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GOOD NEWS: अब जनरल बोगी में मिलेंगी राजधानी से भी बेहतर सुविधाएं
नई दिल्ली : अब तक गरीबों का सफर कहा जाने वाला जनरल बोगी अब अमीरों की तरह आरामदायक होगा। इसके लिए एक्सप्रेस ट्रेनों में कई सुविधाओं से लैस अनारक्षित श्रेणी का 'दीनदयालु कोच' लगाया जाएगा। एक नजर यदि इस कोच की सुविधाओं पर डालें तो यह कई मायनों में राजधानी और शताब्दी जैसी वीआईपी ट्रेनों से भी बेहतर साबित होंगी। रेलवे कोच फैक्ट्री चेन्नई और कपूरथला के साथ ही भोपाल के निशातपुरा में भी इस तरह के कोच तैयार किए जाएंगे।
अब पानी के लिए नहीं उतरेंगे ट्रेन से
सफर के दौरान अक्सर यात्री पानी पीने या खरीदने के लिए ट्रेन से स्टेशन पर उतरते हैं। लेकिन इस कोच में यात्री को न तो बोतलबंद पानी खरीदने की जरूरत होगी और न नीचे उतरने की। क्योंकि कोच में दो एक्वागार्ड लगाए गए हैं। इससे यात्री बिना कोई पैसा दिए शुद्ध पानी पी सकेंगे। गौरतलब है कि इस तरह की सुविधा राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों में भी नहीं है।
ट्रेनों में लगेंगे 700 कोच
मंगलवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस आधुनिक कोच का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जल्द ही ट्रेनों में दीनदयालु कोच लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इस वित्त वर्ष में ट्रेनों में 700 दीनदयालु कोच लगाने का लक्ष्य रखा गया है। रेल मंत्री ने कहा कि रेल बजट में घोषित 'हमसफर' और 'तेजस' ट्रेनें भी जल्द शुरू होगी।
इस महीने तैयार होंगे 20 कोच
-पहला दीनदयालु कोच को इंटिग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई में बनाया गया है।
-19 जुलाई को इसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लाया गया था।
-मंत्रालय का कहना है कि इसी महीने 20 और कोच तैयार हो जाएंगे।
-इस तरह के कोच को राजधानी, शताब्दी और दूरंतो जैसी ट्रेनों को छोड़कर अन्य ट्रेनों में लगाए जाएंगे।
ब्रेल लिपि का प्रयोग
कोच की खासियत यह भी है कि इमरजेंसी गेट से लेकर सीट तक ब्रेल लिपि का इस्तेमाल किया गया है। इसका मकसद देखने में असमर्थ यात्रियों को सीट ढूंढने में किसी प्रकार परेशानी न होने देना है।
सामान्य कोच में लगा है बॉयो टॉयलेट
-इसी तरह शौचालय खाली है या नहीं, इसकी जानकारी कोच में लगे टॉयलेट इंडीकेटर से मिल जाएगी।
-कोच में बॉयो टॉयलेट और डस्टबिन भी लगाए गए हैं।
-ये अभी तक किसी भी श्रेणी के कोच में नहीं है।
-कोच की टंकी में पानी है या नहीं, इसके लिए भी इंडीकेटर लगाया गया है।
पटरी वाली सीट को गद्देदार बनाया गया
-दीनदयालु कोच की सीट गद्देदार बनाई गई है ताकि यात्री आराम से सफर कर सकें।
-खास बात यह भी है कि ऊपर की सीट को भी गद्देदार बनाया गया है।
-जनरल बोगी में आम तौर पर सामान्य कोच की सीट या तो पटरी वाली होती है या फिर सिर्फ नीचे की सीट पर फोम लगाया जाता है।
-लेकिन दीनदयालु कोच में नीचे और ऊपर दोनों सीट गद्देदार बनाई गई है।
-सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दो फायर एक्सटिंग्यूसर भी लगाए गए हैं।
मोबाइल चार्जिंग की भी सुविधा
-अनारक्षित कोच में सबसे बड़ी परेशानी मोबाइल चार्जिग की होती है। इसे दूर करने के लिए सीट के पास ही चार्जिग प्वाइंट बनाए गए हैं।
-सामान रखने के लिए साइड में कैरियर भी लगाया गया है।
-सीट के पास कपड़ा टांगने के लिए हुक भी लगाए गए हैं।