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नामांकन के दौरान उड़ी कानून-व्यवस्था की धज्जियां, कलेक्ट्रेट के बाहर बंदूक लेकर घूमता दिखा शख्स

Rishi
Published on: 30 Jan 2017 12:54 PM IST
नामांकन के दौरान उड़ी कानून-व्यवस्था की धज्जियां, कलेक्ट्रेट के बाहर बंदूक लेकर घूमता दिखा शख्स
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लखनऊ: लखनऊ की सभी सीटों के नामांकन की कल 31 जनवरी को अंतिम तारीख है। लिहाजा बीजेपी समेत अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के नामांकन पत्र दाखिल करने का कल अंतिम मौका होगा, लेकिन सभी महत्वपूर्ण प्रत्याशी आज ही नामांकन का पर्चा दाखिल कर रहे हैं। लखनऊ से बीजेपी के सभी प्रत्याशी आज नामांकन का पर्चा दाखिल कर रहे हैं।

इसके लिए कलेक्ट्रेट ऑफिस और उसके बाहर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैंं, लेकिन इन सुरक्षा इंतजामों की धज्जियां उड़ रही हैं। कलेक्ट्रेट के बाहर एक अज्ञात आदमी बैरीकेडिंग के पास खुलेआम बंदूक लेकर घूम रहा है। पुलिस प्रशासन के सामने खुलेआम कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहा है। इसके बावजूद किसी भी पुलिस अधिकारी ने उस व्सक्ति से ये पूछने की जहमत नहीं उठाई कि वो बिना जानकारी हथियार लिए कलेक्ट्रेट ऑफिस के पास क्यों घूम रहा है। यह हाल तब है जब कलेक्ट्रेट मे बड़ी संख्या मे नामांकन के चलते सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। इतना ही नहीं, सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार खुद गेट पर मोर्चा संभाल रहे हैं।

नामांकन के दौरान उड़ी आचार संहिता की धज्जियां

सोमवार को बड़ी संख्‍या में नामांकन हुए। कुल 74 प्रत्‍याशियों ने अपना पर्चा दाखिला किया। नामांकन के दौरान प्रत्याशियों का जुलूस में ही नहीं ब्लकि कलेक्ट्रेट में पर्चा दाखिल के दौरान भी आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। कलेक्‍ट्रेट परिसर में बने नामांकन कक्ष के बाहर निकलते ही लखनऊ मध्य क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के कैंडीडेट बृजेश पाठक के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं वह कलेक्‍ट्रेट के पोर्टिगो और ट्रेजरी तक नारेबाजी करते हुए गए। लखनऊ नार्थ के बीजेपी कैंडीडेट डा नीरज वोरा के समर्थकों ने भी कलेक्‍ट्रेट परिसर में ही जमकर नारे लगाए और आचार संहिता का उल्‍लंघन किया।

कैंट विधानसभा नामांकन कक्ष में अपर्णा के पर्चा दाखिले के समय हुआ हंगामा

कैंट विधानसभा नामांकन कक्ष में समाजवादी पार्टी की कैंडीडेट अपर्णा यादव अपने पति प्रतीक यादव, बेटी प्रतिमा और प्रस्तावक अशोक बाजपेई के साथ नामांकन करने पहुंची। नामांकन के दौरान बेटी को संभालने में जुटी अपर्णा ने कई बार पत्रकारोंं से बेटी की फोटो न खींचने की अपील की। जिस समय अपर्णा नामांकन दाखिल कर रही थीं, उसी समय कैंट से ही बीजेपी प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी भी प्रस्तावकों के साथ कक्ष के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रही थीं।

इसके अलावा तीन-चार निर्दलीय प्रत्याशी भी अपने-अपने प्रस्तावकों के साथ बाहर नामांकन करने के लिए मौजूद थे। अपर्णा यादव के नॉमिनेशन के दौरान उनकी सिक्योरिटी भी नामांकन कक्ष में दाखिल हो गई। इनका वीवीआईपी ट्रीटमेमंट देखकर कक्ष के बाहर खड़ी भीड़ अनियंत्रित हो गई। निर्दलीय प्रत्याशियों ने आरोप लगाना शुरू कर दिया कि नामांकन के लिए उनका नंबर आ गया था, लेकिन प्रशासन और पुलिस ने उन्हें रोक दिया और सपा से अपर्णा और बीजेपी से रीता जोशी को नामिनेशन पहले करने को कह दिया है। इस बात पर खूूब हंगामा होता रहा। बाद में एडीएम जय शंकर दुबे ने हर कक्ष का दौरा किया और बाहर खड़े कैंडीडेट को नामांकन कक्ष में प्रवेश दिलवाया।

फोटो सौजन्य: आशुतोष त्रिपाठी

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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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