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इस्लाम के प्रचारक जाकिर नाईक की गिरफ्तारी संभव, सरकार कर रही विचार

Rishi
Published on: 7 July 2016 6:21 PM GMT
इस्लाम के प्रचारक जाकिर नाईक की गिरफ्तारी संभव, सरकार कर रही विचार
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नई दिल्ली/मुंबईः इस्लाम का प्रचार करने वाले डॉ. जाकिर नाईक गिरफ्तार किए जा सकते हैं। सरकारी सूत्रों के हवाले से गुरुवार देर रात एक टीवी चैनल ने ये जानकारी दी है। बता दें कि ढाका में हुए आतंकी हमले से जुड़े आतंकियों में से दो, जाकिर नाईक के विचारों को सुनते रहे थे। बांग्लादेश सरकार ने मोदी सरकार से जाकिर के बारे में छानबीन करने का आग्रह किया था।

इस बीच, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने भी पुलिस से कहा है कि वह जाकिर नाईक की संस्था इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के कामकाज की जांच करे। यानी जाकिर नाईक बड़ी मुश्किल में फंसते हुए फिलहाल दिख रहे हैं।

जाकिर ने क्या कहा?

-जाकिर नाईक ने सऊदी अरब से वीडियो संदेश जारी किया है।

-इस वीडियो संदेश में उन्होंने बांग्लादेश में हुए आतंकी हमलों की निंदा की है।

-अपने विवादित भाषणों के बारे में जाकिर नाईक ने चुप्पी साध रखी है।

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जांच में क्या मिला?

-जांच में पता चला कि जाकिर नाईक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा से संबंध रहा है।

-जाकिर नाईक के भाषणों को भी एनआईए और आईबी के अफसरों ने देखा है और उसे भड़काऊ पाया है।

-जाकिर नाईक अभी परिवार के साथ सऊदी अरब उमरा करने गए हैं, वह 11 जुलाई को मुंबई लौटेंगे।

-जाकिर का 12 जुलाई को प्रेस कॉन्फ्रेंस का इरादा है, इससे पहले ही एनआईए उनसे पूछताछ कर सकती है।

जाकिर देते रहे हैं विवादित बयान

-जाकिर नाईक अपने विवादित बयानों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं।

-जाकिर ने साल 2010 में कहा था कि हर मुसलमान को आतंकी होना चाहिए। आतंकी का मतलब होता है डराने वाला। जब भी कोई लुटेरा पुलिसवाले को देखता है, तो वह डरता है। इस तरह लुटेरे के लिए पुलिसवाला आतंकी होता है।

-जो मुसलमान इस्लाम को त्याग दे, उसे भी मौत देनी चाहिए।

-कुरान महिला गुलामों से सेक्स की इजाजत देता है।

-अगर ओसामा बिन लादेन इस्लाम के दुश्मनों से लड़ रहा है, तो मैं उसके साथ हूं।

Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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