×

कानपुर में दस हजार दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाया, 10 हजार और अपनाएंगे

sudhanshu
Published on: 21 Oct 2018 3:50 AM GMT
कानपुर में दस हजार दलितों ने बौद्ध धर्म अपनाया, 10 हजार और अपनाएंगे
X

कानपुर: विजय दशमी के मौके पर दलित हिन्दू समाज ने पहले रावण की पूजा की इसके बाद पूरे क्षेत्र में जुलूस निकाला। दस हजार दलितों ने पूरे विधि विधान के साथ सिर मुंडवा कर हिन्दू धर्म को त्याग कर बौध धर्म अपना लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन दलित पैंथर संस्था द्वारा विजय दशमी के मौके पर प्रत्‍येक वर्ष कराया जाता है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करने पहुंची बीजेपी सांसद सावित्री बाई फूले ने कहा कि देश के प्रधानमन्त्री हो या मुख्यमंत्री योगी हो, यदि भारत में रहना है तो बुद्ध का भारत कहना होगा।

दस हजार दलित हिंदुओं ने मुंडवाया सर

कानपुर देहात के पुखरायां में धम्म दीक्षा मेले के आयोजन हुआ। इस मेले का आयोजन भारतीय दलित समाज द्वारा आयोजन किया गया थाl जब पूरे देश में रावण के पुतले का दहन हो रहा था, तो इस मेले में रावण की पूजा आरती की जा रही थीl जिनका कहना था यह रावण नहीं तथागत है, इस रावण को मत फूंको। 10 हजार दलित हिन्दुओं ने सिर मुंडवा कर पूरे रीति रिवाज के से साथ बौध धर्म को अपनाया है।

इस मौके पर बीजेपी सांसद फूले बाई ने कहा कि मैं पूरे राष्ट्र को अशोक विजय दसमी की बधाई देना चाहती हूँ। मैं कहना चाहती हूँ कि तथाकथित गौतम बुध का भारत था ,अशोक सम्राट ने विजय दशमी के दिन बौध धर्म की दीक्षा ली थी l मै पूरे भारत को बुधमय भारत बनाना चाहती हूँ . जब बुध का भारत था तो देश में छुआ छूत नही थी l सभी को बराबर की जिन्दगी जीने का अधिकार था ,लेकिन कुछ मनुवादी व्यवस्था के लोगो ने जो इस देश के महापुरुष हुआ करते थे l जो रक्षा करने का काम करते थे उन्हें राक्षस कह कर अपमानित करने का काम किया गया है।

उन्होंने कहा कि मै उन मनुवादियों को बता देना चाहती हूँ कि बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने भारत के संविधान में सब को शिक्षा का अधिकार दे करके पूरे देश के बहुजन समाज के लोगो को इतिहास की जानकारी देदी l आज के दिन पूरे देश को दीक्षा लेनी चाहिए पूरे भारत को बुधमय भारत बनाना चाहिए l रावण हमारे महानायक थे और महानायक की जय बोलना चाहिए।

उन्होंने कहा तथागत गौतम बुध का भारत था ,बुध का भारत है और बुध का भारत रहेगा l हम पूरे भारत को बुधमय भारत बनाने का संकल्प ले चुके है और किसी माई के लाल में इतनी ताकत नही है कि बुधमय भारत बनाने से रोक सके l देश के प्रधानमन्त्री हो या मुख्यमंत्री हो यदि भारत में रहना है तो बुद्ध का भारत कहना होगा।

राष्ट्रीय दलित पैंथर के प्रदेश अध्यक्ष धनीराम पैंथर ने बताया कि हम सम्राट अशोक विजयदशमी के दिन ही बौद्ध धर्म अपनाया है ओर डॉ भीम राव अम्बेडकर ने भी विजयादशमी के दिन हुई 5 लाख नारियों के साथ बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी l उन्होंने कहा कि रावण नहीं तथागत है, उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मकान खाली होता है तो उसे गोमूत्र से शुद्ध किया जाता है l जिससे साफ जाहिर है कि अभी भी पूरी तरह से छुआछूत और भेदभाव का बोल बाला है उन्होंने कहा जब तक हिंदू धर्म रहेगा l तब तक दलित असाय और कमजोर वर्ग के लोगों पर जाति के नाम पर उत्पीड़न होता रहेगा l और जिस से आहत होकर वह हिंदू धर्म का त्याग कर 10000 लोग कानपुर देहात के पुखराया में बौद्ध धर्म अपनाएंगे।

sudhanshu

sudhanshu

Next Story