शार्प शूटर ने 3 दिन में मारी 250 नीलगाय,पर्यावरण मंत्री पर बरसीं मेनका

Newstrack
Published on: 9 Jun 2016 7:23 AM GMT
शार्प शूटर ने 3 दिन में मारी 250 नीलगाय,पर्यावरण मंत्री पर बरसीं मेनका
X

[nextpage title="next" ]

menka-gandhi-nilgai

मोकामा: देश के अलग अलग हिस्से में किसान नीलगायों के आतंक से परेशान है। बिहार के मोकामा में हैदराबाद से आए शूटरों ने तीन दिनों में 250 नीलगायों को मार दिया है। नीलगायों के मारे जाने से जहां किसान खुश हैं वहीं इस घटना के बाद राजधानी दिल्ली में बवाल मच गया है।

नीलगायों को खत्म करने की सरकार की कोशिश में उसके ही दो मंत्री भिड़ गए हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने इसके लिए पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को जिम्मेदार ठहराया है।

तल्‍ख हुई मेनका गांधी

-मेनका गांधी ने तल्ख लहजे में कहा कि बिहार में पहली बार इतना बड़ा नरसंहार (नीलगायों का) हुआ है।

-यहां कोई इस काम के लिए तैयार नहीं हुआ तो बाहर से लोगों को बुलाया गया।

-इन्हें मारने की जरूरत क्यों है। जंगली जानवरों को मारना शर्म की बात है।

-इस घिनौने काम के लिए क्यों इजाजत दी गई है।

-मेनका ने आरोप लगाया है कि पर्यावरण मंत्री राज्यों को चिट्ठी लिख रहे हैं और जानवरों को मारने की मंजूरी दे रहे हैं।

-मेनका ने कहा कि 'हमारी सरकार में पहली दफा पर्यावरण मंत्रालय इतना सक्रिय हो गया है, और सभी राज्यों को कहा जा रहा है कि आप बताएं कौन-कौन से जानवर को आप मारना चाहते हैं।

-उन्होंने कहा कि और मंत्री ने सुझाव दिया है कि बंगाल में हाथियों को, गोवा में मोर को, हिमाचल प्रदेश में बंदरों को, राजस्थान में नील गायों को मारा जाए।

-लेकिन वहां हाईकोर्ट ने स्टे लगा दिया है।' मेनका ने यह बयान बिहार में लगभग 250 नील गायों की हत्या के बाद दिया है।

मेनका ने कहा- नीतीश ने किया शर्मनाक काम

मेनका ने यह भी कहा कि बिहार में जिस तरह नील गायों को मारा गया है उसके लिए पर्यावरण मंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं। बिहार सरकार ने बेहद शर्मनाक काम किया है।

आगे की स्लाइड में सुनिए, मेनका के बयान पर जावड़ेकर ने क्या कहा...

[/nextpage]

[nextpage title="next" ]

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मेनका गांधी के आरोपों पर कहा है 'किसने क्या कहा इस पर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं देता, लेकिन किसानों की फसलों का नुकसान हो तो राज्य सरकार नीलगायों को मारने का प्रस्ताव भेजती है, जिस पर उनका मंत्रालय मंजूरी देता है। यह राज्यों का मामला है।''

[/nextpage]

Newstrack

Newstrack

Next Story