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NIA के DSP तंजील की हत्या: पोस्टमार्टम के बाद दिल्ली ले जाया गया शव
बिजनौर: पठानकोट हमले की जांच कर रहे एनआईए के डिप्टी एसपी मोहम्मद तंजील अहमद की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मुरादाबाद में पोस्टमार्टम के बाद उनका शव दिल्ली से जाया गया।
शनिवार रात हुआ था हमला, पत्नी की हालत गंभीर
शनिवार देर रात दो बजे कुछ हमलावरों ने उन्हें गोली मारी। इस हमले में उनकी पत्नी भी जख्मी हैं। तंजील पठानकोट हमले की जांच से जुड़े थे। इसलिए यूपी सरकार से तुरंत रिपोर्ट मांगी है। तंजील अपनी फैमिली के साथ शादी से लौट रहे थे इसी दौरान उन पर अटैक हुआ। डीएसपी तंजील की पत्नी का इलाज नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में चल रहा है। चार गोलियां लगी होने की वजह से उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
शादी समारोह से लौटेत समय की गई हत्या
बदमाशाें ने दागी 21 गोलियां, 12 डीएसपी को लगीं
-स्योहारा थाना क्षेत्र के सहसपुर के पास देर रात की यह घटना है।
-एनआईए के डिप्टी एसपी तंजील अहमद अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ शादी से लौट रहे थे।
-स्योहारा थाना इलाके में एक पुलिया पर बाइक पर आए हमलावरों ने उनकी कार पर फायरिंग की।
-बदमाशों ने तंजील पर अंधाधुंध फायरिंग की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, नौ गोलियां तंजील के आरपार निकल गईं और तीन छूकर निकलीं।
-हॉस्पिटल ले जाते वक्त तंजील की मौत हो गई।
तंजील के शरीर में मिलीं दो तरह की गोलियां
-तंजील का पोस्टमार्टम मुरादाबाद के डिस्ट्रिक हॉस्पिटल में हुआ। इसके लिए दो डॉक्टरों का पैनल बनाया गया। पीएम की वीडियोग्राफी कराई गई।
-पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने कहा है कि 3 गोलियां तंजील के शरीर को छूकर निकली, शरीर में 2 तरह की गोलियां मिली, तंजील अहमद को 12 गोलियां लगी, 9 गोलियां शरीर को पार कर गईं।
मौके पर एनआईए और एटीएस की टीम
-पत्नी का नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उन्हें भी चार गोलियां लगी हैं, बच्चों को चोट नहीं आई है।
-पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। मौके पर एनआईए और एटीएस की टीम पहुंच गई है।
-फिलहाल, हमले के कारणों का पता नहीं चला है डीआईजी मुरादाबाद भी मौके पर हैं।
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पठानकोट हमले की जांच में भी जुड़े थे
- जानकारी के मुताबिक तंजील एनआईए में डेपुटेशन पर आए थे।
- वे कोर ऑपरेशन टीम का हिस्सा थे। देश में सभी छोटी-बड़ी आतंकी घटनाओं की जांच में वे शामिल होते थे।
- पिछले दिनों पठानकोट हमले को लेकर पाक से आई जेआईटी टीम के साथ भी इंडियन अफसरों के डेलिगेशन में वे शामिल थे।
- एनआईए दफ्तर में उन्होंने पाकिस्तानी अफसरों से बातचीत भी की थी। बिजनौर बम ब्लास्ट की जांच से भी जुड़े थे।
डिप्टी एसपी के भाई ने क्या कहा
-तंजील अहमद के भाई ने कहा है कि उनकी किसी से दुश्मनी नहीं थी।
-वह बहुत ही खुशमिजाज व्यक्ति थे। तंजील के एक दोस्त ने इसके पीछे आतंकी हमले का शक बताया है।
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तेज तर्रार और काबिल अफसर थे तंजील
-तंजील अहमद के साथ काम कर चुके कुछ एटीएस के अफसरों ने बताया कि वे एनआईए के लिए एक एसेट थे और काफी तेज तर्रार अफसर माने जाते थे।
-उनकी फील्ड में मजबूत पकड़ और अच्छे नेटवर्क को देखते हुए एनाईए ने पठानकोट आतंकी मामले की जांच में लियाजनिंग ऑफिसर बनाया था।