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इन खूबियों से लैस है लखनऊ मेट्रो, नवाबी शहर में रफ्तार भरने को तैयार
आखिरकार वो दिन आ ही गया जब नवाबी शहर लखनऊ में लोग मेट्रो का सुहाना सफ़र करेंगे। जी हां मंगलवार (05 सितंबर) को यानी शिक्षक दिवस के दिन लखनऊ मेट्रो को सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ हरी झंडी दिखाएंगे।
लखनऊ : आखिरकार वो दिन आ ही गया, जब नवाबी शहर लखनऊ में लोग मेट्रो का सुहाना सफर करेंगे। जी हां, मंगलवार (05 सितंबर) को यानी शिक्षक दिवस के दिन लखनऊ मेट्रो को सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह हरी झंडी दिखाएंगे। सियासी पटरियों पर तो लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन पहले ही चुका है लेकिन अब जनता के लिए इसका शुभारंभ होगा। मंगलवार की सुबह लखनऊवासियों के लिए मेट्रो की सौगात लेकर आई है। हालांकि, आम लोगों के लिए मेट्रो सेवा बुधवार से शुरू होगी। लखनऊ मेट्रो कागज से निकलकर अब तकरीबन साढ़े आठ किलोमीटर में बिछी एलिवेटेड पटरियों पर रफ़्तार भरने को तैयार है। अब आप बिना किसी जाम और झंझट के तय समय में ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग तक का सफर कर सकते हैं। मेट्रो के सफल और सुरक्षित संचालन के लिए यूपी पुलिस और लखनऊ मेट्रो के समन्वय से एक मजबूत सुरक्षा चक्र का ब्लू प्रिंट तैयार हो चुका है। मेट्रो के शुरू होेने के बाद एक नया ट्रेवल कल्चर लखनऊ में देखने को मिलेगा।
लखनऊ मेट्रो के पहले चरण में इसके प्रायोरिटी कॉरिडोर को तैयार किया है, जो 8.5 किलोमीटर लंबा है। इसी पर मेट्रो सेवा ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के बीच संचालित होगी। पब्लिक के लिए लखनऊ मेट्रो की सेवाएं 06 सितंबर से सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक रहेंगी।
लखनऊ मेट्रो रेल काॅरपोरेशन (एलएमआरसी) ने 3 साल से भी कम समय में इसे तैयार करके चला दिया है। इतनी तेजी से अभी तक कोई भी मेट्रो सेवा बनकर संचालित नहीं हुई है। एलएमआरसी रिकॉर्ड समय में इसे अचीव किया है। लखनऊ मेट्रो में पब्लिक को स्मार्ट कार्ड भी जारी किए जाएंगे। जो लोग स्मार्ट कार्ड इस्तेमाल करेंगे उन्हें किराए में 10 फीसदी की छूट दी जाएगी। इसके अलावा टिकट वेंडिंग मशीन से भी पैसेंजर्स टिकट ड्राॅ कर सकेंगे। एलएमआरसी ने 10 रुपए से लेकर 60 रुपए तक किराए की दर निर्धारित कर रखी है। वो बच्चे जिनकी लंबाई 3 फीट तक है वह इस लखनऊ मेट्रो में मुफ्त में सफ़र कर सकेंगे। दिव्यांगजन व्हीलचेयर के साथ लखनऊ मेट्रो का सफर कर सकेंगे। लखनऊ मेट्रो हर सात मिनट पर मिलेगी।
एलएमआरसी ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट https://www.lmrcl.com भी लॉन्च की है, जहां लोग लॉग इन कर किराए, समय सारणी और अन्य विवरण के बारे में जानकारी पा सकते हैं।
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टूरिस्ट कार्ड की सुविधा
लखनऊ घूमने आए यात्रियों को लखनऊ मेट्रो टूरिस्ट कार्ड जारी करेगा। टूरिस्ट कार्ड की कीमत 200 रूपए है। कार्ड की वैल्यू 100 रूपए होगी। इसके अलावा 100 रूपए सिक्योरिटी जमा होगी। जिन टूरिस्ट को तीन दिन ट्रेवल करना है वह इस कार्ड को 350 रूपए में खरीद सकते हैं। कार्ड वापस करने पर पर्यटक को 100 रूपए सिक्योरिटी वापस हो जाएगी। लखनऊ मेट्रो के स्मार्ट कार्ड के अलावा पैसेंजर्स ऑनलाइन टिकट और एप से बुकिंग करके भी यात्रा कर सकेंगे।
खूबियों से लैस लखनऊ मेट्रो
-यात्रियों पर कंट्रोल रूम से पैनी नजर रखी जाएगी।
