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राष्ट्रपति चुनाव में राम के सामने मीरा: यूपी विधानभवन में कड़ी सुरक्षा, क्रॉस वोटिंग की आशंका
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राष्ट्रपति पद के लिए सोमवार (17 जुलाई) को होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।
लखनऊ: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच राष्ट्रपति पद के लिए सोमवार (17 जुलाई) को होने वाले मतदान के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। यूपी विधानसभा में 12 जुलाई को विस्फोटक मिलने के बाद सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गए थे।
सुरक्षा तैयारी को लेकर यूपी विधानसभा में रविवार (16 जुलाई) को एटीएस द्वारा माॅक ड्रिल भी किया गया और सुरक्षा तैयारी का जायजा लिया गया। विधानभवन के तिलक हॉल में मतदान सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा।
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विधानभवन के चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अभी तक लोकसभा के ही सदस्य हैं जबकि दूसरे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा किसी सदन के सदस्य नहीं हैं।
इसके अलावा कुछ और सांसद भी यहां मतदान करेंगे। पूर्व सीएम अखिलेश यादव चूंकि विधानपरिषद के सदस्य हैं इसलिए वह मतदान नहीं कर सकेंगे।
यूपी विधानसभा के 403 सदस्य मतदान के हकदार
राष्ट्रपति का चुनाव 'इलेक्टोरल कॉलेज' द्वारा किया जाता है। राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के सदस्य मतदान करते हैं।
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यूपी विधानसभा के 403 सदस्य मतदान के हकदार होंगे। जिसमें बीजेपी और उनके सहयोगी दलों के सदस्यों की संख्या 325, समाजवादी पार्टी के सदस्यों की संख्या 47, बहुजन समाज पार्टी के सदस्यों की संख्या 19 और कांग्रेस के सात सदस्य हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल के एक और तीन निर्दलीय सदस्य हैं।
सांसदों के वोट के मूल्य के बाद यूपी विधानसभा सदस्यों का मूल्य सबसे ज्यादा है। सांसदों के एक वोट का मूल्य 708 है। जबकि यूपी के विधानसभा सदस्य के एक वोट का मूल्य 208 है।
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यूपी विधानसभा के सदस्यों का मूल्य 83 हजार 824 होता है। इसी तरह यूपी से लोकसभा के 80 सांसद हैं। जिसमें 73 बीजेपी और उनके सहयोगी दलों के हैं। सपा के पांच और कांग्रेस के दो सांसद यूपी से हैं।
कोविंद और मीरा कुमार के बीच सीधा मुकाबला
राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद और पूरे विपक्ष की प्रत्याशी मीरा कुमार के बीच सीधा मुकाबला है । रामनाथ कोविंद यूपी के ही हैं और उन्हें अपने गृह राज्य से सबसे ज्यादा वोट मिलने की पूरी उम्मीद है।
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रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार दोनों ही वोट की अपील करने यहां आ चुके हैं। विपक्ष की प्रत्याशी मीरा कुमार तो दो दिन पहले ही आईं और वोट की अपील के लिए पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मायावती से भी मुलाकात की। वहीं रामनाथ कोविंद ने अपने प्रचार की शुरूआत 25 जून को यूपी से ही की थी।
हालांकि सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस ने विपक्ष की प्रत्याशी को वोट देने का ऐलान किया है, लेकिन किसी तरह का व्हिप नहीं होने के कारण क्रॉस वोटिंग की आशंका बनी हुई है। सपा सांसद मुलायम सिंह यादव और उनके विधायक भाई शिवपाल सिंह यादव रामनाथ कोविंद को वोट देने की बात कह चुके हैं ।
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इस बीच मतदान पर विचार विमर्श के लिए सभी दलों ने रविवार को अपने विधायकों के साथ बैठक की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी और सहयोगी दलों को रात के खाने पर आमंत्रित किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद को मॉनिटर बनाया गया है।
पेन या पेंसिल ले जाने पर भी बैन
विधानसभा के प्रमुख सचिव और रिटर्निंग ऑफिसर प्रदीप कुमार दूबे ने newstrack.com और अपना भारत से कहा कि कल होने वाले मतदान के लिए पूरी व्यवस्था कर ली गई है। मतदान सुचारू रूप से हो इसके लिए विधायकों और सांसदों के अलग-अलग टेबल लगाए गए हैं। वोटों की गिनती के लिए बैलेट बॉक्स को दिल्ली भेज दिया जाएगा। जहां वोटों की गिनती 20 जुलाई को होगी।
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मतदान के लिए विशेष तरह के पेन का इस्तेमाल किया जा रहा है। सांसद और विधायक अपने साथ किसी तरह का पेन या पेंसिल अपने साथ मतदान केंद्र तक नहीं ले जा सकेंगे। जो सांसद राजधानी में वोट करेंगे उन्होंने निर्वाचन आयोग से विशेष अनुमति ली है।