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नौकरशाही का कमाल 'आदियोगी' को बना दिया 'नाथ योगी'

Rishi
Published on: 6 Jan 2018 1:18 PM GMT
नौकरशाही का कमाल आदियोगी को बना दिया नाथ योगी
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योगेश मिश्र योगेश मिश्र

लखनऊ : नौकरशाही किसी चीज में किस तरह पलीता लगा सकती है इसे जानना समझना हो तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर महोत्सव पर नजर डालनी होगी। इस महोत्सव का थीम सॉंग ‘नाथ योगी’ इन दिनों इंटरनेट पर खूब पसंद किया जा रहा है।

गोरखपुर की नौकरशाही ने मुख्यमंत्री और उनकी टीम को यह बता रखा है कि ये थीम सॉंग गाजीपुर के विमल बावरा ने लिखा है। लेकिन हकीकत ये है कि ये थीम सॉंग कॉपीराइट का उल्लंघन करके चोरी किया गया है। इस थीम सॉंग को ईशा फाउंडेशन की ओर से महाशिव रात्रि पर आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में पार्श्व गायक कैलाश खेर ने गाया था। उस समय गीत के बोल ‘आदि योगी’ पर केन्द्रित रहे पर गोरखपुर महोत्सव में इसे ‘नाथ योगी’ के शब्द में ढाल दिया गया। लेकिन धुन वगैरह सब कुछ जों कि त्यों है।

ये भी देखें : गोरखपुर महोत्सव: UP सरकार ने दिए 33 लाख रुपए, तैयारी शुरू

पहले सुने असली वाला आदि योगी Isha Foundation साभार

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ईशा फाउंडेशन के आदि योगी सॉंग और समारोह को गूगल और यू ट्यूब पर आसानी से सर्च किया जा सकता है। ऐसे में एक सवाल ये पैदा होता है कि क्या गोरखपुर में ऐसी प्रतिभाओं की कमी है जो गीत लिखने या उसे स्वर में पिरोने के साथ उसकी धुन भी न तैयार कर सकें?

महोत्सव के थीम सॉंग की धुन और गीत चोरी करना पड रहा है? 11 से 13 जनवरी तक चलने वाले गोरखपुर महोत्सव को मुख्यमंत्री आदित्य नाथ का शहर होने के नाते भव्य बनाने में प्रशासन ने एडी चोटी का जोर लगा दिया है। आयोजन के लिए शासन ने 33 लाख रुपये भी भेजे हैं।

ये जो कारनामा अंजाम दिया गया है, इसमें डीएम राजीव रौतेला का हाथ बताया जाता है।

अब सुनिए नौकरशाही का कारनामा। ये भी साभार है Riya Music Studio से

सैफई महोत्सव की तर्ज पर गोरखपुर महोत्सव में बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ फोक गायकी के दिग्गज भी महोत्सव के मंच पर समां बंधते नजर आएंगे। इसके साथ स्थानीय कलाकारों को सैफई महोत्सव की तर्ज पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौक़ा मिलेगा। गोरखपुर महोत्सव के लिए ‘नाथ योगी’ गीत लिखने वाले विमल बावरा और उसे अपने पिता के साथ स्वर देने वाले प्रणव सिंह चर्चा में आ गए हैं। लेकिन आदि योगी गीत से चोरी की गयी धुन कॉपीराइट के उल्लंघन में उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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