क्‍या आप हैं जुगाड़ तकनीक के महारथी, ये बिलेनियर बिजनेसमैन कर रहा दिल खोल कर मदद

sudhanshu
Published on: 1 Aug 2018 11:13 AM GMT
क्‍या आप हैं जुगाड़ तकनीक के महारथी, ये बिलेनियर बिजनेसमैन कर रहा दिल खोल कर मदद
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लखनऊ: क्‍या आपने कभी जुगाड़ टेक्‍नोलॉजी के बारे में सुना है। जी हां, वही टेक्निक जिसकी मदद से हम अपने घर की छोटी-मोटी चीजों को चुटकी बजाते ही ठीक कर देते थे। या फिर घर पर खराब पड़ी चीजों का क्रिएटिव इस्‍तेमाल करके सबकी वाह-वाही लूट लिया करते थे। अब इसी टे‍क्‍नोलॉजी का जमाना आ गया है। अब जो जितना जुगाडू होता है, उसकी उतनी ही पूछ होती है। ये बात भारत के मशहूर उदयोगपति आनंद महिंद्रा ने एक बार फिर सही ठहरा दी है। आज हम आपको आनंद महिंद्रा की जिंदगी में आए उन चार खास लोगों से रूबरू करवाएंगे, जिन्‍होंने इस बिजनेसमैन को अपनी जुगाड़ टेक्‍नोलॉजी का मुरीद बना दिया।

ऑटो को जुगाड़ से बना डाला स्‍कार्पियो

केरल के तिरूवला कस्‍बे के रहने वाले सुनील ऑटो चलाकर अपना गुजारा करते थे। वर्ष 2017 में उन्‍होंने अपने ऑटो में बैठने वाली सवारियों को चार पहिये का अहसास कराने के लिए अपने थ्री व्‍हीलर को स्‍कार्पियो का लुक दे दिया। उन्‍होंने जुगाड़ तकनीक से ऑटो के पिछले हिस्‍से को स्‍कार्पियो जैसा बना दिया। इनके ऑटो की तस्‍वीर को एक ट्विटर यूजर अनिल ने आनंद महिंद्रा को ट्वीट कर दिया। बस फिर क्‍या था, भारत के मशहूर बिजनेसमैन आनंद महिंद्र को ये जुगाड़ इतना पसंद आया कि उन्‍होंने इस ऑटो को अपनी कंपनी के म्‍यूजियम में रखने की ठान ली। इनकी टीम ने सुनील को ढूंढ कर उसका ऑटो खरीदा और बदले में उसे एक नया नवेला मिनी ट्रक गिफ्ट कर दिया।

बोलेरो को फूड ट्रक में किया कंवर्ट

वर्ष 2015 से मंगलौर की रहने वाली शिल्‍पा अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए स्‍ट्रीट फूड सेल कर रही थीं। उनके दिमाग में एक आइडिया आया और उन्‍होंने अपनी पुरानी बोलेरो गाड़ी को मिनी फूड ट्रक में जुगाड़ से कंवर्ट कर लिया। इतना ही नहीं इस फूड ट्रक का इंटीरियर भी शिल्‍पा ने कुछ इस तरह से डिजाइन किया कि हर चीज पूरी तरह आर्गेनाइज्‍ड मिनी रेस्‍तरां की तरह दिखती है। इनकी फोटो भी आनंद महिंद्रा को ट्विटर के जरिए ही मिली। इसके बाद इनकी टीम ने शिल्‍पा से संपर्क करके उन्‍हें कारोबार बढ़ाने के लिए एक नई बोलेरो गिफ्ट कर डाली।

जूतों के हस्‍पताल के मुरीद हुए महिंद्रा

इसी साल हरियाणा के जिंद में रहने वाले नरसीराम के बारे में आनंद महिंद्रा को जानकारी हुई। नरसीराम जिंद में ही जूतों की मरम्‍मत का काम करते हैं। लेकिन उनकी मार्केटिंग स्किल्‍स ने उनके लिए किस्‍मत के दरवाजे खोल दिए। नरसीराम ने अपनी दुकान में ज्‍यादा ग्राहक आकर्षित करने के लिए अपनी मार्केटिंग स्किल्‍स के जुगाड़ का सहारा लिया। उन्‍होंने अपनी दुकान को जूतों का हस्‍पताल नाम दिया और बकायदा उसमें ओ पी डी यानि जूतों की मरम्‍मत का समय भी लिखा। नरसीराम के बारे मे जानकर आनंद महिंद्रा ने उनकी मदद करने की ठानी और उनके इस छोटे से अस्‍पताल को नया लुक देने में मदद करने की पेशकश की।

इस पर उनकी टीम ने एक ऐसे चलते फिरते क्यिोस्‍क को डिजाइन किया जो भयानक आंधी-पानी में भी जस का तस रहेगा। इतना ही नहीं पूरा क्यिोस्‍क पूरी तरह से फोल्‍ड हो जाएगा। कियोस्‍क के दोनों तरफ डिटैचेबल बेंच लगी हैं और साथ में एक बड़ी छतरी भी है। इससे नरसीराम की दुकान पर जूतों की मरम्‍मत करने आने वाले ग्राहकों को वहां आराम से छांव में बैठने की सहूलियत भी मिलेगी। नरसीराम के मार्केटिंग जुगाड़ ने उनको वर्ल्‍ड फेमस बना दिया है।

इस शख्‍स की तलाश में जुटे महिंद्रा

हाल ही में बिजनेस मैन आनंद महिंद्रा को सोशल मीडिया पर एक वीडियो मिला है, जिसमें एक शख्‍स एक ही समय में गिटार, माउथ आर्गेन और ड्रम बजा रहा है। फिलहाल आनंद महिंद्रा को इस शख्‍स की सरगर्मी से तलाश है। इसकी इस जुगाडू परफार्मेंस ने आनंद महिंद्रा का दिल जीत लिया है और वह इसे अवार्ड देकर सम्‍मानित करने का मन बना चुके हैं।

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