×

जाकिर से पूछताछ संभव, दारुल उलूम बोला- आतंकी मानवता के कातिल

Rishi
Published on: 6 July 2016 7:05 PM GMT
जाकिर से पूछताछ संभव, दारुल उलूम बोला- आतंकी मानवता के कातिल
X

नई दिल्ली/सहारनपुरः आतंकवादियों को प्रेरित करने के आरोप में घिरे और शरीयत के प्रचार के लिए चर्चा में रहने वाले डॉ. जाकिर नाईक से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) पूछताछ कर सकती है। जाकिर अभी अपने परिवार के साथ उमरा करने सऊदी अरब गए हैं। 11 जुलाई को उन्हें वापस लौटना है। उधर, दारुल उलूम देवबंद ने आतंकवाद पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आतंकियों को मानवता का कातिल बताया है।

जाकिर नाईक से क्यों होगी पूछताछ?

-बांग्लादेशी अखबार ‘डेली स्टार’ के मुताबिक सत्तारूढ़ अवामी लीग के एक नेता का बेटा और आतंकी रोहन इम्तियाज पिछले साल फेसबुक पर जाकिर नाइक का हवाला देते हुए दुष्प्रचार करता था।

-आईएसआईएस के हैदराबाद मॉड्यूल के प्रमुख मोहम्मद इब्राहिम यजदानी ने एनआईए को बताया है कि जाकिर के धार्मिक प्रचार की वजह से ही वह शरीयत लागू कराने के लिए आतंकी संगठन का सदस्य बना।

जाकिर देते रहे हैं विवादित बयान

-जाकिर नाईक अपने विवादित बयानों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं।

-जाकिर ने साल 2010 में कहा था कि हर मुसलमान को आतंकी होना चाहिए। आतंकी का मतलब होता है डराने वाला। जब भी कोई लुटेरा पुलिसवाले को देखता है, तो वह डरता है। इस तरह लुटेरे के लिए पुलिसवाला आतंकी होता है।

-जो मुसलमान इस्लाम को त्याग दे, उसे भी मौत देनी चाहिए।

-कुरान महिला गुलामों से सेक्स की इजाजत देता है।

-अगर ओसामा बिन लादेन इस्लाम के दुश्मनों से लड़ रहा है, तो मैं उसके साथ हूं।

दारुल उलूम ने क्या कहा?

-इस्लामी शिक्षण संस्था के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने दी प्रतिक्रिया।

-नोमानी ने कहा कि आतंकियों का उद्देश्य सिर्फ मानवता का कत्ल करना है, उनका इस्लाम से लेना-देना नहीं है।

-धार्मिक स्थानों के पास धमाके करने वाले इस्लाम को मानने वाले नहीं हो सकते।

-कोई है जो इस्लाम को बदनाम करने के लिए बेगुनाह इंसानों का खून बहा रहा है।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story