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Kumbh 2025: महाकुंभ में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर का मिलेगा सहयोग, साइबर पेट्रोलिंग टीम का होगा गठन
Kumbh 2025: सोशल मीडिया इन्फ्ल्युएंसर्स के तकनीकी कौशल से अनुदेशात्मक व सूचनात्मक शार्ट वीडियोज बनवाकर श्रद्धालुओं के मध्य प्रसारित कर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की उपयोगी जानकारी देने के सम्बन्ध में बताया गया ।
Kumbh 2025: महाकुम्भ-2025 के सकुशल एवं सुरक्षित आयोजन के लिए प्रयागराज के त्रिवेणी सभागार रिजर्व पुलिस लाइन्स में आला पुलिस अधिकारियों और सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर की बैठक आयोजित की गई। बैठक में महाकुंभ में सभी की उपयोगिता को रेखांकित करते हुए अपना सहयोग देने की बात कही गई है।
सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर का मिला साथ
सोशल मीडिया का असर और इसकी सूचना प्रसार में पहुंच को देखते हुए सोशल मीडिया इन्फ्ल्युएंसर्स व शिक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में अध्ययनरत छात्रों के मध्य कुम्भ मेला में सोशल मीडिया की उपयोगिता बढ़ाने व श्रद्धालुओं के आवागमन को अधिक सुविधाजनक बनाने हेतु एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।पुलिस आयुक्त प्रयागराज, अपर पुलिस अधीक्षक राहुल श्रीवास्तव व सहायक पुलिस आयुक्त लाइन्स कमिश्नरेट प्रयागराज सहित बड़ी संख्या में सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर इसमें शामिल हुए।
बैठक में मेला क्षेत्र में तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं एवं आगन्तुकों के सुगम आवागमन हेतु भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था एवं आपदा प्रबंधन से सम्बन्धित उपयोगी सार्ट्स वीडियो बनाकर उन्हे आम जनमानस के मध्य प्रसारित करने पर विस्तृत परिचर्चा की गयी। सोशल मीडिया इन्फ्ल्युएंसर्स की तकनीकी कार्यक्षमताओं को और अधिक बढ़ाने हेतु उ0प्र0 पुलिस के तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। सोशल मीडिया इन्फ्ल्युएंसर्स के तकनीकी कौशल से अनुदेशात्मक व सूचनात्मक शार्ट वीडियोज बनवाकर श्रद्धालुओं के मध्य प्रसारित कर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र की उपयोगी जानकारी देने के सम्बन्ध में बताया गया ।
साइबर पैट्रोलिंग टीम का होगा गठन
तकनीकी ने कुंभ मेले का स्वरूप बदल दिया है। अब हर शिविर में हर दूसरे हांथ पर मोबाइल है। ऐसे में मेला क्षेत्र में कोई भी अफवाह की तरह फैल सकती है। इस पर नियंत्रण आवश्यक होगा। इस गोष्ठी मेंमेला क्षेत्र में साइबर फ्रॉड प्रिवेंशन व किसी भी तरह की झूठी अफवाह, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस जनित फेक वीडियोज आदि रोकने हेतु साइबर पैट्रोलिंग टीम के गठन पर विचार किया गया । मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को महाकुम्भ में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं की ऑनलाइन बुकिंग से सम्बन्धित फेक बेवसाइट्स से बचाने व विभिन्न तकनीकी आयामों के जरिये जागरूक किये जाने पर विस्तृत चर्चा की गयी ।
मेला क्षेत्र में देश-विदेश व भारतवर्ष के विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालुओं की भाषाई समस्या के निराकरण हेतु विभिन्न तकनीकी आयामों जैसे कि भाषिणी एण्ड्राइड एप्प, गूगल ट्रांसलेटर, व ए0आई0 तकनीक आदि की जानकारी दी गयी । मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं अथवा उनके परिजनों के गुम हो जाने, रास्ता भटक जाने आदि समस्याओं के निराकरण हेतु खोया पाया केन्द्र पर सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस प्रशासन के साथ ही “कुंभ मित्र” टीम के गठन किये जाने तथा सम्बन्धित विभिन्न तकनीकी उपायों पर चर्चा की गयी ।