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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का 86वां जन्मदिन आज, जानिए उनके बारे में
लखनऊ: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज अपना 86वां जन्मदिन मना रहे हैं। वर्तमान समय के पाकिस्तान के गाह में पैदा हुए मनमोहन सिंह पहले पंजाब यूनिवर्सिटी और बाद में दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकॉनॉमिक्स में प्रोफेसर के पद पर थे। इसके बाद उन्होंने साल 1971 में भारत सरकार की कॉमर्स मिनिस्ट्री में आर्थिक सलाहकार का पद संभाला।
चूंकि, आज पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का जन्मदिन है, इसलिए आज हम उनके बारे में आपको विस्तार से बताने वाले हैं।
- ब्रिटिश भारत (वर्तमान पाकिस्तान) के पंजाब प्रांत में 26 सितंबर, 1932 को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का जन्म हुआ था।
- मनमोहन सिंह का नाम भारत के सबसे एजुकेटेड प्राइम मिनिस्टर्स की लिस्ट में आता है।
- पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद उन्होंने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से पीएचडी की पढ़ाई पूरी की। मनमोहन यही नहीं रुके। इसके बाद उन्होंने अपनी डीफिल की डिग्री ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से प्राप्त की।
- पूर्व पीएम की बुक ‘इंडियाज़ एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ’ भारत की अन्तर्मुखी व्यापार नीति की पहली और सटीक आलोचना मानी जाती है।
- इकोनॉमिक्स के के अध्यापक के तौर पर मनमोहन सिंह ने काफी ख्याति अर्जित की।
- पूर्व पीएम पंजाब यूनिवर्सिटी और बाद में प्रतिष्ठित दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर रहे। इसी बीच वो संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन सचिवालय में सलाहकार भी रहे और 1987 तथा 1990 में जेनेवा में साउथ कमीशन में सचिव भी रहे।
- 1971 में डॉ सिंह भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्त किए गए। इसके तुरन्त बाद 1972 में उन्हें वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया।
- मनमोहन सिंह ने योजना आयोग के उपाध्यक्ष, रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया।
- भारत के आर्थिक इतिहास में हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब डॉ सिंह 1991 से 1996 तक भारत के वित्त मंत्री रहे। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का प्रणेता माना गया है।
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1044786709630767104
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के जीवन के महत्वपूर्ण पड़ाव
- 1957-1965- चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय में अध्यापक
- 1969-1971- दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रोफ़ेसर
- 1976 - दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में मानद प्रोफ़ेसर
- 1982-1985 - भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर
- 1985-1987- योजना आयोग के उपाध्यक्ष
- 1990-1991- भारतीय प्रधानमन्त्री के आर्थिक सलाहकार
- 1991- नरसिंहराव के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में वित्त मंत्री
- 1991- असम से राज्यसभा के सदस्य
- 1995- दूसरी बार राज्यसभा सदस्य
- 1996- दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में मानद प्रोफ़ेसर
- 1999- दक्षिण दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन हार गये।
- 2001- तीसरी बार राज्य सभा सदस्य और सदन में विपक्ष के नेता
- 2004- भारत के प्रधानमंत्री
- 2009- दूसरी बार बनें प्रधानमंत्री
- इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और एशियाई विकास बैंक के लिये भी काफी महत्वपूर्ण काम किया है।
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