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B'Anniv: जब लोहिया ने किया होली मनाने से इनकार, देखिए रेयर फोटो-पोस्टर
Raj Kumar
लखनऊ: समाजवादी चिंतक डॉ. राम मनोहर लोहिया का बुधवार (23 मार्च) को जन्मदिन है। संयोगवश इसी दिन होली का पर्व भी मनाया जा रहा है। ऐसे में newztrack.com आपको डॉ. लोहिया का होली से जुड़ा एक रोचक प्रसंग बता रहा है, जिसमें समाज के पिछड़े लोगों के प्रति डॉ लोहिया की चिंता साफ झलकती है।
डॉ. लोहिया ने अपनी एक मित्र ईला को मार्च 1963 में लिखे पत्र में होली मनाने से इनकार कर दिया था। पत्र में डॉ. लोहिया ने समाज के हालात पर दुख जताते हुए कहा है कि वह इसको लेकर चिंतित हैं। इसलिए उनका मन होली मनाने से इनकार कर रहा है।
डॉ. लोहिया के लेटर्स को रोमा मित्र ने किया संकलन, दिया पुस्तक का रूप
इस घटना के बारे में जानकारी रोमा मित्र के नाम से छपी एक किताब में मिलती है। इसमें रोमा मित्र के परिचय का उल्लेख नहीं किया गया है, बल्कि रोमा मित्र टाइटल के नाम से ही किताब पब्लिश की गई है।
भारतीय समाजवादी पार्टी में 1954 में पड़ी थी फूट
आपको बता दें कि भारतीय समाजवादी पार्टी के 1954 में दो हिस्से हो गए थे। फिर प्रजा सोशलिस्ट पार्टी (पीएसपी) और सोशलिस्ट पार्टी (एसपी) बनीं। एक से डॉ. लोहिया जुड़े रहे, जबकि दूसरे से जय प्रकाश नारायण।
लोहिया और जयप्रकाश में चार साल तक चला पत्राचार
इन दोनों पार्टियों को एक करने के लिए डॉ. लोहिया और जय प्रकाश नारायण के बीच 1954 से 1957 के बीच पत्राचार हुआ पर बात नहीं बनी। लगभग 20 बरस तक जय प्रकाश नारायण और डॉ. लोहिया राजनीतिक सहयोगी रहें। पर राजनीतिक दलों को एक नहीं कर सके।
ये तीन शर्तें, जिनसे लोहिया ने नहीं किया कोई समझौता
-पीएसपी और एसपी को एक करने के लिए डॉ. लोहिया ने तीन शर्तें रखी थीं, जिस पर उन्होंने कभी कोई समझौता नहीं किया।
1. कांग्रेस या कम्युनिस्टों से कोई समझौता नहीं।
2.संपूर्ण आंतरिक प्रजातंत्र।
3.पार्टी का अनुशासित कर्म।
इन्हीं सवालों को लेकर डॉ. लोहिया ने पीएसपी छोड़ी थी।