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गोमती रिवर फ्रंट घोटाला: योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, 3 अभियंता सस्पेंड
लखनऊ: अखिलेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट में हुए घोटाले में यूपी सरकार के सिंचाई मंत्री ने बड़ी कार्रवाई करते हुए घपले के आरोपी मुख्य अभियंता समेत तीन अभियंताओं को निलंबित कर दिया है । इसके साथ ही लखनऊ के एक थाने में सिंचाई विभाग ने 9 लोगों के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कराया है।
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निलंबित हुए अभियंताओं में तत्कालीन मुख्य अभियंता शारदा सहायक काजिम अली, तत्तकालीन अधीक्षण अभियंता शारदा सहायक कमेलश्वर सिंह और तत्कालीन अधिशासी अभियंता शारदा सहायक एसके यादव शामिल है।
गोमती रिवर फ्रंट की न्यायिक जांच के बाद ये सरकार की तरफ से पहली बड़ी कार्रवाई है ।
पिछली सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में एक गोमती रिवर फ्रंट परियोजना की योगी सरकार बनते ही जाँच कमेटी बैठाई गयी थी । इस परियोजना में करोड़ो रुपये का घोटाला हुआ था। जिसपर सरकार ने न्यायाधीश आलोक के नेतृत्व में न्यायिक जांच करवाई थी । जिसमे मार्च 2015 से मार्च 2017 तक इस परियोजना में काम कर रहे अभियंताओं को जिम्मेदार बताया गया था । इसके बाद सीएम ने सीबीआई जांच के लिए हामी भर दी।
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बतादें, गोमती रिवर फ्रंट के तहत लखनऊ शहर के अंदर गोमती नदी के दोनों तटों का सौंदर्यीकरण, किनारे में जॉगिंग ट्रैक, किड्स प्ले एरिया, स्टेडियम, फव्वारा और लाइटिंग की व्यवस्था है। लखनऊ में कुड़िया घाट से लेकर लामार्टिनियर स्कूल तक 12.1 किलोमीटर का रिवरफ्रंट बना है। इस पर 3 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। अखिलेश सरकार ने लंदन के टेम्स नदी की तर्ज पर इसे बनाया का प्लान तैयार किया था ।