नहीं बनी और साधु संत बिना भूमि पूजन किए ही वहां से उठ गए।
Prayagraj news (social media)
Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में वैष्णव अखाड़ों के अंग खाक चौक के साधु संतों ने आज होने वाला अपना भूमि पूजन स्थगित कर दिया है। मेला प्रशासन की तरफ से बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है।
क्यों रूठ गए वैष्णव अखाड़े के अंग खाक चौक के संत
प्रयागराज के महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 5 में गुरुवार को खाक चौक के संतों का भूमि पूजन होना था। मौके पर साधु संत और मेला प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे लेकिन अचानक बात नहीं बनी और साधु संत बिना भूमि पूजन किए ही वहां से उठ गए। खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महा मंडलेश्वर संतोष दास का कहना है उन्हें जिस स्थान पर परंपरा में बसाया जाता रहा है वहीं इस बार भी महाकुंभ में जगह मिलनी चाहिए। मेला प्रशासन ने संतों को बहुत समझाने की कोशिश की लेकिन संत नहीं माने। संतोष दास जी भूमि पूजन स्थल से बिना पूजन किए ही उठ कर चले गए। मेला प्रशासन खाक चौक के साधु संतो को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या है खाक चौक व्यवस्था समिति?
खाक चौक व्यवस्था समिति वैष्णव अखाड़ों की परंपरा से जुड़े साधु संतों का महत्वपूर्ण संगठन है जिसमें खालसा भी शामिल हैं। ख़ाक चौक व्यवस्था समिति के संत जय राम दास का कहना है कि खाक चौक व्यवस्था समिति जगद्गुरु रामा नंदाचार्य जी के अनुयाई संतों का संगठन है जिसमें एक लाख से अधिक साधु संत है। इसमें 335 महंत और महा मंडलेश्वर हैं। वैष्णव अखाड़ों निर्मोही, निर्वाणी और दिगम्बर के संत इसी परम्परा से आते हैं। इस परम्परा के संतों में अन्न दान की सबसे अधिक महत्ता है और इसीलिए इनके यहां प्रतिदिन भंडारे चलते हैं। ये संत महाकुंभ के अलावा माघ मेले में भी शिविर लगाकर पूरे माघ मेले में वास करते हैं इसलिए इन्हें त्रिवेणी के स्थायी संत कहलाते हैं।