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बंगले में तोड़फोड़ करने वालों के नाम बताओ, अखिलेश से 11 लाख का ईनाम पाओ

Rishi
Published on: 5 Aug 2018 3:28 PM GMT
बंगले में तोड़फोड़ करने वालों के नाम बताओ, अखिलेश से 11 लाख का ईनाम पाओ
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लखनऊ : समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की 86वीं जयंती के मौके पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकारों के पास अपना काम गिनाने को कुछ भी नहीं है। वे हमारे शिलान्यास का शिलान्यास और उद्घाटन के उद्घाटन के काम में ही लगे हैं। 60 हजार करोड़ के निवेश की चर्चा तो खूब हुई लेकिन एक भी उद्योगपति को किसी बैंक से लोन नहीं मिला। नोटबंदी और जीएसटी से व्यापार चौपट हुआ तो जनधन योजना के सारे खाते बंद हो गए हैं। गैस सिलेण्डर के नाम पर धोखा दिया गया है। मंहगाई बढ़ रही है।

यादव ने उनके घर को लेकर दुष्प्रचार हो रहा है जबकि लड़ाई घर की नहीं है। भाजपा की साजिशें दूसरी है। 4 विक्रमादित्य मार्ग का आवास छोड़ने के बाद रात में हथौड़ा-कुदाल लेकर लोग गए थे। सुबह कुछ खास टीवी चैनल वालों को भी बुलाया गया। उन्होंने कहा इनके नाम बताने वालो को ग्यारह लाख रूपए कार्यकर्ता दो-दो हजार रूपये इकट्ठा करके इनाम में देंगे। आखिर इस साज़िश के पीछे कौन है?

उन्होंने कहा कि भाजपाई तकनीक का प्रयोग नफरत फैलाने के लिए करते हैं। अभी मोबाइल फोन में आधार की हेल्पलाइन का नम्बर अपने आप पड़ गया। ईवीएम मशीन को दूसरे देशों ने इस्तेमाल करने से मना कर दिया। हमारा कहना है कि ईवीएम में गड़बड़ी होने पर ठीक क्या किया जाता है? हमें बता दो। भाजपा सरकार ने यूपी डायल 100, एम्बूलेंस सेवा 108 तथा 102 बर्बाद कर दी। जब मुख्यमंत्री अपने पद पर नहीं रहेंगे तब इनकी उपयोगिता उन्हें समझ में आएगी। अब कुछ ही महीने बचे हैं जब लोकतंत्र को 2019 में बचाना है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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