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7वें वेतन आयोग का साइड इफेक्ट, 7वें आसमान पर पहुंच सकती है महंगाई

Rishi
Published on: 30 Jun 2016 12:13 AM IST
7वें वेतन आयोग का साइड इफेक्ट, 7वें आसमान पर पहुंच सकती है महंगाई
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नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने का फैसला किया है। इसके साथ ही आने वाले दिनों में आम लोगों पर महंगाई का साइड इफेक्ट भी पड़ने के आसार हैं। बता दें कि छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के साथ ही महंगाई तेजी से बढ़ी थी और अब तक इसका असर बना हुआ है। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन भी वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने से महंगाई बढ़ने का अंदेशा जता चुके हैं।

रघुराम राजन ने क्या कहा था?

-7 जून को रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की समीक्षा की थी।

-इसके बाद रघुराम राजन ने कहा था कि मुद्रास्फीति का दबाव चिंता का विषय है।

-उन्होंने ये भी कहा था कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद महंगाई और बढ़ सकती है।

क्या हो सकता है महंगा?

-बेसिक वेतन बढ़ने से रोजमर्रा की चीजों की कीमत में बढ़ोतरी का अनुमान है।

-कंज्यूमर गुड्स की खरीदारी बढ़ने से बाजार में उछाल आएगा।

-आवास भत्ता बढ़ने से मकान किराया बढ़ने के आसार हैं।

-घूमने जाना, बाहर खाना भी महंगा हो सकता है।

-स्कूल भी आने वाले दिनों में अपनी फीस को किसी न किसी बहाने से बढ़ा सकते हैं।

सर्विस टैक्स बढ़ने का पहले ही पड़ चुका है असर

-बता दें कि 1 जून से सर्विस टैक्स बढ़ने के बाद आम लोगों के लिए कई चीजें पहले ही महंगी हो चुकी हैं।

-आम लोगों को अब मोबाइल पर बात करने के लिए ज्यादा पैसा चुकाना पड़ रहा है।

-रेस्तरां में खाने के लिए भी ज्यादा पैसा चुकाना पड़ रहा है।

-रेल और विमान का सफर भी महंगा हो चुका है।

दालें-सब्जियां पहले से ही महंगी

-अरहर की दाल की कीमत 150 से 160 रुपए किलो तक जा पहुंची है।

-टमाटर की कीमत बीते दिनों 60 से 100 रुपए तक हुई थी, फिलहाल रेट थोड़े कम हुए हैं।

-बारिश ठीक से न होने की वजह से हरी सब्जियों की कीमतों में भी इजाफा हुआ है।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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