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पूर्व MP जुगल किशोर ने कहा- BSP का सबसे सस्ता टिकट एक करोड़ 65 लाख
अनुराग शुक्ला
लखनऊ: बसपा के मिशन 2017 में विधानसभा का सबसे सस्ता टिकट एक करोड़ 65 लाख का है। ये हम नहीं कह रहे हैं यह दावा बसपा से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व राज्यसभा एमपी जुगल किशोर का है। जुगल किशोर ने Newztrack से एक्सक्लूसिव बातचीत में खुलासा किया कि बसपा में अब टिकटों की बाकयदा बोली लग रही है।
कुछ महीनों पहले तक बसपाई रहे जुगल किशोर ने साफ किया कि पहले भी पार्टी में चंदा लिया जाता था, लेकिन कांशीराम की मौत के बाद अब चंदा तो लिया जाता है पर वह चंदा पार्टी के प्रत्याशियों की मदद के लिए नहीं बल्कि निजी हित के लिए होता है। जुगल किशोर का आरोप है कि दिल्ली हरियाणा, महाराष्ट्र के चुनाव में उन्हें इस सच्चाई का पता लगा।
जुगल किशोर के मुताबिक उन्होंने खुद ही पार्टी को 10 लाख रुपए दिए थे, लेकिन पार्टी ने प्रत्याशियों को एक पैसा भी नहीं दिया। यहीं से उनके पार्टी नेतृत्व से विरोध की शुरुआत हुई। जुगल किशोर ने उनकी मदद करने के आरोप पर कहा कि वो बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से हैं और साल 1983 में डीएस-4 बनने के बाद से वह कांशीराम से जुडे रहे हैं।
साल 2006 तक पार्टी ने उन्हें कुछ नहीं दिया था। ऐसे में अगर वो लालची होते तो कब का पार्टी छोड़ दी होती। उन्होंने कहा कि वह पार्टी छोडने से दुखी थे पर अब पार्टी में दलितों और अंबेडकर के सपने को भुला दिया गया है।
जुगल किशोर ने कहा जब वो पार्टी बनाने के लिए मेहनत कर रहे थे तो इस समय के नेता कहीं नहीं थे। उन्होंने साइकिल रैली निकालने पर पत्थर खाए हैँ। उन्होंने कहा कि लोग जाति सूचक नाम लेकर उन्हें गाली देते थे पर पार्टी के हित के लिए उन्होंने सब सहा है।
जुगल किशोर ने कहा कि अब तो दलित समाज से भी बिना पैसा लिए टिकट की बात ही नहीं होती। हद तो यह है कि जिला पंचायत चुनाव में भी ढाई-ढाई लाख रुपए लिए गए। जुगल किशोर के मुताबिक अब पार्टी में निजी हित ही सबसे प्रमुख है।
जुगल किशोर ने कहा कि वह बीजेपी में नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर आए हैं। एक तरफ जहां नरेंद्र मोदी भारत को विश्वगुरु की भूमिका में देख रहे हैं वहीं दूसरी तरफ दलितों के लिए भी काम कर रहे हैं। जुगल किशोर ने कहा कि नई पार्टी में उनकी भूमिका पार्टी तय करेगी पर वह दलित हित के काम करना चाहते हैं।