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चीन के 'बेल्ट एंड रोड' शिखर बैठक में भाग नहीं लेगा भारत, CPEC पर आपत्ति
भारत ने शनिवार (13 मई) को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर आपत्ति का जिक्र करते हुए चीन के 'वन बेल्ट वन रोड' शिखर बैठक में भाग लेने से इनकार कर दिया।
नई दिल्ली, (आईएएनएस): भारत ने शनिवार (13 मई) को चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर आपत्ति का जिक्र करते हुए चीन के 'वन बेल्ट वन रोड' (ओबीओआर) शिखर बैठक में भाग लेने से इनकार कर दिया।
अपनी आपत्तियों के मद्देनजर भारत ओबीओआर सम्मेलन में हिस्सा लेने का अनिच्छुक है। चीन की महत्वकांक्षी 46 अरब डॉलर लागत वाली यह चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर स्थित गिलगित बाल्टिस्तान से होकर गुजरती है, जिस पर भारत अपना दावा जताता है।
बीजिंग में आयोजित दो दिवसीय शिखर बैठक के शुरू होने से एक दिन पहले भारत ने शनिवार को कहा कि मामले में अपने सैद्धांतिक रुख से निर्देशित हम उसके संपर्क पहल, वन बेल्ट, वन रोड पहल पर एक अर्थपूर्ण संवाद का चीन से आग्रह करते रहे हैं। इस पहल का नाम बाद में बेल्ट एंड रोड पहल रख दिया गया। हम चीनी पक्ष से एक सकारात्मक प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।
बयान में कहा गया है, "तथाकथित चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के संदर्भ में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भारत के रुख से अच्छी तरह वाकिफ है। कोई भी देश किसी ऐसी परियोजना को स्वीकार नहीं कर सकता, जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की उसकी प्रमुख चिंताओं को नजरअंदाज करता हो।"
चीन की महत्वाकांक्षी ओबीओआर परियोजना सिल्क रोड से प्रेरित है। यह एशिया, यूरोप तथा अफ्रीका को राजमार्गो, रेल तथा जहाजों से जोड़ता है। रिपोर्ट के मुताबिक, कहा गया है कि चीन उस पर 1,000 अरब डॉलर का निवेश करेगा। परियोजना को राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने साल 2013 में पेश किया था।
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा 29 देशों के नेता कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पहले ही अपने चार मुख्यमंत्रियों के साथ चीन पहुंच चुके हैं, जबकि श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे भी फोरम में शिरकत कर रहे हैं।
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