-इमरजेंसी के समय कंट्रोल रूम से मेट्रो में ब्रेक लग सकेगा।
-लखनऊ मेट्रो की धुलाई आरओ के पानी वाली मशीनों से होगी।
-यात्री इमरजेंसी के वक्त सीधे ट्रेन ऑपरेटर से बात कर सकेंगे।
-यात्री गो स्मार्ट कार्ड का बैलेंस स्टेशनों पर कार्ड रीडर से देख सकेंगे।
-इमरजेंसी में क्रु केबिन का डोर सीधे ट्रैक पर खुलेगा।
-मेट्रो रूट की लाइन की कण्ट्रोल रूम से लाइव मॉनिटरिंग होगी।
-आॅटोमेटिक फेयर कलेक्शन गेट पांच सेकेण्ड के लिए खुलेंगे।
ये भी हैँ लखनऊ मेट्रो की खासियत
-मेट्रो के प्रत्येक कोच में पीक सीजन में 327 यात्री सफर कर सकेंगे।
-ट्रैक्शन सिस्टम यानी जिस करंट पर दौड़ेगी वह 25 केवी एसी ओएचई होगा।
-चार कोच में कुल 1310 यात्री बैठ सकते हैं।
-ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम होगा।
-लखनऊ मेट्रो का ट्रैक बैलेस्ट लेस होगा।
-कोच की चौड़ाई 2.9 मीटर होगी।
-एक्सल लोड 16 एमटी होगा।
-मेट्रो जिस ट्रैक गेज पर दौड़ेगी वह 1435 एमएम का है।
-लखनऊ मेट्रो की स्पीड मैक्सिमम 90 किमी. प्रति घंटे के हिसाब से डिज़ाइन।
-लखनऊ मेट्रो की एवरेज स्पीड 33 से 34 किमी. प्रति घंटा होगी।
-हर कोच में सीनियर सिटीजन और महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित होंगी।
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दिव्यांगजन और सीनियर सिटीजन के लिए भी फैसिलिटी
दिव्यांगजन और सीनियर सिटीजन की सुविधा के लिए हर स्टेशन पर टॉयलेट होंगे। ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आने की इनफाॅर्मेशन ऑटोमेटिक वायस एनाउन्समेंट से मिलेगी। लिफ्ट और ऑटोमेटिक सीढ़ियों के लिए ऑडियो मैसेज मिलेगा। दृष्टिबाधित यात्रियों की सहायता के लिए डोर के बाहर ब्रेल प्लेट लगेगी। स्मार्ट कार्ड होल्डर यात्रियों के लिए स्टेशन पर वाई-फाई की सुविधा होगी।
सुरक्षाकर्मी रहेंगे चप्पे-चप्पे पर तैनात
लखनऊ मेट्रो के प्रवक्ता अमित श्रीवास्तव ने बताया कि मेट्रो रेल के प्रथम चरण में ट्रासंपोर्ट नगर से चारबाग तक कुल 8.5 किेलोमीटर का ट्रैक मेट्रो सेवा के संचालन के लिए तैयार किया जा चुका है। 5 सितंबर को उद्घाटन के बाद इस रूट के 8 स्टेशनों के लिए लखनऊ मेट्रो की सेवाएं शुरू हो जाएंगी। इसके सुरक्षित सफर के लिए कुल 321 सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया है, जिसमें 170 पुलिसकर्मियों को डयूटी पर लगाया गया है। इसके साथ ही जी 4 एस सिक्योर सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के 151 प्राइवेट गार्ड भी सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। मेट्रो सुरक्षा के लिए एक दलनायक, 33 उप निरीक्षक/ प्लाटून कमांडर, 120 आरक्षी, बीडीएस/एएसचेक/ डॉग स्क्वॉड के 16 कर्मी यानि कुल 170 पुलिस कर्मी पीएसी/ पुलिस विभाग लगाएगा।
वहीं प्राइवेट गार्डों का डिपो और मेट्रो स्टेशनों पर अलग अलग चेक प्वाइंट पर लगाया जाएगा। मेट्रो डिपो और स्टेशनों की सुरक्षा डयूटी में लगाए गए जनपदीय/ पीएसी बल के कर्मियों के आपरेशनल नियंत्रण के लिए 32वीं वाहिनी पीएसी के उप सेनानायक राम यज्ञ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। ये एसएसपी लखनऊ और सेनानायक 32वीं वाहिनी पीएसी के प्रति उत्तरदायी होंगे। वहीं एसएसपी लखनऊ को मेट्रो सुरक्षा का आपरेशनल नियंत्रक अधिकारी बनाया गया है।
544 सीसीटीवी कैमरों की नजर
