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आरुषि हत्याकांड : डासना जेल से करीब चार साल बाद रिहा राजेश-नूपुर तलवार

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By aman
Published on: 16 Oct 2017 7:45 AM GMT
आरुषि हत्याकांड : डासना जेल से करीब चार साल बाद रिहा राजेश-नूपुर तलवार
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आरुषि हत्याकांड: थोड़ी देर में डासना जेल से रिहा होंगे राजेश-नूपुर तलवार

लखनऊ/गाजियाबाद: इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर आरुषि-हेमराज हत्याकांड में करीब चार साल जेल की सजा काटने के बाद आज (16 अक्टूबर) आरुषि के माता-पिता राजेश और नुपुर तलवार गाजियाबाद के डासना जेल से रिहा हुए। हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी पहुंचने के बाद सीबीआई कोर्ट और डासना जेल में इसकी प्रक्रिया के बाद रिहा हुए ।

बता दें, कि सीबीआई की अदालत ने तलवार दंपति को हत्या का आरोपी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जबकि हाईकोर्ट ने उन्हें संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया है।

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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार (12 अक्टूबर) को ही तलवार दंपति की रिहाई के आदेश दिए थे। लेकिन जेल प्रशासन को समय से फैसले की कॉपी नहीं मिली थी और शनिवार तथा रविवार को छुट्टी के बाद संभावना है कि आज दोनों की रिहाई हो जाएगी।

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जेल में कमाए 99,000 रुपए दान किया

तलवार दंपति ने जेल में 1,417 दिन बिताए। इस दौरान राजेश और नूपुर तलवार ने कमाए कुल 99,000 रुपए कैदियों के कल्याण के लिए जेल प्रशासन को दान कर दिया। बता दें, कि जेल में रहने के दौरान राजेश तलवार ने एक हॉस्पिटल के सहयोग से तैयार कराए डेंटल क्लिनिक में पूरा समय दिया। इस दौरान उन्होंने जेल अफसरों और बंदियों के दांतों का इलाज किया। जबकि नूपुर ने अपना समय बच्चों और अनपढ़ महिलाओं को पढ़ाने में बिताया। दोनों ने 49,500-49,500 रुपए कमाए।

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रविवार को अन्य कैदियों के साथ खाना खाया

जेल अधीक्षक दधिराम मौर्य ने बताया, कि जेल प्रशासन ने तलवार दंपती की रिहाई के दस्तावेजों को तैयार कर लिया है। कोर्ट की सर्टिफाइड कॉपी मिलते ही उन्हें रिहा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रविवार को दोनों ने अन्य कैदियों के साथ खाना भी खाया।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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