Asian Games 2018: स्वप्ना, अर्पिदर को गोल्ड, महिला हॉकी टीम 20 साल बाद फाइनल में

Manali Rastogi
Published on: 30 Aug 2018 2:35 AM GMT
Asian Games 2018: स्वप्ना, अर्पिदर को गोल्ड, महिला हॉकी टीम 20 साल बाद फाइनल में
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जकार्ता: यहां जारी 18वें एशियाई खेलों के 11वें दिन भी भारत की झोली में ऐतिहासिक उपलब्धियों का आना जारी रहा। बंगाल में रिक्शा चलाने वाले की बेटी स्वप्ना बर्मन ने महिलाओं की हेप्टाथलान में अपना वर्चस्व दिखाते हुए स्वर्ण जीता तो वहीं भारतीय महिला हॉकी टीम ने सेमीफाइनल में चीन को मात देकर 20 साल बाद फाइनल में जगह बनाई।

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पुरुषों में भारत के अर्पिदर ने ट्रिपल जम्प में देश की झोली में स्वर्ण डाला तो वहीं फर्राटा धावक दुती चंद ने महिलाओं की 200 मीटर स्पर्धा का रजत जीता। टेबल टेनिस में भी भारत के लिए अच्छी खबर आई। देश की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और उनके पुरुष जोड़ीदार अचंता शरथ कमल ने मिश्रित युगल वर्ग स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया।

इन्होने पक्के किए पदक

मुक्केबाजी में विकास कृष्ण और अमित पंघल ने सेमीफाइनल में जगह बनाकर पदक पक्के कर लिए हैं। स्वप्ना ने महिलाओं की हेप्टाथलान में अपने वर्चस्व दिखाते हुए स्वर्णिम चमक बिखेरी। स्वप्ना ने कुल सात स्पर्धा के बाद 6026 अंकों के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।

स्वप्ना ने 100 मीटर रेस में हीट-2 में 981 अंक, गोला फेंक में 707 अंक, 200 मीटर रेस में 790 अंक, लंबी कूद में 865 अंक व भाला फेंक में 872 अंक लिए। स्वप्ना पहली भारतीय महिला हैं जिन्होंने हेप्टाथलान में स्वर्ण पदक जीता है।

अर्पिदर ने किया शानदार प्रदर्शन

अर्पिदर ने पुरुषों की ट्रिपल जंप स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उन्होंने फाइनल में 16.77 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ सोने का तमगा हासिल किया। वह फाइनल में अच्छी शुरुआत नहीं कर पाए और पहले प्रयास में फाउल कर बैठे, लेकिन दूसरी बार में उन्होंने 16.58 मीटर की छलांग लगाई। तीसरे प्रयास में अर्पिंदर ने दमदार प्रदर्शन किया और 16.77 मीटर की दूरी तय की।

इस प्रयास के बाद हालांकि दो प्रयास बचे हुए थे लेकिन बाकी प्रतिस्पर्धियों की छलांग से लग गया था कि अर्पिदर स्वर्ण अपने नाम कर लेंगे। अगले प्रयास में उन्होंने 16.08 मीटर की छलांग लगाई। चौथे एवं पांचवें प्रयास में फाउल कर बैठे लेकिन कोई भी खिलाड़ी उनकी 16.77 मीटर की छलांग से आगे नहीं निकल पाया।

दुती चंद को मिला रजत

महिला धावक दुती चंद ने 200 मीटर स्पर्धा में रजत पदक जीता। दुती ने फाइनल में 23.20 सेकेंड का समय निकालते हुए दूसरा स्थान हासिल किया। इन खेलों में दुती का यह दूसरा रजत पदक है। इससे पहले उन्होंने 100 मीटर स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम किया था।

1500 मीटर रेस में मंजीत सिंह ने हीट-1 में तीन मिनट 50.59 सेकेंड का समय निकालकर और जिनसन जॉनसन ने तीन मिनट 46.50 सेकेंड में रेस पूरी कर फाइनल में जगह बनाई।

