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BYTE:कुंदनिका शर्मा को मिली जमानत,भड़काऊ भाषण मामले में हुई थीं अरेस्ट
आगरा: आगरा में विहिप नेता अरुण माहोर की शोकसभा में भड़काऊ भाषण मामले में भाजपा नेत्री कुंदनिका शर्मा को 2 अप्रैल तक अंतरिम जमानत मिली है। पुलिस ने कुंदनिका को उनके बल्केश्वर स्थित आवास से गिरफ्तार किया था।
इससे पहले भड़काऊ बयान मामले में नेता कुंदनिका शर्मा सहित तीन लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुआ था। इन पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप हैं।
पुलिस वैन में कुंदनिका शर्मा
प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप
महाघेराव के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया ने हिंदूवादी नेताओं पर दर्ज केस वापस लेने की मांग की थी। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से यह कार्रवाई की गई। भाजपा नेता इसे प्रशासन की वादा खिलाफी बता रहे हैं।
पुलिस से भिड़े भाजपा कार्यकर्ता
भाजपा नेत्री की गिरफ़्तारी से भड़के कार्यकर्ताओं ने पुलिस से अभद्रता की। इस दौरान कुछ कार्यकर्ता सदर थाना प्रभारी राजा सिंह से भिड़ गए। एक कार्यकर्ता को पुलिस वालों ने पकड़ा लेकिन कुछ देर बाद ही उसे रिहा कर दिया।
कई थानों की पुलिस डटी रही मौके पर
कुंदनिका शर्मा की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कोर्ट का रुख किया। सूचना मिलते ही प्रशासन सक्रिय हो गई। कई थाना प्रभारी और कई क्षेत्राधिकारी कोर्ट पहुंच गए। इस दौरान कोर्ट परिसर में मौजूद अधिकारी पल-पल की खबर उच्च अधिकारियों को अवगत करते नजर आए।
क्या कहना है कुंदनिका का
भाजपा नेत्री ने बताया कि मेरी कानून में पूरी आस्था है लेकिन पुलिस प्रशासन ने वादाखिलाफी की है। बड़े-बड़े अपराधियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। मैंने तो अधिकारियों को मेसेज कर बता दिया था कि जब कहें तब वो खुद गिरफ्तारी देने पहुंच जाएंगी।
क्या था मामला?
-कुंदनिका शर्मा, विहिप के अशोक लवानिया और एबीवीपी के शशांक चौधरी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हुए थे।
-बीजेपी, विहिप और एबीवीपी के इन नेताओं पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।
-जयपुर हाउस के पार्क में 28 फरवरी को आयोजित विहिप नेता की श्रद्धांजलि सभा में भड़काऊ भाषण दिया था।
-श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री डॉ. राम शंकर कठेरिया, साध्वी प्राची सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।
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विहिप नेता की हुई थी सरेआम हत्या
-25 फरवरी को विहिप नेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
-विहिप नेता अरुण माहौर की बाजार में सरेआम हत्या कर दी गई थी
-इस मामले में 28 फरवरी को जयपुर हाउस में शोकसभा आयोजित की गई थी।
-साध्वी प्राची के शोक सभा में शामिल होने से मामला गरमा गया था, उन्हें मंच पर जगह नहीं दी गई थी।
-रिपोर्ट के अनुसार शोक सभा में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया ने कहा था कि हमें खुद को ताकतवर बनाना होगा। नहीं तो कल दूसरा साथी भी खोना पड़ेगा।
-अन्य नेताओं ने अपने भाषण में कहा था कि अरुण की मौत का बदला लिया जाएगा।