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दुनिया का कोई देश हिंसा न होने की गारंटी नहीं ले सकता: राजनाथ सिंह

sudhanshu
Published on: 1 Sept 2018 2:43 PM IST
दुनिया का कोई देश हिंसा न होने की गारंटी नहीं ले सकता: राजनाथ सिंह
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लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को एक प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र के शिखर समागम में शिरकत करने राजधानी पहुंचे। वहां उन्‍होंने कई मुद्दों पर बात की। राजनाथ सिंह ने एससी-एसटी एक्ट पर हुई हिंसा पर बोलते हुए कहा कि दुनिया का कोई देश यह गारंटी नहीं ले सकता है कि हमारे देश में हिंसा होगी ही नहीं। रामायण काल में भी राम और रावण के बीच संघर्ष हुआ था। देश में इतनी विविधताएं हैं। यदि यहां कोई छोटी-मोटी हिंसा हुई तो यह चिंता का विषय है। पर सरकारें उसे नियंत्रित करती हैं। भारत जैसा देश दुनिया में कोई नहीं है। दुनिया में एक भी इस्लामिक कंट्री ऐसी नहीं है, जहां इस्लाम के सभी फिरके के लोग रहते हैं। पर भारत में इस्लाम के सभी फिरके के लोग रहते हैं। हम भाई—भाई हैं। सबको साथ लेकर चलना चाहते हैं।

वायलेंस को प्रमोट करने की नहीं है परमीशन

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर कहा कि जो अरेस्ट हुए हैं उनके पिछले रिकार्ड उठाकर देख लीजिए। इनमें से बहुत सारे लोग 2012 में अरेस्ट हुए थे। उस समय कमोबेश उन पर यही आरोप थे। जो इस समय है। किसी देश को तोड़ने की कोशिश करना साजिश करने से बड़ा अपराध कोई दूसरा नहीं हो सकता है। तथ्यों की वजह से ही महाराष्‍ट्र पुलिस ने कार्रवाई की। ज्योंहि कार्रवाई हुई, मैंने वहां के सीएम से बात की कि क्या तथ्य हैं, जिनके प्रकाश में यह कार्रवाई हुई। वायलेंस को प्रमोट करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

नक्‍सलवाद पर की कठोर कार्यवाही

नक्सलवाद पर राजनाथ ने कहा कि यह सच है कि सरकार ने नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की है। देश के 126 जिलों में हिंसा की घटनाएं होती थी। 2001 के बाद सात हजार की संख्या में सिविलियन और 2500 से अधिक सुरक्षा बलों की हत्याएं की है। चार साल में कार्रवाई के बाद यह नक्सलवाद सिर्फ 10 जिलों में सिमटकर रह गया है। अब वह दूसरा रास्ता अपना रहे हैं। वह शहरी क्षेत्रों में आकर लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।

पीएम प्रोटोकॉल तोड़कर गए थे पाक

राजनाथ सिंह ने कहा कि कश्मीर में 1980 से ही कश्मीर के हालात कमोबेश ऐसे ही हैं। कश्मीर के सारी समस्याओं का समाधान जल्द होगा। कश्मीर पुलिस के परिवार की किडनैपिंग हुई तो फोर्स ने इतना प्रेशर डेवलप किया कि परिवार के सभी सदस्य छूट कर आ गए। पड़ोसी देश कश्मीर की समस्या को लेकर देश को तोड़ने की साजिश करता रहता है। अटलजी ने खुद पड़ोसी देशों से रिश्ते बनाने के लिए बस से लाहौर तक चले गए। पीएम मोदी सारे प्रोटोकाल तोड़कर वहां के पीएम के व्यक्तिगत कार्यक्रम में हिस्सा लेने चले गए। वहां के पीएम ने कहा कि था कि आप आएंगे तो हमें अच्छा लगेगा। पाकिस्तानवासियों को अच्छा लगेगा।

राजनाथ सिंह ने कहा कि पाक के पीएम इमरान खान क्रिकेट खेलते रहे हैं। भगवान उनको शक्ति दे कि वह पड़ोसियों से अच्छे रिश्ते बनाकर रख सके।

राजनाथ सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में जनादेश जो प्राप्त होता है। उसका सम्मान करना होता है। कोई भी सियासी दल ऐसा नहीं था जो अपनी स्ट्रेंथ के आधार पर वहां सरकार बना सके। जो भी हमारी अपेक्षाएं थी जब दो तीन साल में पूरी नहीं हो पाए तो हम सरकार से बाहर आए।

कोई भी हिंदुस्‍तानी सिख नहीं है खालिस्‍तान प्रदर्शन का हिस्‍सा

खालिस्तान के मुददे पर कहा कि इंग्लैंड में 10 लाख से अधिक सिख भाई रहते हैं। प्रदर्शनकारियों ने पूरा जोर लगाया। पर प्रदर्शनकारियों की संख्या डेढ से दो हजार से ज्यादा नहीं हो पाया। खुशी की बात यह है कि हमारे हिंदुस्तान का एक भी सिख भाई ने उसमें हिस्सा नहीं लिया।

सुरक्षा की दृष्टि से यह देश संकट में है। माओवाद, नार्थ ईस्ट के उग्रवाद के मोर्चे पर हमने कामयाबी हासिल की है। कश्मीर के जवानों के परिवारों के अपहरणकर्ताओं को 20 घंटे के भीतर उन्हें छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है।

एनआरसी का काम सराहनीय

एनआरसी के मुददे पर कहा कि दुनिया के हर देश को चाहिए कि वह यह तो निश्चित करे कि हमारे देश में कितने स्वदेशी और कितने विदेशी है। पहली बार हमारी सरकार ने यह काम किया। हमारी सरकार की तो पीठ थपथपानी चाहिए। 40 लाख लोग एनआरसी से बाहर हुए। पर हिंसा की एक भी घटना नहीं हुई। इसे कहते हैं सरकार।

