जेपी के दफ्तर पर निवेशकों का हंगामा, रोड जाम के दौरान एंबुलेंस में बच्चे की मौत

बीबीए के अनुसार निवेशकों ने फ्लैट के कुल प्रीमियम का करीब 4० प्रतिशत यानी 1० लाख रुपए बिल्डर के खाते में जमा कर दिया है। लेकिन अभी तक फ्लैट तो दूर परियोजना स्थल पर नींव तक नहीं खुदी है।

zafar
Published on: 20 May 2017 7:23 PM GMT
जेपी के दफ्तर पर निवेशकों का हंगामा, रोड जाम के दौरान एंबुलेंस में बच्चे की मौत
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नोएडा: घर की चाह में बिल्डर को पैसा देने वालों ने शनिवार को जेपी के दफ्तर के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान एक बच्चे की मौत की खबर है। निवेशकों ने बिल्डर पर आरोप लगाया कि उनसे फ्लैट के कुल प्रीमियम का करीब 4० प्रतिशत पैसा लिया जा चुका है। लेकिन अभी तक परियोजना की नींव तक नहीं खुदी है।निवेशक अब पूरे पैसे वापस मांग रहे हैं। हालांकि निवेशकों का एक प्रतिनिधि मंडल जेपी ग्रुप प्रबंधन के साथ बैठक कर रहा है।

निवेशकों का प्रदर्शन

शनिवार को सैकड़ों की संख्या में फ्लैट के लिए पैसे दे चुके निवेशकों ने सेक्टर-128 स्थित जेपी के दफ्तर जा पहुंचे। दोपहर बाद वहां उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। निवेशकों ने बिल्डर पर पैसे वापस करने का दबाव डाला। निवेशकों ने बताया कि जेपी ने उन्हें बुद्ध सर्किट के पास परियोजना दिखाई थी। यहां करीब 12 सौ फ्लैटों का निर्माण किया जाना था। जिसका पजेशन दिसंबर 2०15 तक होना था।

बीबीए के अनुसार निवेशकों ने फ्लैट के कुल प्रीमियम का करीब 4० प्रतिशत यानी 1० लाख रुपए बिल्डर के खाते में जमा कर दिया है। लेकिन अभी तक फ्लैट तो दूर परियोजना स्थल पर नींव तक नहीं खुदी है। ऐसे में अब उन्हें मकान नहीं बल्कि पूरा पैसा चाहिए। इसको लेकर निवेशक पहले भी प्रदर्शन कर चुके है। उस समय बिल्डर ने उन्हें आश्वासन भी दिया था।

नोएडा- ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे जाम

आक्रोशित निवेशकों ने एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया व जमकर बवाल काटा। निवेशकों के प्रदर्शन के दौरान ग्रेटर नोएडा से नोएडा की तरफ जाने वाले रोड पर करीब 5 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया, जिससे लोगों को खासी समस्याओं का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि इससे पहले जेपी के खिलाफ निवेशक 2 अलग-अलग एफआईआर दर्ज करवा चुके हैं, बावजूद इसके अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

जाम में फंसी एंबुलेंस में बच्चे की मौत

वही, निवेशकों द्बारा लगाए गए जाम में एक एम्बुलेंस फंस गयी, जिससे एम्बुलेंस में मौजूद बच्चे की मौत हो गयी। परिजनों का आरोप कि एम्बुलेंस एक घंटे तक जाम में फंसी रही, जिससे बच्चे की मौत हो गयी। वही, इस दौरान मौके पर पहुँची पुलिस की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिली। मौके पर मौजूद होते हुए भी पुलिस एम्बुलेंस को नही निकलवा पाई।

उधर, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर लगे जाम के संबंध में ताना एक्सप्रेस वे में 200 से 250 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

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