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यूपी चुनाव 2017: सपा ने कांग्रेस को दी अमेठी-रायबरेली की 10 में से 8 सीटें, पेंच अभी भी बाकी
यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव-2017 में अमेठी-रायबरेली की 10 में से 8 सीटें गुरूवार (2 फरवरी) को सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) ने कांग्रेस को दे दी हैं। जबकि अमेठी जिले की अमेठी विधानसभा सीट और रायबरेली की डलमऊ सीट सपा ने अपने पास ही रखी है।
लखनऊ: यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव-2017 में अमेठी-रायबरेली की 10 में से 8 सीटें गुरूवार (2 फरवरी) को सत्ताधारी समाजवादी पार्टी (सपा) ने कांग्रेस को दे दी हैं। जबकि अमेठी जिले की अमेठी विधानसभा सीट और रायबरेली की ऊंचाहार सीट सपा ने अपने पास ही रखी है। बता दें कि रायबरेली में चुनाव चौथे चरण (23 फरवरी) में और अमेठी में पांचवें चरण (27 फरवरी) में होने हैं।
बता दें कि वर्तमान में अमेठी सदर से सपा के गायत्री प्रसाद प्रजापति और रायबरेली की ऊंचाहार सीट से मनोज पांडेय विधायक हैं। ये दोनों अखिलेश कैबिनेट में मंत्री भी हैं।
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पेंच अभी भी बाकी ...
-सपा ने गठबंधन के तहत अमेठी-रायबरेली की 10 में 8 सीटें कांग्रेस को भले दे दी हों, लेकिन कांग्रेस की तरफ से पेंच अभी बाकी है।
-यह पेंच फंसा है अमेठी राजघराने के संजय सिंह की पत्नी अमिता सिंह पर, जो अमेठी सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं।
-बता दें कि अमिता सिंह अमेठी सीट से कांग्रेस की विधायक भी रह चुकी हैं।
-बीजेपी ने संजय सिंह की पहली पत्नी गरिमा सिंह को मैदान में उतारा है।
-अगर कांग्रेस ये सीट भी बातचीत में पाने में सफल हो जाती हैं तो दो सौतनें मैदान में आमने-सामने होंगी।
-पिछले साल अमेठी राजभवन पर कब्जे को लेकर गरिमा ओर उनके बेटे का संजय सिंह से झगड़ा भी हुआ था।
-अमिता सिंह राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन खिलाडी रही हैं।
-उन्होंने बैडमिंटन खिलाड़ी सैयद मोदी से भी प्रेम विवाह किया था।
-जिनकी 1987 में राजधानी लखनऊ में हत्या कर दी गई थी।
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अमेठी सीट से वर्तमान में गायत्री प्रसाद प्रजापति हैं सपा विधायक
-यहां से सपा के उम्मीदवार गायत्री प्रसाद प्रजापति हैं।
-जो पिछला चुनाव इसी सीट से जीत चुके हैं और अखिलेश सरकार में परिवहन मंत्री भी हैं।
-अखिलेश ने अवैध खनन मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की टिप्पणी के बाद उन्हें मंत्री पर से हटा दिया था।
-लेकिन तब सपा के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के करीबी होने के कारण उन्हें फिर से मंत्री बना दिया गया।
-अमेठी सीट से गायत्री को प्रत्याशी बनाने के लिए भी मुलायम का ही दवाब था।