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अटल गीत गंगा में साझा हुई पूर्व पीएम अटल जी की सुनी-अनसुनी यादें

Rishi
Published on: 25 Dec 2017 5:13 PM IST
अटल गीत गंगा में साझा हुई पूर्व पीएम अटल जी की सुनी-अनसुनी यादें
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लखनऊ : भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 93वें जन्मदिन के मौके पर अटल गीत गंगा कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हो रहा है।

-कार्यक्रम में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री महेंद्र सिंह, मंत्री आशुतोष टंडन, मंत्री ब्रजेश पाठक व भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टण्डन मौजूद।

-भोजपुरी सुपर स्टार रवि किशन, बॉलीवुड हास्य कलाकार राजपाल यादव, फिल्म निर्माता पहलाज निहलानी व अन्य कई कलाकार मौजूद।

-बॉलीवुड के स्टार्स उनकी कविताओं को पढ़ंगे।

-कुछ ही देर में पहुंचेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल राम नाइक।

-नित्य निपुण संस्था की बालिकाएं दे रही 'क्या खोया क्या पाया' गीत पर नृत्य से पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि।

-गवर्नर राम नाईक, सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे अटल गीत गंगा कार्यक्रम में।

-गवर्नर राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

-दीप कमल फाउंडेशन द्वारा आयोजित किया गया है अटल गीत गंगा कार्यक्रम।

-पूर्व प्रधानमंत्री के सहयोगी एन एम घटाते का गवर्नर राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूना से आई स्पेशल पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।

-पूर्व प्रधानमंत्री के सहयोगी घटाते ने कहा कि लखनऊ में अटल जी के बारे में ज्यादा क्या बोलूं। लखनऊ से वो 5 बार चुने गए। अटल बिहारी सबसे बढ़िया वक्ता थे। हालाँकि वो बोले कम और काम ज्यादा किया।

-अटल जी एक जुनूनी पुरुष थे। अटल जी का शब्दकोष इतना बड़ा था कि वो साधरण चीजो को भी बहुत रोचकता से बोलते थे।

-जब वो पाकििस्तान गए तो नवाज़ शरीफ़ ने उनका भाषण सुनकर कहा था कि आप तो कहीं से भी इलेक्शन जीत सकते हैं।

-उन्हें पता था कि कार्यकर्ताओ को कैसे उत्साहित करना है। वो कहते थे की हम कबड्डी खेले हैं, मरकर भी जिन्दा होना जानते हैं।

-जब उन्होंने 1991 में पहली बार लखनऊ में भाषण दिया तो बोले की आप हमें सेवा का मौका दोगे तो मैं आपको शिकायत का मौका नही दूंगा।

-एक्ट्रेस नीतू चंद्र, हिमानी शिवपुरी, कविता तिवारी को भी किया गया सम्मानित।

-बॉलीवुड कलाकार राजपाल यादव ने नारी शक्ति पर सुनाई कविता : जो पतन से बचा ले वो पत्नी, हो हनन से बचा ले वो बहन।

-राजपाल यादव ने कहा कि जब आदमी 90 पार कर जाता है वो पुरुष की श्रेणी से निकलकर ज्येष्ठ बन जाता है। आज वो देवपुरुष बन चुके हैं। उन्होंने कविता पढ़ी कि,' एक नया भारत बनाने का इरादा मन में है, एक नया भारत जिसमे एक नया विश्वास हो।' इस कविता से उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के प्रति अपनी भावनाएं सामने रखी।

-अभिनेता रवि किशन ने कहा कि गवर्नर राम नाईक और अद्भत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोटि कोटि प्रणाम।

-रवि किशन ने 'भगवा' शीर्षक की कविता पढ़कर अपनी भावनाएं व्यक्त की।

क्या बोले सीएम योगी

-सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, आज पूर्व पीएम अटल बिहारी जी का 94 जन्मदिवस मनाया जा रहा है। हम सब उनके स्वस्थ और दीर्घ जीवन की कामना कर रहे हैं। मैं दीप कमल फाउंडेशन को इस आयोजन को लखनऊ में करने के लिए आभारी हूं।

-अटल जी ने अपनी पूरी राजनीतिक पारी को निष्कलंक शून्य से लेकर शिखर तक की यात्रा को प्रप्त किया। वो पक्ष में हो या विपक्ष में उनके व्यक्तित्व का विशेष आकर्षण था। 1992 से 2005-06 तक उनका सानिध्य प्राप्त हुआ। संसद में साथ करने का मौका मिला। संसद में पक्ष विपक्ष में कितना भी तनाव क्यों न हो लेकिन अटल जी का एक वक्तव्य सारी कड़वाहट को मिठास में बदल देता था। आजाद भारत में कैसे विकास हो, गांव को विकास का केंद्र बनाने के शिल्पी अटल जी थे।

