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उत्तराखंड से नमामि गंगे का शुभारंभ, देशभर में 231 परियोजनाओं की शुरुआत
नई दिल्ली: गंगा को अविरल, स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत गुरुवार को देशभर में विभिन्न स्थानों पर 231 परियोजनाओं की शुरूआत हुई। नमामि गंगे के अहम चरण का शुभारंभ गुरुवार को हरिद्वार से हुआ। जिसमें नदी को साफ करने के लिए एसटीपी संयंत्र स्थापित करने की योजना शामिल है।
गौरतलब है कि पिछले साल मोदी सरकार ने नमामि गंगे के तहत 20 हजार करोड़ की धनराशि स्वीकृत की थी। जिसके तहत पांच सालों के लिए गंगा की सफाई और संरक्षण के कार्य किए जाने हैं। इसमें दो हजार करोड़ गंगा के किनारे पौधा रोपण के लिए रखी गई है।
बनाए जाएंगे 8 बायोडायवर्सिटीज सेंटर
-इन परियोजनाओं को पांच गंगा बेसिन वाले राज्यों (उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल) के साथ ही दिल्ली और हरियाणा में भी यमुना और गंगा की सहायक नदियों में लांच किया जाएगा।
-आठ बायोडायवर्सिटीज सेंटर बनाए जाएंगे।
-इन्हें ऋषिकेश, देहरादून, नरोरा, इलाहाबाद, वाराणसी, भागलपुर, साहिबगंज और बैरकपुर में स्थापित किया जाएगा।
वेस्ट मैनेजमेंट में शामिल 400 गांव
-गंगा के किनारे वाले पांच राज्यों में 104 स्थानों पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाएंगे।
-गंगा ग्राम योजना में नदी से लगे 400 गांवों को वेस्ट मैनेजमेंट में शामिल किया जाएगा।
-13 आइआइटी ने गंगा ग्राम में विकास के लिए पांच गांवों को गोद लिया है।
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सफाई के लिए 6 उपकरण कर रहे काम
-इस परियोजना के तहत सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाना और ठोस कचरे को गंगा में मिलने से रोकने के उपाय किए जाएंगे।
-इसके अलावा गंगा के घाटों की मरम्मत और श्मशानों के आधुनिकीकरण के साथ-साथ गंगा में मिलने वाले नालों में आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे।
-गंगा और यमुना की जल सतह पर सफाई करने और ठोस कचरा इकट्ठा करने के 6 उपकरण लगातार काम कर रहे हैं।
-इस परियोजना के तहत गंगा के किनारों पर पौधे लगाने के साथ-साथ सौंदर्यीकरण भी किया जाना है।
क्या कहा उमा भारती ने
-उमा भारती ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर नदी की सफाई का यह काम ऐतिहासिक घटना है।
-हम गंगा की सफाई का पहला चरण अक्तूबर 2016 में देखेंगे, जबकि दूसरा चरण अगले दो सालों में पूरा होगा।
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काम का बोझ होगा कम
-इस मौके पर नितिन गडकरी, नवनियुक्त जल संसाधन राज्य मंत्री विजय गोयल और संजीव बालियान भी मौजूद थे।
-इन दोनों के जल संसाधन मंत्रालय में राज्यमंत्री बनने पर उमा भारती ने कहा कि इससे काम का बोझ कम होगा।
-खासकर नदियों को जोड़ने और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के साथ नमामि गंगे कार्यक्रम को सुचारु रूप से चलाया जा सकेगा।
नितिन गडकरी ने कहा
-नितिन गडकरी ने कहा कि यूपी के कानपुर में टेनरियों, चीनी मिलों, डिस्टेलरियों और अन्य औद्योगिक इकाइयों के चलते गंगा में प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। सरकार ने इस समस्या का अध्ययन किया है।
-इस परियोजना की डीपीआर तैयार कर ली गई है।
-योजनाओं पर काम राज्यों के सहयोग से ही होगा।