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BAD NEWS: मॉनसून की रफ्तार पर लगा ब्रेक, अब तक 22 फीसदी कम बारिश
नई दिल्लीः मौसम विभाग ने दावा तो ये किया था कि इस बार मॉनसून के दौरान झमाझम बारिश होगी और ये औसत से ज्यादा होगी, लेकिन बुधवार तक के आंकड़े बता रहे हैं कि मॉनसून की बारिश पिछले 15 दिन में औसत से 22 फीसदी कम रही है। इसके अलावा मॉनसून की रफ्तार भी धीमी है और अभी तक ये बंगाल को भी अपने दायरे में नहीं ले सका है। हालात अगर ऐसे ही रहे तो पूरे भारत में इसे छाने में खासी देरी हो सकती है।
15 जून तक बिहार में आना चाहिए
-मॉनसून को सामान्य स्थिति में 15 जून तक पूर्वी हिस्से और बिहार के अलावा यूपी के पूर्वांचल को अपनी जद में लेना चाहिए।
-सामान्य स्थिति में मॉनसून 1 जुलाई को दिल्ली और 15 जुलाई तक पूरे देश में फैल जाता है।
-इस बार 15 जून तक ये पश्चिम बंगाल में ही दाखिल नहीं हो सका है।
-इस तरह ये सामान्य के मुकाबले छह से सात दिन की देरी से आगे बढ़ रहा है।
कहां-कितनी बारिश?
-मौसम विभाग के अनुसार 1 से 15 जून तक 43.6 मिलीमीटर बारिश हुई, जो सामान्य से 22 फीसदी कम है।
-इस दौरान दक्षिण भारत में ही सामान्य से 27 फीसदी ज्यादा बारिश देखने को मिली है।
-पूर्वी और उत्तर-पूर्वी इलाकों में 90.4 मिलीमीटर बारिश हुई है, जबकि सामान्य तौर पर 138.7 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए।
-मध्य भारत में सामान्य के 43.5 मिलीमीटर के मुकाबले 37 फीसदी कम यानी 27.3 मिलीमीटर बारिश ही हुई है।
-दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून कर्नाटक के कारवाड़ और गडग के साथ आंध्र प्रदेश के ओंगोल में अटका हुआ है।