TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

फर्रुखाबाद हादसा: ऑक्सीजन नहीं संवेदनहीनता को बताया मौतों की वजह

aman
By aman
Published on: 4 Sept 2017 5:17 PM IST
फर्रुखाबाद हादसा: ऑक्सीजन नहीं संवेदनहीनता को बताया मौतों की वजह
X
फर्रुखाबाद हादसा: ऑक्सीजन नहीं संवादहीनता को बताया गया मौतों की वजह

लखनऊ: यूपी के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने इस बात से साफ इंकार किया है कि फर्रुखाबाद जिले में भी गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज जैसा हादसा हुआ है और बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है। फर्रुखाबाद के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 30 दिनों में करीब 49 बच्चों की मौत पर जिला प्रशासन ने जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज करा दी है। जांच में बच्चों की मौत लापरवाही और इलाज में कमी होना बताया गया है।

ये भी पढ़ें ...फर्रुखाबाद में 49 बच्चों की मौत पर कार्रवाई, DM-CMO-CMS हटाए गए

इस मामले पर प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए फर्रुखाबाद के डीएम रवीन्द्र कुमार, सीएमओ उमाकांत पांडे और सीएमएस डॉ. अखिलेश अग्रवाल को हटा दिया है। खुद सीएमओ और सीएमएस ने अपनी रिपोर्ट में डीएम को बताया था, कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई।

ये है मामला

राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 20 जुलाई से 21 अगस्त तक 49 बच्चों की मौत का आंकड़ा सामने आया था। इनमें 19 बच्चों की मौत प्रसव के दौरान, जबकि 30 बच्चों की मौत न्यू बोर्न केयर यूनिट में इलाज के दौरान हुई थी। इस मामले में जिला प्रशासन ने एक पैनल से जांच कराई थी। इस जांच दल में सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम और तहसीलदार थे।

ये भी पढ़ें ...झारखंड में इंसेफलाइटिस, निमोनिया से 800 से ज्यादा बच्चों की मौत

...इसलिए अधिकारियों को हटाया

प्रशांत त्रिवेदी ने आज कहा, कि 'अधिकारियों को इसलिए हटाया गया है ताकि जांच सही तरीके से हो सके।स्वास्थ्य निदेशक की निगरानी में एक टीम गठित की जा रही है, वो तुरंत रवाना होगी और अपनी जांच रिपोर्ट सौपेंगी। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

ये भी पढ़ें ...BRD मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल और उनकी पत्नी गिरफ्तार

संवादहीनता थी बड़ी वजह

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य माना है कि संवादहीनता के चलते ये कमी हुई है। इसी कारण उनको तत्काल रूप से हटाया जा रहा है। जिला मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट गलत है। ऑक्सीजन की उपलब्धता की कोई कमी नहीं है।

सिटी मजिस्ट्रेट की जांच फैक्चुअल नहीं

प्रशांत त्रिवेदी ने कहा, कि 'आपसी तालमेल की कमी से ऐसे रिपोर्ट सामने आए हैं। सीएमओ और सीएमएस को स्थानीय प्रशासन से तालमेल रखना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसी वजह से दोनों को हटाया गया।' उन्होंने कहा, कि सिटी मजिस्ट्रेट की जांच फैक्चुअल नहीं है।

ये भी पढ़ें ...BRD मेडिकल कॉलेज: कमीशन के खेल में गई 60 मासूमों की जान!



\
aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story