लखनऊ मेट्रो के प्रवक्ता अमित श्रीवास्तव ने बताया कि एलएमआरसी द्वारा डिपो और मेट्रो स्टेशनों पर 54-54 की संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनकी नजर में डिपो और स्टेशन की अधिक से अधिक गतिविधियों को कैप्चर किया जाएगा। कोशिश यह होगी कि संवेदनशील सभी जगहों की गतिविधयां कैमरे की जद में हों। इन कैमरों के अलावा 9 बैग स्केनर , 19 डीएफएमडी और 38 एचएच एमडी स्कैनर लगाए गए हैं। कुल मिलाकर ट्रांसपोर्ट नगर डिपो, ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन, कृष्णानगर स्टेशन, श्रृंगार नगर स्टेशन, आलमबाग, आलमबाग बस स्टेशन, मवईया, दुर्गापुरी और चारबाग मेट्रो स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था फुल प्रूफ होगी।
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मेट्रो से सफर करने का किराया
एक स्टेशन- 10 रूपए
02 स्टेशन- 15 रूपए
03 से 06 स्टेशन- 20 रूपए
07 से 09 स्टेशन- 30 रूपए
10 से 13 स्टेशन- 40 रूपए
14 से 17 स्टेशन- 50 रूपए
18 या उससे अधिक के स्टेशन- 60 रूपए
लखनऊ मेट्रो - भारत का गौरव
मेट्रो का पहला चरण रिकॉर्ड 14 महीनों में पूरा किया गया है, जो अब तक भारत और दुनिया में सबसे तेज है। जब लखनऊ मेट्रो का काम पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा उस समय यह भारत में सबसे तेजी से और सबसे किफायती हाई स्पीड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम प्रोजेक्ट होगा।
लखनऊ मेट्रो निर्माण कार्य के दौरान हुए एक्सीडेंट
13 जुलाई, 2017: लखनऊ विश्वविद्यालय के पास मेट्रो निर्माण स्थल पर एक लोहे की छड़ गिर गई। जिसमें एक 17 साल के युवक की जान चली गई और उसका एक साथी गंभीर रूप से घायल हो गया।
17 अप्रैल, 2016: लखनऊ के आलमबाग इलाके में लखनऊ मेट्रो की शटरिंग गिर जाने से तीन मजदूर घायल हो गए।
21 दिसंबर, 2016: चारबाग रोडवेज बस स्टेशन के पास से गुजरते हुए वीरेंद्र कुमार सिंह नाम के एक व्यक्ति के कंधे पर करीब 100-200 ग्राम वजन वाला कपलिंग (दो पाइपों को जोड़ने वाला कनेक्टर) गिर गया। जिससे वह घायल हो गए।
फुल स्पीड ट्रायल में मेट्रो का रहा अच्छा प्रदर्शन
एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव के मुताबिक, लखनऊ मेट्रो का आयुक्त मेट्रो रेलवे सुरक्षा सतीश कुमार पांडे ने 27 मई, 28 जुलाई, 31 जुलाई और 01 अगस्त को परीक्षण किया। इस दौरान मेट्रो का फुल स्पीड ट्रायल, लोड टेस्टिंग, स्पैन बियरिंग कैपेसिटी आदि कई पैमानों पर इसका टेस्ट लिया गया। इसमें सभी चरणों में मेट्रो पास हुई और इसके बाद इसे आयुक्त मेट्रो रेलवे सुरक्षा ने क्लीयरेंस सर्टिफिकेट दे दिया। तकनीकी रिपोर्ट के मुताबिक, मेट्रो को सर्वाधिक प्वाइंट फुल स्पीड ट्रायल के लिए मिले।
2014 के बाद काम ने पकड़ी रफ्तार
लखनऊ मेंट्रो को इस मुकाम तक पहुंचने में पूरे तीन साल लग गए। इसके पहले चरण में 8.5 किलोमीटर का ट्रैक तैयार किया गया है, जिस पर शुरुआती दिनों में 40 से 45 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से मेट्रो का संचालन होगा। बाद में स्पीड को बढ़ाया जाएगा। हालांकि, इसकी शुरुआत तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने साल 2013 में ही कर दी थी, लेकिन इसके काम में साल 2014 के बाद ही तेजी आई।
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रिकॉर्ड समय में पूरा किया
लखनऊ मेट्रो में अब तक करीब 4,000 मजदूर ने अपना पसीना बहाया और करीब दो हजार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इस काम को रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है।
शॉपिंग का भी आनंद
