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पीएम मोदी की काशी में है 100 साल पुराना पाकिस्तानी महादेव मंदिर !

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Published on: 26 March 2016 10:14 AM GMT
पीएम मोदी की काशी में है 100 साल पुराना पाकिस्तानी महादेव मंदिर !
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वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी को वैसे तो मंदिरों का शहर कहा जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि काशी में एक पाकिस्तानी मंदिर भी है। आपको ये बात सुनकर हैरानी होगी, लेकिन यह बात सच है और इसके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं। इस बात का दावा सपा सरकार में दर्जा प्राप्त पूर्व मंत्री और श्रम संविदा कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष शतरुद्र प्रकाश ने किया है। मंत्री ने दावा किया है कि वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी (वीडीए) के दस्तावेजों में पाकिस्तानी मंदिर का नाम दर्ज है।

100 साल पुराना है मंदिर

-वाराणसी के गंगा घाट पर बूंदी स्टेट के पास शीतला मंदिर की सीढ़ियों पर एक छोटा सा शिवालय है।

-जहां पर कुछ लोग पूजा-पाठ करते हैं।

-घाट पर रहने वाले लोग स्थानीय भाषा में मंदिर को पाकिस्तानी मंदिर कहते हैं।

-इस मंदिर की स्थापना पाकिस्तान के जन्म से पहले साल 1905 में हुई थी।

-शंकर महादेव मंदिर (पाकिस्तानी मंदिर) का निर्माण पूर्वी बंगाल की जानकी देवी ने करवाया था।

-यह बात स्थानीय लोग बताने में असमर्थ रहे हैं कि इसे पाकिस्तानी मंदिर क्यों कहा जाता है।

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janki-bai-west-begalक्या कहा मंत्री ने

-मंत्री शतरुद्र ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद वीडीए ने घाट किनारे के मंदिर, इमारत आदि का सर्वे किया था।

-शिवालय के पास अधिकारियों ने आम लोगों से मंदिर की जानकारी ली।

-अधिकारियों को पता चला कि लोग इस मंदिर को पाकिस्तानी महादेव मंदिर कहते हैं।

-इसके बाद वीडीए के अधिकारियों ने सरकारी दस्तावेजों में मंदिर का नाम पाकिस्तानी मंदिर के नाम से दर्ज कर लिया।

-आश्चर्य की बात है कि अधिकारियों ने मंदिर के इतिहास की जानकारी तक नहीं ली।

-अधिकारी सिर्फ सरकारी कोरम पूरा करने के बाद चले गये।

-इसके बाद से ही मंदिर का नाम पाकिस्तानी मंदिर के नाम से दर्ज है।

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varanasi-templeमंत्री ने वीडीए की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए

-मंत्री शतरूद्र प्रकाश ने वीडीए की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए आपत्ति दर्ज कराई है।

-उन्होंने बताया कि 579 भवनों को नोटिस जारी की गई है।

-जिसमें 382 वें नंबर पर दर्ज शिवालय को भी नोटिस भेजी गई है।

-नोटिस में पाकिस्तानी मंदिर का नाम दर्ज है।

-मंत्री के आपत्ति जताने के बाद वीडीए के अधिकारी भी मंदिर के इतिहास से जुड़ी जानकारी के लिए फाइल खंगालने में जुट गये हैं।

-मंत्री की आपत्ति पर प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है।

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