इसके अलावा उन्‍होंने कहा कि पहले भी जाति के आधार पर जनगणना हुई है। लाभ जिसको मिलता है ठीक तरह से मिल सके। इसलिए सरकार को यह जानकारी होनी चाहिए कि किस जाति के कितने लोग देश में रहते हैं।

एनडीए का बिखराव परिवार की मामूली खट-पट

एनडीए में विखराव पर कहा कि यह परिवार में हो जाता है। परिवार में चोंच में चोंच मारते हैं। दस चिड़िया भी जुटती हैं तो वह कहती है कि दाना चुगले वह नहीं चुगने पाए। पूरा विश्वास है कि शिवसेना साथ आएगी। लोग ऐसी चोंच नहीं मारेंगी की कोई घायल हो जाए।

विपक्ष की एकजुटता के सवाल पर कहा कि देश की जनता फैसला करेगी। सरकार ने देश की जनता की अपेक्षाओं को पहचाना है। उसे पूरा करने के लिए सरकार प्रयत्नशील है। विकासशील देश के रूप में भारत की पहचान बने।

भारतीय अर्थव्‍यवसथा कर रही विकास

दुनिया में सबसे तेजी से बढने वाली अर्थव्यवस्था भारत की है। कृषि की विकास दर 5.1 हुआ। इंदिराजी ने बैंको का राष्ट्रीयकरण किया। पर 30 से 32 करोड़ जनसंख्या का इसका कोई वास्ता नहीं रहा। पीएम मोदी के कार्यकाल में 32 करोड़ खाते खुले। अब आम लोग पोस्ट आफिस में पैसा डाल सकता है और निकाल सकता है।

इससे खस्ता होते हुए बैंक और बुरी हालत में चले जाएंगे। इस सवाल पर राजनाथ ने कहा कि यह तब होगा जब देश के आम लोगों की हालत दिन ब दिन बिगड़ती चली जाएगी। पर जब कोई बैंक से कर्ज लेता है। मुनाफा कमाता है उन्हें वापस करता है। तो बैंक का मुनाफा करता है।

इंटरनेशल परिस्थितियों ने बनाया डॉलर को मजबूत

इंटरनेशनल परिस्थितयों की वजह से डालर मजबूत हुआ। रूपया कमजोर हुआ है। टर्की की करेंसी लीरा में गिरावट की वजह से इमर्जिंग मार्केट में गिरावट आई है। हम अपना एक्सपोर्ट बढाएंगे। कांग्रेस सरकार में क्रूड आयल की कीमत मार्केट में बढी थी। तब बाहर के इन्वेस्टर्स ने देश में निवेश करना बंद कर दिया था। अब भी वही स्थितियां है। पर निवेशक देश में निवेश कर रहे हैं। यह सबसे बड़ी बात है।

एक देश- एक चुनाव के पक्ष में राजनाथ

एक देश, एक चुनाव पर राजनाथ ने कहा कि यह संभव हो जाए तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता। नहीं हो सकता तो असेम्बली और लोकसभा के चुनाव एक साथ हो जाए और ग्राम पंचायत और लोकल बाडीज की चुनाव एक साथ हो जाए। इसके लिए संविधान में संशोधन की आवश्यक्ता होगी। अन्य राजनीतिक दलों को भी देश हित को ध्यान में रखते हुए हम लोगों की इस कदम का समर्थन करना चाहिए। बहुत सी पार्टियां नहीं कर रही हैं।

मॉब लिंचिंग रोकने को करेंगे कानूनी संशोधन

माब लिंचिंग पर राजनाथ ने कहा कि इसकी सबसे बड़ी घटना 1984 में हुई है। माब लिंचिंग की घटना को लेकर एक कमेटी बनाई है। परसों कमेटी ने माब लिंचिंग रोकने के उपाय की रिपोर्ट पेश की है। कानून में संशोधन करना पड़ा तो करेंगे।

सोशल मीडिया की वजह से नहीं बनी सरकार

सोशल मीडिया पर राजनाथ ने कहा कि उस समय सोशल मीडिया नया नया शुरू हुआ था। ऐसा नहीं कि सोशल मीडिया की वजह से हमारी सरकार बन गई। हमारे पीएम ने गुजरात में जो काम किया था। उस वजह से वह लोकप्रिय थे। उस समय कांग्रेस की दस साल से सरकार थी। लोगों की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरी। हमसे अपेक्षा की। फेंक न्यूज को रोकना सरकार की जिम्मेदारी बनती है। अश्लील चीजें जो बच्चों को नहीं देखना चाहिए। इस चीज को हमारी सरकार रोकेगी।

एससी/एसटी कानून पर कहा कि किसी का उत्पीड़न किसी भी सूरत में नहीं होने पाएगा। इस मामले को तूल नहीं देना चाहिए। यह कोई नया एक्ट नहीं बना है। दुरूपयोग होगा तो राज्य सरकारें इसका संज्ञान लेगी। हम यह निश्चित करेंगे कि इसका दुरूपयोग नहीं होने पाए। लाएंड आर्डर स्टेट का विषय है। पर क्या राज्य की सरकार वहां किसी को अत्याचार करने देगी।

इसकी वजह से वोट बैंक के छिटकने के सवाल पर कहा कि कोई नहीं छिटकेगा। लोग राजनीतिक रूप से समृद्ध है। लोगों को भरोसा है कि मोदी सरकार ऐसा काम करेगी कि देश मजबूत हो जाए।



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