लखनऊ मेट्रो का सफर करने के दौरान अब पैसेंजर्स शॉपिंग का भी आनंद ले सकेंगे। इसके लिए लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने अपने हजरतगंज स्थित अपने अंडरग्राउंड स्टेशन को मिनी शॉपिंग जोन की तर्ज पर डेवलप करने का निर्णय लिया है। इस जोन में ब्रांडेड कंपनियों के आउटलेट के साथ साथ रेस्त्रां और कॉफी कॉर्नर की भी व्यवस्था होगी।
कुछ ऐसा रहा लखनऊ मेट्रो का सफर
सितंबर, 2008 – दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने सरकार को मेट्रो का खाका दिया था।
अक्टूबर, 2008 – लखनऊ डेवलपमेंट अथाॅरिटी (एलडीए) ने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को झंडी दी ।
फरवरी, 2009 – एलडीए और डीएमआरसी के बीच एग्रीमेंट हुआ।
जून, 2009 – डीएमआरसी ने बेंगलूर बेस कंपनी से लखनऊ का ट्रैफिक प्लान समझा।
अप्रैल, 2010- ट्रैफिक और परिवहन की रिपोर्ट डीएमआरसी को पेश की।
जून, 2010 – डीएमआरसी ने रूट एलाइनमेंट सबमिट किया।
अगस्त, 2010 – डीएमआरसी ने विस्तृत रूट प्लान दिया।
सितंबर, 2010 – मंडलायुक्त को डीएमआरसी ने फिर रूट प्लान दिया।
जून, 2013 – अखिलेश यादव के कैबिनेट ने मेट्रो को क्लीयरेंस दी।
अगस्त, 2013 – यूपी सरकार ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को स्वीकृति दी।
अक्टूबर, 2013 – लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन नाम पड़ा और दिसंबर से काम शुरू करने के निर्देश दिए गए।
नवंबर, 2013 – पहले फेस का काम फरवरी 2017 तक करने को कहा गया।
दिसंबर, 2013 – केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दी।
फरवरी, 2014 – मेट्रो मैन इंजीनियर श्रीधरन को चीफ एडवाइजर चुना गया।
अगस्त, 2014 – लखनऊ मेट्रो रेल काॅरपोरेशन (एलएमआरसी) के मैनेजिंग डायरेक्टर कुमार केशव ने किया ज्वाइन।
27 सितंबर 2014 – मेट्रो काम का शुभारंभ अखिलेश यादव ने किया।
07 नवंबर, 2014 – फ्रांस की कार्यदायी संस्था सिस्ट्रा ने मेट्रो के 08 स्टेशनों के लिए सर्वे किया।
12 नवंबर, 2014 – मेट्रो को एलडीए, आवास विकास और यूपी सरकार से 107.16 करोड़ रुपए मिले ।
13 नवंबर, 2014 – मेट्रो ने सड़कों पर मार्शल तैनात करवाए।
21 नवंबर, 2014 – मख्य सचिव और मेट्रो अध्यक्ष ने हर सोमवार को मीटिंग करने का निर्णय किया।
24 नवंबर, 2014 – सिस्ट्रा कंपनी ने स्टेशनों की डिजाइन में सुधार करके प्रजेंटेशन दिया।
03 दिसंबर, 2014 – विदेशी बैंक से 3,508 करोड़ रुपए लोन की प्रक्रिया तेज हुई।
02 फरवरी, 2015 – चारबाग मेट्रो स्टेशन का काम शुरू हुआ।
01 अप्रैल, 2015 – 23 किमी. रूट पर ट्रैक्शन कार्य को क्लीयरेंस मिला।
07 अप्रैल, 2015 – 80 कोचों का टेंडर हुआ।
06 मई, 2015 – स्टेशनों की डिजाइन पर काम शुरू किया गया।
07 सितंबर, 2015 – एलस्टॉम कंपनी को कोच बनाने का काम मिला।
09 मई, 2016 – मेट्रो कोच का थ्री डी प्रजेंटेशन ।
01 अगस्त, 2016 – भूमिगत स्टेशन बापू भवन पर काम शुरू हुआ।
07 नवंबर, 2016 – रायबरेली रोड स्थित वृंदावन में कास्टिंग का काम शुरू हुआ।
19 नवंबर, 2016 – मेट्रो के कोच लखनऊ पहुंचे ।
29 नवंबर, 2016 – मेट्रो कोचों का सफल ट्रायल रन हुआ।
01 दिसंबर, 2016 – पूर्व सीएम अखिलेश यादव द्वारा लखनऊ मेट्रो ट्रायल का उद्घाटन।
20 जून 2017 - ट्रांसपोर्ट नगर डिपो में पांचवां मेट्रो ट्रेन सेट आया।
08 जुलाई 2017 - पहले चरण की आवश्यकता के लिए छठा और अंतिम मेट्रो ट्रेन सेट आया।
05 सितंबर, 2017 - केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन।
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