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Kumbh 2025: श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी की धर्म ध्वजा का रास्ता साफ, अखाड़ा क्षेत्र में किया अखाड़े के शिविर का भूमि पूजन

Kumbh 2025: अखाड़ा क्षेत्र में अपनी आवंटित भूमि पर धर्म ध्वजा स्थापित करने के लिए पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी ने भूमि पूजन किया।

Dinesh Singh
Published on: 6 Dec 2024 5:17 PM IST
Kumbh 2025 ( Pic- Newstrack)
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Kumbh 2025 ( Pic- Newstrack)

Kumbh 2025: महाकुंभ का काउंट डाउन चल रहा है। महाकुंभ के आकर्षण सनातन धर्म के 13 अखाड़ों पर सबकी नजर है। अखाड़ा क्षेत्र में अपनी आवंटित भूमि पर धर्म ध्वजा स्थापित करने के लिए पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी ने भूमि पूजन किया।

सभी प्रमुख अखाड़ों की मौजूदगी में महा निर्वाणी अखाड़े ने पूरा किया भूमि पूजन अनुष्ठान

कुंभ क्षेत्र में अखाड़ों की गतिविधियां तेज होने लगी हैं। सभी 13 अखाड़ों के कुंभ क्षेत्र में भूमि आबंटन के बाद अब अखाड़ों ने अपनी बसावट को अंजाम देने के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ है । सन्यासी अखाड़ों के लिए आबंटित की गई भूमि में सैकड़ों साधु संतो और कुंभ प्रशासन की अगुवाई में कुंभ की इस परम्परा को पूरा किया गया। श्री पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी के सचिव महंत जमुना पुरी की अगुवाई में यह अनुष्ठान पूरे विधि विधान के साथ पूरा किया गया। सभी देवी देवताओं के आवाहन के बाद अखाड़े के सचिव ने मिट्टी खोदकर भूमि पूजन की परम्परा को संपन्न किया। महंत जमुना पुरी ने कहा कि सर्व प्रथम धरती माता से अनुमति लेकर उनकी गोद में अखाड़े की बसावट के प्रार्थना की गई। इसके उपरांत गंगा मैया सहित सभी देवी देवताओं का आवाहन किया गया।

सहोदर अखाड़े श्री शंभू अटल अखाड़ा ने भी भूमि पूजन का किया समापन

प्रयागराज महाकुंभ देश के कोने-कोने से आने वाले अखाड़े के साधु संतों के लिए शिविर निर्माण की पहली प्रक्रिया शुरू हो गई है। महाकुंभ क्षेत्र के अखाड़ा सेक्टर में महा निर्वाणी अखाड़ा की आवंटित भूमि पर महा निर्वाणी का भूमि पूजन संपन्न होने के बाद अटल अखाड़ा ने भी अपना पूजन संपन्न किया। अटल अखाड़ा के संत बलराम भारती सहित वरिष्ठ संतों की मौजूदगी में धरती मां का पूजन संपन्न हुआ।

अटल अखाड़े के हजारों संतो को दो सौ वर्ष पहले गुजरात में एक मुस्लिम शासक ने साजिश के तहत जहर देकर मार दिया था। जो चंद संत बचे थे उन्हें महा निर्वाणी ने सहयोग देकर खड़ा किया जिसके बाद अटल अखाड़ा महा निर्वाणी को अपना सहोदर मानता है और इसीलिए दोनों के धार्मिक अनुष्ठान एक साथ चलते हैं।



Shalini Rai

Shalini Rai

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