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अब इन शीर्ष सात नेताओं के हाथ में होगी चीन की कमान, जानें इनके बारे में

aman
By aman
Published on: 25 Oct 2017 12:53 PM GMT
अब इन शीर्ष सात नेताओं के हाथ में होगी चीन की कमान, जानें इनके बारे में
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अब इन शीर्ष सात नेताओं के हाथ में होगी चीन की कमान, जानें इनके बारे में

बीजिंग: चीन ने बुधवार (25 अक्टूबर) को राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रीमियर ली केकियांग सहित सात शीर्ष नेताओं की घोषणा की, जो अगले 5 सालों तक 1.3 अरब की आबादी वाले देश पर शासन करेंगे। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव के रूप में फिर से चुने गए शी जिनपिंग ने मीडिया के सामने पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के पांच नए सदस्यों को पेश किया। यह निर्णय लेने वाली देश की सर्वोच्च समिति है।

शी और ली के अलावा स्थायी समिति के नए सदस्य हैं- ली जानशु, वांग यांग, वांग हुनिंग, झाओ लेजी और हान झेंग। वह पांच बाहर जाने वाले सदस्यों की जगह लेंगे, जो 68 साल के होने की वजह से सेवानिवृत्त हो गए हैं।

जानें इन प्रभावशाली नेताओं के बारे में:

शी जिनपिंग

शी जिनपिंग साल 2012 से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख हैं। 1980 के बाद शी खुद को देश का सबसे बड़ा और ताकतवर नेता साबित करने में कामयाब रहे हैं। उन्होंने सभी क्षेत्रों में पार्टी के प्रभाव को कायम करने के लिए काम किया है। मीडिया, स्कूल और प्राइवेट बिजनेस में इनकी बेहद मजबूत पकड़ रही है।

ली क्विंग

साल 2013 से देश के प्रधानमंत्री हैं। ली देश के उच्च पद के लिए भी अपनी उम्मीदवारी पेश कर चुके हैं, लेकिन पूर्व नेता हु जिंताओ के साथ संबंध होने के चलते वह इस पद पर अपनी जगह नहीं बना सके। पार्टी के कई नेता कई मामलों में ली के खिलाफ रहे हैं, बावजूद इसके वह दूसरी बार पार्टी में नंबर- 2 का पद हासिल करने में कामयाब रहे हैं।

ली जानशु

पार्टी के जनरल ऑफिस के डायरेक्टर के तौर पर ली ने प्रभावशाली ढंग से शी जिनपिंग का साथ दिया है। अन्य देशों की यात्रा सहित कई मौकों पर ली शी जिनपिंग के साथ नजर आते रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में पार्टी के लिए ली और शी कभी एक साथ काम कर चुके हैं। ली पार्टी की कम्युनिस्ट यूथ लीग के प्रमुख भी रहे हैं।

वॉन्ग यॉन्ग

देश के उप प्रधानमंत्री के तौर पर वॉन्ग यूएस-चीन संबंधों पर काम करने के लिए जाने जाते हैं। जब वह चीन के सबसे धनी प्रांत गुआंगडोंग के शीर्ष नेता थे, तो वांग का पसंदीदा राजनीतिक नारा 'आपकी सोच मुक्त था।' वॉन्ग को प्राइवेट सेक्टर को प्रमोट करने की जगह एक अर्थिक सुधारक के तौर पर देखा जाता रहा है।

वॉन्ग ह्यूनिंग

अब तक यही माना जाता है कि शी जिनपिंग की गवर्निंग फिलॉस्फी के पीछे वॉन्ग का ही दिमाग है। वॉन्ग साल 2002 से पार्टी की सेंट्रल पॉलिसी रिसर्च ऑफिस के डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं। वॉन्ग का राष्ट्रपति शी के साथ बेहद करीब का संबंध है। लगभग सभी महत्वपूर्ण मौकों पर वॉन्ग शी के साथ रहे हैं। वॉन्ग एक लेखक हैं। वॉन्ग चीन में केंद्रीकृत शक्ति और सत्तावादी नियमों के समर्थक रहे हैं।

शाओ लेजी

साल 2012 से शाओ सत्ताधारी पार्टी के सेंट्रल ऑर्गनाइजेशन डिपार्टमेंट का काम देख रहे हैं। यह डिपार्टमेंट विदेशों में पार्टी और सरकार की नीतियों को प्रमोट करने का काम करता है। शी के अभियानों को प्रमोट करने का काम भी शाओ ही करते हैं। चीन के राजनीतिक जानकार चेंग ली ने कहा था, 'शाओ पॉलिसी फ्रंट के मामले में अच्छी स्थिति में हैं। शी की योजनाओं को प्रमोट करने का श्रेय इन्हें ही दिया जाना चाहिए।'

हान जेंग

हान जेंग ने अपना करियर शंघाई में ही शुरू किया। काफी मेहनत के बाद हान शंघाई के मेयर बने। हान शंघाई के सबसे युवा मेयर रहे हैं। वहीं, महज 48 साल की उम्र में पार्टी प्रमुख भी रहे। शी जिनपिंग के पेइचिंग जाने से पहले हान पार्टी के सिटी प्रमुख थे और शी के डेप्युटी के तौर पर काम करते थे।

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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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