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सत्ता वापसी को तौरा में रात बिताएंगे अखिलेश, जानिए यहां क्या है ऐसा
Anurag Tiwari
लखनऊ: सीएम अखिलेश यादव चित्रकूट जिले के गांव तौरा में रात्रि-विश्राम कर लोहिया ग्राम की हकीकत से रूबरू होंगे। लेकिन सीएम के इस गांव में रुकने की सिर्फ एक वजह यह नहीं कि वे जनता की बीच जाकर उनकी दुश्वारियों को जानना चाहते हैं।
माना जा रहा है कि तौरा गांव के सड़क के उस पार नांदी गांव है, जहां पवित्र हनुमान धारा बहती है। सीएम अखिलेश ने 2012 में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भी यहां आकर हनुमान धारा में अनुष्ठान किया और संकट-मोचन हनुमान का आशीर्वाद प्राप्त किया। कयास ये लगाए जा रहे हैं कि 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले सीएम यहां एक बार संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर सत्ता में वापसी की राह आसान बनाने का आशीर्वाद मांगेंगे।
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लंका दहन आग की गर्मी को शांत किया था हनुमान ने
प्रचलित किस्सों के अनुसार, लंका-दहन के बाद यहीं पर हनुमान जी को आग के तपन से मुक्ति मिली थी। लंका दहन में हनुमान जी का पूरा शरीर काफी तप गया था।
हनुमान धारा
श्रीराम के कहने पर यहां आए थे हनुमान
-कहा जाता है कि रावण-वध और लंका विजय के बाद हनुमान ने अपने श्रीराम से आग के चलते पैदा हुई गर्मी शांत करने का उपाय पूछा था।
-इस पर श्री राम ने उन्हें बताया कि वे विंध्य पर्वत पर जाएं, इस इलाके में कई ऋषि-मुनियों ने तप किया था।
-इसलिए यह भूमि पवित्र मानी जाती है। इसके बाद हनुमान ने चित्रकूट आकर विंध्य पर्वत श्रंखला की एक पहाड़ी में श्री राम रक्षा स्त्रोत का पाठ 1008 बार किया।
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-कहा जता है कि जैसे ही स्त्रोत का पाठ पूरा हुआ ऊपर से एक जलधारा प्रकट हो गयी। इस जलधारा के हनुमान के शरीर में पड़ते ही शरीर को ठंडक मिली।
-आज भी यहां वह जल धारा के निरंतर गिरती है। जिस कारण इस स्थान को हनुमान धारा के रूप में जाना जाता है।
हनुमान धरा में ही सीएम अखिलेश की श्रद्धा
यहां हैं हनुमान के पद चिन्ह
-हनुमान धारा के पपास बसे गांव नांदी में एक बड़े पदचिन्ह के निशान हैं। कहा जाता है जब हनुमान ने यहां पैर रखा तो उनके शरीर के वजन से उनके पैर के नीचे बड़ा गड्ढा बन गया।
-कहा जाता है कि इस पदचिन्ह के जो कोई दर्शन करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
-सीएम अखिलेश ने साल 2012 के विधानसभा चुनावों से पहले यहां अनुष्ठान किया था। इसके बाद ही वे यूपी के सबसे यंग चीफ मिनिस्टर बने।
-मान जा रहा है कि अगले विधानसभा चुनावों में उनकी सत्ता में वापसी के कयासों के बीच वे एक बार फिर यहां पहुंच अपनी पार्टी की जीत की दुआ मांगेंगे।
गरीबों से सीधे जुड़ने के लिए करेंगे अखिलेश करेंगे रात्रि विश्राम
-सीएम तौरा गांव में प्रधान के घर रात्रि विश्राम करेंगे, तौरा गाँव एक लोहिया ग्राम है, जहां का प्रधान एक दलित है।
-यह गांव कर्बी सद्र विधानसभा क्षेत्र में पड़ता है जहां से डाकू ददुआ का बेटा वीर सिंह कर्वी सदर सीट से विधायक है।
-यहीं पड़ोस के मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र से इस बार समाजवादी पार्टी ने निर्भय पटेल को 2017 विधानसभा का उम्मीदवार बनाया है।
-यहां पहुंच सीएम अखिलेश यादव कुछ गांवों में जाकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे।
झोपड़ियों में जाते रहे हैं राहुल गांधी
-राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में कई बार गरीबों के घर खाना खा चुके हैं।
-इसके अलावा बुंदेलखंड में भी राहुल गांधी ने गांवों का दौरा किया है।
-हाल ही में राहुल गांधी बुंदेलखंड आए थे और अखिलेश के साथ केंद्र सरकार पर गरीब विरोधी होने का आरोप लगाया था।
अधिकारियों से हुई शुरुआत
-अखिलेश यादव के कई अधिकारी भी गांवों में जाकर लोगों की सुध लेने की कोशिश करते हुए खुद को दिखा चुके हैं।
-हालांकि, अधिकारियों के लिए जिस तरह गांवों में सुविधाएं जुटाईं गईं, उससे तो वो पिकनिक मनाते दिखे।
अखिलेश को क्यों आई गांवों की याद?
-हाल ही में इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट की सर्वे रिपोर्ट के अलावा एक नेशनल चैनल के अोपिनियन पोल में यह बात सामने आई थी कि 2017 चुनाव में बीएसपी सबसे बड़ी पार्टी होगी।
-बीजेपी दूसरे और एसपी तीसरे नंबर पर दिखाई गई थी। सीएम अखिलेश यादव ने सर्वे रिपोर्ट को सचेत करने वाला बताया था।
-माना जा रहा है कि डैमेज कंट्रोल के लिए सीएम कुछ इस तरह के कदम उठा सकते हैं जिससे सरकार की इमेज में सुधार हो।