इन्होने भी फाइनल में बनाई जगह

पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर टीम स्पर्धा में कुन्हु मुहम्मद पुथानपुरक्कल, जीवन सुरेश, जीथू बेबी, धरुण अयासामी की भारतीय टीम ने हीट-1 में दूरी को तीन मिनट 06.48 सेकेंड में तय कर दूसरा स्थान हासिल कर फाइनल में जगह बनाई।

टेबल टेनिस में अचंता और मनिका की जोड़ी को सेमीफाइनल में चीन के चुकिन वांग और सुन यिंगशा की जोड़ी ने पांच गेमों तक चले मुकाबले में 11-9, 11-5, 11-13, 11-4, 11-8 से हराकर फाइनल में स्थान पक्का किया। सेमीफाइनल में हार के बाद अचंता और मनिका को कांस्य से संतोष करना पड़ा।

हॉकी में भारतीय महिलाओं को मिली ऐतिहासिक सफलता

इससे पहले, मनिका और शरथ ने क्वार्टर फाइनल में पांच गेमों तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में उत्तर कोरिया की सोंग जी एन और सिम हयो चा की जोड़ी को 4-11, 12-10, 6-11, 11-6, 11-8 से मात देकर अंतिम-4 का टिकट कटाया था।

इसी वर्ग में एंथनी अमलराज और मधुरिका पाटकर की जोड़ी को अंतिम-16 दौर में हांगकांग की क्वान हो और चिंग हो ली की जोड़ी ने प्री-क्वार्टर फाइनल में 26 मिनटों के भीतर 3-1 (6-11, 11-7, 11-5, 11-4) से हराया।

हॉकी में भारतीय महिलाओं ने ऐतिहासिक सफलता हासिल की। गुरजीत कौर ने आखिरी क्वार्टर में 52वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर भारतीय महिला हॉकी टीम को 20 साल बाद एशियाई खेलों के फाइनल में पहुंचा दिया। भारत ने गुरजीत के एकमात्र गोल के दम पर सेमीफाइनल में चीन को 1-0 से हराते हुए फाइनल का टिकट कटाया। भारतीय महिला हॉकी टीम ने इससे पहले 1998 में बैंकॉक में हुए एशियाई खेलों के फाइनल में जगह बनाई थी।

जापान से होगा फाइनल में मुकाबला

फाइनल में भारत का सामना शुक्रवार को जापान से होगा। इसी दिन कांस्य पदक के लिए चीन का मुकाबला दक्षिण कोरिया से होगा। भारतीय मुक्केबाजों में अमित पंघल और विकास कृष्ण ने कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया है। पुरुषों में हालांकि धीरज क्वार्टर फाइनल में जीत हासिल नहीं कर सके। महिलाओं में सरजूबाला देवी का सफर भी क्वार्टर फाइनल में थम गया।

अमित ने 49 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उत्तरी कोरिया के मुक्केबाज रयोन किम जांग को 5-0 से मात दी। सेमीफाइनल में उनका सामना फिलीपींस के पालम कार्लो से होगा।

स्क्वॉश में चीन को एकतरफा हराया

विकास को 75 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा में चीन के मुक्केबाज तांगलातिहान तोहेता ने कड़ी टक्कर दी लेकिन भारतीय मुक्केबाज मैच को 3-2 से जीतने में कामयाब रहे। सेमीफाइनल में उनका सामना कजाकिस्तान के अबिलखान अमानकुल से होगा। धीरज को मंगोलिया के चिनजोरिग बातारसुख ने 5-0 से करारी शिकस्त दे बाहर का रास्ता दिखाया।

महिला मुक्केबाज सरजूबाला देवी को 51 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें चीन की युवा मुक्केबाज युआन चांग ने 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। हैंडबाल में भारतीय पुरुष टीम ने ग्रुप-3 के मुख्य दौर (मेन राउंड) में इंडोनेशिया को 37-23 के स्कोर से मात दी।

स्क्वॉश में जोशना चिनप्पा, दीपिका पल्लिकल कार्तिक, सुनैना कुरुविल्ला और तन्वी खन्ना की भारतीय महिला टीम ने पूल-बी में खेले गए मैच में चीन को एकतरफा मुकाबले में 3-0 से हरा दिया। ग्रुप स्तर पर भारतीय टीम का अगला और आखिरी मुकाबला गुरुवार को हांगकांग से होगा।

--आईएएनएस

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