-इस देश के अंदर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना दी। 54 हज़ार करोड़ रूपये खर्च करके गांव से जोड़ा गया।

-देश अस्थिरता के दौर से गुजर चुका था। इस देश की राजनीति को स्थायित्व देने और बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और उसे मजबूत करने का काम पीएम के रूप में अटल जी ने किया।

-आज हर व्यक्ति के पास मोबाइल फ़ोन है। इस सपने को अटल जी ने साकार किया। 1998 से 2004 तक उन्होंने काम किया।

-अटल जी की नींव पर आगे चलकर कांग्रेस ने 10 साल राज किया। कोई अलग योजना नहीं थी, सब अटल जी की योजनाएं थी। जैसे मोबाइल को गांव-गांव तक ले गए। वो अलग बात थी कि इस कामको एक सरकार ने घोटाले की चपेट में ले लिया।

-1998 में इस देश ने लगभग 25 साल बाद अपना पहला परमाणु विस्फोट करके दुनिया को अपनी शक्ति का एहसास दिलाया। ये भी अटल जी ने किया।

-1999 में कारगिल युद्ध के समय सबने अटल जी को सराहा। जब पाक ने भारत पर युद्ध थोप दिया और युद्ध छिड़ गया तो उन्होंने कहा कि शुरुआत उन्होंने की लेकिन अंत हम करेंगे। अमरीका बुलाता रहा लेकिन अटल जी ने कहा कि जब तक एक भी शत्रु भारत की सीमा में रहेगा हम समझौता नही करेंगे।

-अटल जी कहते थे की सिद्धांत की राजनीती होनी चाहिए।

-सभी कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधि अटल जी की बातों को आत्मसात कर लें तो पीएम मोदी जिस भारत की बात कर रहे उसमे अपना योगदान कर सकते हैं।

-अटल जी सार्वजनिक जीवन से दूर हैं। लेकिन हम उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं।

-मैं कामना करता हूं कि सभी भाषाओं में अटल जी के भाषणों का अनुवाद हो जाए तो बहुत लोग लाभान्वित होंगे। ठीक उसी तरह जैसे हमारे राज्यपाल जी की किताब चरैवेति चरैवेति का अनुवाद हो रहा है। ये राष्ट्र साधना है। जो ये साधना करता है वो राम बनकर उभरता है, अटल बिहारी बनकर उभरता है, रामनाईक बनकर उभरता है। इसलिए राष्ट्र साधना करते रहिए।

-कमल दीप फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित अटल जी की स्मारिका का गवर्नर राम नाईक और सीएम योगी आदित्यनाथ सहित सभी मंत्रियो और कालाकारों ने किया विमोचन।

क्या बोले गवर्नर

-एक बार जब अटल जी की सरकार एक वोट से गिर गई तो लोगों ने कहा कि एक वोट आपको ऐसे ही मिल जायेगा। तो उन्होंने इस्तीफ़ा दिया और कहा कि हम एक वोट से गिर गए। लेकिन जल्द बड़ा जनादेश लेकर सरकार बनाएंगे और ऐसा ही हुआ।

-कई दलों को साथ लेकर काम करने की कला अटल जी बखूबी जानते थे।

-छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ताओं को लेकर चलने में उन्हें महारथ हासिल थी।

-विदेश में एक प्रतिनिधि मंडल जाने वाला था। जिसमें अटल जी को जाना था। उस समय मैं कैंसर से जूझ रहा था। अटल जी को बीच में डेढ़ घंटे का वक़्त मिला तो बिना किसी को बताये मेरे घर साधारण टैक्सी से मुझे देखने आये थे। ये अटल जी का सबको साथ में लेकर चलने का जज्बा था।

-कारगिल के शहीदों को पेट्रोल पंप और गैस एजेंसी देने के मेरे प्रस्ताव को सीधे स्वीकार कर लिया था। ये उनकी सहृदयता का परिचायक है।

-अटल बिहारी सबसे अच्छे नेता हैं। पक्ष विपक्ष सब इनकी बात मानते थे। आज ऐसा नहीं होता। मोदी जी चाहे जितना अच्छा काम करें या योगी आदित्यनाथ जितना अच्छा काम करे आज ऐसा नहीं होता है।

-अटल जी दीर्घायु हो और उन्हें शीघ्र स्वास्थ्य लाभ मिले ऐसी मेरी कामना है।

-राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।



Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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