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इनका शौक पूरा कर रहा UP, बाॅर्डर पार करके आ रहे हैं बिहारी GUZZLERS
गाजीपुरः एक तरफ अप्रैल से बिहार में शराब बंदी लागू हो गई है। वहीं यूपी में बिहार बाॅर्डर पर शराब की नई दुकानें खोल दी गई हैं। शराब के शौकीन बाॅर्डर पार कर यूपी में अपना शौक पूरा कर रहे हैं। इन नई दुकानों के लाइसेंस पर ग्रामीणों को जहां आपत्ति है वहीं आबकारी अधिकारी का है कि बिहार में शराब बंद हो चुकी है ऐसे में कोई अवैध या जहरीली शराब का सेवन न कर ले। इसीलिए सीमा पर तीन नए लाइसेंस जारी किए गए हैं।
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क्या है मामला
अंग्रेजी शराब के दाम जहां पिछली बार से 25 फीसदी तक घटा दिया गया है। वहीं गाजीपुर में कुल तीन और नई दुकानों का लाइसेंस जारी कर दिया गया है। जिसमें दो दुकानें बिल्कुल बिहार सीमा के करीब खुली हैं। चूकिं गाजीपुर की सीमा बिहार के बक्सर और भभूआ जिले की सीमा से लगी हुई है। ऐसे में यहां बिहार से शराब के शौकीन यहांआकर अपना शौक पूरा करते हैं।
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क्या कहते हैं एमएलसी
बाॅर्डर पर खुल रही नई दुकानों का ग्रामीण और एमएलसी विशाल सिंह चंचल विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि आजादी के बाद से अब तक शराब की कोई दुकान उधर नहीं खुली थी। ऐसे में नई दुकान खोले जाने से नशाखोरी को बढ़ावा मिलेगा और नक्सली गतिविधियां क्षेत्र में बढ़ेगी। शराब की तस्करी को भी बल मिलेगा। यह इलाका मुस्लिम बाहुल्य है और इस्लाम में शराब हराम है ऐसे में प्रशासन और सरकार को चाहिए कि उधर दुकानें न खोली जाएं।
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आबकारी अधिकारी ने क्या कहा
वहीं जिला आबकारी अधिकारी राजेंद्र कुमार का कहना है कि बिहार में शराब बंदी हो चुकी है ऐसे में कोई अवैध या जहरीली शराब का सेवन न कर ले। ऐसे में जनहानि न हो इसको देखते हुए सरकारी नीति के अनुसार पिछली बार से इस बार तीन शराब की नई दुकानें खोले जाने की प्रक्रिया हो चुकी है।
63 सौ बीएल की छोटी-छोटी दुकानों के खोले जाने से शराब तस्करी की संभावनाएं नगण्य हैं। ऐसे में दोनों तरफ बार्डर पर पुलिस चौकियां बनी हुई हैं। इसलिए शराब तस्करी की संभावनाएं नहीं हैं। लोग राजनीति से प्रेरित होकर एक दुकान का विरोध कर रहे हैं। जबकि दो दुकानें खोली जा चुकी हैं।
बिहारी ने क्या कहा
गाजीपुर बिहार से सटा हुआ है और गर्मी में शराब के शौकीन लोग दुकानों पर अपना शौक पूरा करते हैंं। अपनी पहचान को छिपाए रखने की शर्त पर शराब के शौकीन एक बिहारी ने बताया कि बिहार में शराब बंद हो चुकी है और हम लोग बार्डर पर ही रहते हैं। इसलिए हम लोगों का ग्रुप इधर आकर शराब का शौक पूरा कर लेते हैं साथ ही शराब लेकर चले भी जाते हैं। इस दौरान पूछने पर कि किसी प्रकार की बार्डर पर चेकिंग तो नहीं होती तो उसने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है, लेकिन फिर भी ऐहतियातन हम लोग बच-बचाकर निकल जाते हैं।
धड़ल्ले से जारी है शराब की बिक्री
बिहार में शराब बंदी होने के बाद बिहार सीमा से सटे गाजीपुर के बार्डर क्षेत्र में शराब की दुकानों पर अमूमन भीड़ ज्यादा देखी जा रही है। यूपी में शराब की बिक्री धड़ल्ले से जारी है और शराब सबको आराम से उपलब्ध है किसी प्रकार की कोई पहचान बताने की जरूरत नहीं है। ऐसे में शराब के शौकीन बिहार से बार्डर पार कर यूपी में आकर अपना शौक पूरा कर रहे हैं।
गाजीपुर आबकारी विभाग की मानें तो इस बार शराब की दर कम होने के बावजूद वित्तीय वर्ष 2016-17 के अप्रैल के शुरुआती 20 दिनों के आंकड़े में ही पिछली बार की अपेक्षा 15 फीसदी की वृद्धि हो चुकी है। विभाग भी मानता है कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल शुरूआती माह में ही शराब की सेल बढ़ी है जिसमें बार्डर पार से आए शराब के शौकीन भी राजस्व बढ़ोतरी का एक कारण हो सकते हैं।