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अखिलेश पर फूटा लेटर बम, सपा नेता का आरोप, रात गुजार कर मिला महिला को राज्यमंत्री का पद
अनुराग शुक्ला/ शारिब जाफ़री की विशेष रिपोर्ट
लखनऊ : कहतें हैं असफलता अनाथ होती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ऐसा ही महसूस कर रहे होंगे। सपा के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य ने सपा की बदहाली के लिए अखिलेश के घमंड को जिम्मेदार ठहराया है। इस चिट्ठी में प्रदेश कार्यकारिण सदस्य सुधीर सिंह ने अखिलेश यादव को घमंडी करार दिया है और उन्हें अपने खासमखास नौरत्नों के चंगुल से बाहर आने की नसीहत दी है। रामगोपाल को शकुनी बताया है और चाचा शिवपाल और पिता मुलायम सिंह यादव का अपमान देखने वाला बेटा बताया है। और तो और इस सनसनीखेज चिट्ठी में एक महिला नेता के बारे में यह तक लिखा गया है कि रात गुजार कर उन्हें पद मिला है। पार्टी में नगरवधुओं को टिकट दिए जाने के आरोप के साथ पार्टी के भले के लिए मुलायम और शिवपाल की वापसी की भी नसीहत है।
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क्या क्या लिखा है चिट्ठी में
2 अप्रैल की तारीख में लिखी इस चिट्ठी में सुधीर सिंह ने एक के बाद एक कई सनसनीखेज आरोप अखिलेश यादव पर लगाए हैं। उनके निशाने पर अखिलेश के खास लोग हैं। चिट्ठी में लिखा है कि सरकार चलाने वाले नौरत्नों की समीक्षा करें अखिलेश जिनके पास साइकिल खऱीदने की ताकत नहीं थी आज बीएमडब्ल्यू से घूम रहे हैं। इस चिट्ठी में मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव को पदों से हटाने के तरीके पर सवाल उठाया गया है और इसी चिट्ठी में अखिलेश यादव को घमंडी और रामगोपाल को शकुनी (सकुनी) बताया गया है। यह भी कि अखिलेश को क्या हड़बड़ी थी कि वह पांच साल में चक्रवर्ती अशोक बनना चाहते थे। अखिलेश के टिकट बंटवारे पर सवाल उठाते हुए इसी चिट्ठी में यह तक लिखा है कि घमंड में नाबालिग ल़ड़कों, चहेतों को खुश करने वाली नगरवधुओं तक को टिकट दिया गया।
सबसे सनसनी खेज आरोप एक दर्जा प्राप्त महिला राज्यमंत्री पर
इसी चिट्ठी में एक महिला दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री पर सबसे सनसनीखेज आरोप लगाया गया है। आरोप के मुताबिक किसी मंत्री या बड़े नेता के साथ रात गुजारने के बदले महिला नेता को दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री के पद से नवाज दिया गया।
सुझाव और इस्तीफा भी
इसी चिट्ठी में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सुझाव भी दिया गया है। सुझाव के तहत सीख यह है के वह पिता चाचा का सम्मान करें, और चमचों के चंगुल से बाहर निकलें। इस चिट्ठी को लिखने के बाद इस नेता ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
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