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VIDEO: RS से 53 सांसद रिटायर, जानिए पीएम मोदी का क्यों छलका दर्द

Rishi
Published on: 13 May 2016 6:55 AM GMT
VIDEO: RS से 53 सांसद रिटायर, जानिए पीएम मोदी का क्यों छलका दर्द
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नई दिल्लीः राज्यसभा से शुक्रवार को 53 सांसद छह साल के कार्यकाल के बाद रिटायर हो गए। इनमें यूपी के 11 सांसद भी हैं। इस मौके पर सदन में इन सांसदों की उपलब्धियों का बाकी सदस्यों ने बखान किया। पीएम नरेंद्र मोदी भी इनमें से थे। उन्होंने जीएसटी बिल पास न होने का मुद्दा सदन में उठाया। बता दें कि मोदी सरकार जीएसटी बिल पर जोर दे रही है, लेकिन राज्यसभा में बहुमत न होने की वजह से इसकी राह में रोड़ा अटक रहा है।

पीएम मोदी ने क्या कहा?

-मोदी ने रिटायर हो रहे सांसदों के कामकाज का उल्लेख किया।

-कई अहम बिल पास कराने में सांसदों की भूमिका की सराहना की।

-पीएम ने कहा, अगर आपके रहते जीएसटी बिल पास कराते तो बेहतर होता।

-जीएसटी पास कराते तो राज्य अपने सांसद पर गर्व करते।

मोदी के ये मंत्री भी जुलाई तक रिटायरमेंट की राह पर

-संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी।

-रेल मंत्री सुरेश प्रभु और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल।

-मोदी सरकार में मंत्री वाईएस चौधरी।

-वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण।

अनिश्चितकाल तक स्थगन

-राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है।

-तय वक्त से एक दिन पहले ही सदन स्थगित कर दिया गया।

-अब मानसून सत्र के दौरान होगी कार्यवाही।

कैसे होते हैं राज्यसभा से सांसद रिटायर?

-राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल लोकसभा सांसदों से अलग होता है।

-संसद के ऊपरी सदन में सांसद छह साल के लिए चुने जाते हैं।

-हर दो साल में एक-तिहाई सदस्य रिटायर हो जाते हैं।

-राज्यसभा में 250 सांसद और 12 नॉमिनेटेड मेंबर होते हैं।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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