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अनस सिद्दीक़ी और तन्वी सेठ को विदेश मंत्री के दखल के बाद मिला पासपोर्ट
लखनऊ: धर्म के नाम पर दंपत्ति को पासपोर्ट जारी करने से मना करने वाले पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा का तबादला करने के बाद काऱण बताओ नोटिस करते हुए अनस सिद्दीक़ी और तन्वी सेठ को पासपोर्ट जारी कर दिया गया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को तन्वी के ट्वीट के बाद विदेश मंत्रालय ने लखनऊ पासपोर्ट ऑफिस से जवाब तलब किया है।
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गौरतलब है, कि पासपोर्ट अधिकारी ने अनस सिद्दीक़ी और तन्वी सेठ का पासपोर्ट बनाने से यह कहकर मना कर दिया था, कि दोनों धर्म अलग-अलग है। अनस का आरोप है, कि उन को धर्म परिवर्तन की सलाह दी गई। उस के बाद ही पासपोर्ट जारी करने बात कही गई थी।
पासपोर्ट अधिकारी का तबादला, जताया खेद
धर्म के नाम पर पासपोर्ट नहीं जारी करने वाले पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा की गलती मानते हुए रीजनल पासपोर्ट अधिकारी ने अनस सिद्दीक़ी और तन्वी सेठ का पासपोर्ट जारी कर दिया है। लखनऊ के रीजनल पासपोर्ट अधिकारी ने बताया कि दंपत्ति का पासपोर्ट जारी कर दिया गया है।
पीआरओ रीजनल पासपोर्ट दफ्तर ने बताया कि विकास मिश्रा की गलती थी। उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। और उनका तबादला गोरखपुर कर दिया गया है। पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि अब यह सुनिश्चित होगा कि इस तरह की घटना न दोहराई जाए।
तन्वी ने विदेश मंत्री को ट्वीट कर जताई थी नाराज़गी
इससे पहले तन्वी सेठ ने पूरे घटनाक्रम के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर कहा था, कि "हेलो मैम, न्याय और आप पर पूरे भरोसे के साथ काफी गुस्से में मैं ये ट्वीट टाइप कर रही हूं। मुस्लिम शख़्स से शादी करने और अपना नाम नही बदलने की वजह से लखनऊ पासपोर्ट ऑफ़िस में मेरे साथ विकास मिश्रा ने बदसलूकी की, उससे मेरे मन में काफ़ी ज़्यादा ग़ुस्सा है। उसने मुझसे बहुत बेरुख़ी से बात की, मेरे मामले पर चर्चा के दौरान उनकी आवाज इतनी तेज थी, कि दूसरे लोग पूरी बातचीत सुन रहे थे। इससे पहले मैंने कभी इतना अपमानित महसूस नहीं किया"
अनस का आरोप धर्म परिवर्तन की दी गई सलाह
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के दखल के बाद तन्वी सेठ के पति अनस सिद्दकी ने कहा कि मुझसे अपना धर्म बदलने के लिए कहा गया। उन्होने ने कहा कि अफसर ने हम दोनों को लोगों के सामने अपमानित किया। शादी के 11 साल बाद इस तरह से अपमानित किया गया। मेरी बेटी मेरे साथ थी। तन्वी ने कहा कि हमें उम्मीद है, कि भविष्य में किसी और के साथ ऐसा व्यवहार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने माफ़ी मांगी है, और हमें पासपोर्ट मिल गया है।
पासपोर्ट अधिकारी ने खुद को बताया निर्दोष
उधर विकास मिश्रा ने खुद को निर्दोष बताते हुए डाक्यूमेंट्री में कमी बताते हुए कहा कि तन्वी सेठ के नाम से पासपोर्ट अप्लाई किया था। जबकि निकाह नामे में शाज़िया अनस नाम था। स्क्रूटनी के दौरान हम ने हलफ़नामा मांगा था। जिस के लिए उन्होंने मना कर दिया था। डाक्यूमेंट्री प्रूफ था। ऐसे में हम इसे इग्नोर नहीं कर सकते थे।