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UP: समाज के 'ठेकेदारों' को पार्कों में नहीं मिले जोड़े,..तो पढ़ाया शिव का पाठ

aman
By aman
Published on: 14 Feb 2018 5:21 PM IST
UP: समाज के ठेकेदारों को पार्कों में नहीं मिले जोड़े,..तो पढ़ाया शिव का पाठ
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UP: समाज के 'ठेकेदारों' को पार्कों में नहीं मिले जोड़े,..तो पढ़ाया शिव का पाठ

आगरा: वेलेंटाइन डे (14 फरवरी) के मौके पर ताजनगरी में हर साल की तरह इस बार भी हिन्दू कल्याण महासभा के कार्यकर्ता लाठी-डंडों के साथ पार्कों में गए। लेकिन इस बार दांव उल्टा पर गया। उन्हें पार्कों में प्रेमी जोड़े तो नहीं मिले, हां महिला पुलिसकर्मी जरूर मिलीं जो वहां डयूटी कर रही थीं। अब ये 'समाज सुधारक' खाली हाथ वहां से कैसे लौटते तो उन्होंने महिला पुलिसकर्मियों के हाथों में ही भगवान शिव की तस्वीर थमा दी और महाशिवरात्री का पाठ पढ़ाया।

'लठ्ठ पूजन' कर वेलेंटाइन डे का विरोध रहे इस संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ एक 8 साल का मासूम भी था। आखिर यह कैसा विरोध है जिसमें उन्हें भी शामिल किया जा रहा है जिन्हें वेलेंटाइन डे का मतलब तक नहीं पता।

...लट्ठ पूजन के लिए पापा ने बुलाया

newstrack.com के पत्रकार ने जब उस 8 साल के मासूम से पूछा कि वह यहां क्या कर रहा है? तो उसका जवाब था लट्ठ पूजन के लिए पापा ने बुलाया है, जहां वेलेंटाइन डे का विरोध किया जाएगा। उसने बताया वह अभी तीसरी क्लास में पढ़ता है।

लट्ठ पूजन के बाद विरोध का किया था ऐलान

बता दें, कि वेलेंटाइन डे के मौके पर समाज के इन ठेकेदारों ने लट्ठ पूजन के बाद विरोध का ऐलान किया था। इसी के बाद पुलिस सतर्क हो गई थी। हिंदू कल्याण महासभा ने ऐलान किया था कि वैलेंटाइन डे के दिन प्यार का ढोंगकर अश्लीलता फैलाने वालों को महाशिवरात्रि का पाठ पढ़ाया जाएगा। लेकिन प्रेमी जोड़ों की सुरक्षा में लगी महिला पुलिसकर्मियों को क्या मालूम था कि वैलेंटाइन डे का विरोध करने वाला संगठन उनको ही पाठ पढ़ा जाएगा।

हमारे डर से जोड़े नहीं आए

हालांकि, आज आगरा के अधिकतर पार्क खाली ही दिखे। इस पर हिंदू कल्याण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज अग्रवाल का कहना था, कि 'हमारे भय के चलते ही प्रेमी जोड़े घर से नहीं निकले हैं। वेलेंटाइन डे हमारी संस्कृति का हिस्सा नहीं है।



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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