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HC के आदेश के बाद खाली हुआ रेड लाइट एरिया, यहीं हुआ था नेहरू का जन्म
इलाहाबाद: रेड लाइट एरिया में बदल चुकी देश के पहले पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू की जन्मस्थली चौक के मीरगंज को खाली करा लिया गया है। हाईकोर्ट के फैसले के बाद डीएम और एसएसपी ने छापेमारी कर 75 से ज्यादा नगरवधुओं 2 संचालिकाओं और एक दर्जन से ज्यादा पुरुषों को हिरासत में लिया है।
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कार्यवाही के बाद घरों को सील किया गया
-इस पूरी कार्यवाही को अंजाम देने के लिए एक महीने से काम चल रहा था और इसको नाम दिया गया "ऑपरेशन फ्रीडम"।
-इस इलाके में जहां भी जिस्मफरोशी का काम चल रहा था उन घरों को सील कर दिया गया है।
-छापेमारी में कुछ संदिग्ध सामान भी बरामद किया गया है।
-सालों से चल रहे इस धंधे को बंद करने के लिए प्रशासन ने पूरे जिले की फोर्स लगा दी थी।
-रविवार शाम 3 बजे डीएम और एसएसपी ने छापेमारी की कार्यवाही शुरू की जो देर रात तक चलती रही।
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कार्यवाही में रहे ये लोग
अपर जिला मजिस्ट्रेट, नगर सिटी मजिस्ट्रेट, 5 मजिस्ट्रेट लगाए गए थे इसके अलावा पुलिस के कई थानों की फोर्स में 31 थाना प्रभारी ,15 महिला उपनिरीक्षक ,300 कॉन्सटेबल 150 महिला कॉन्सटेबल एसपी सिटी क्षेत्राधिकारी के अलावा कई अन्य लोग मौजूद थे।
क्या है मामला
-शहर के बीचों बीच इस रेड लाइट को हटाने के लिए लंबे समय से आंदोलन चल रहा था इलाहबाद हाई कोर्ट में समाजसेवी सुनील चौधरी ने एक याचिका दाखिल की थी।
-इसमें कहा गया था कि जिस जगह पर ऐसा काम चल रहा है वहां पर देश के महान नेता पंडित नेहरू का जन्म हुआ था।
-वहां पर एक सरकारी स्कूल है जहां पर बच्चों की संख्या लगातार कम होती जा रही है क्योंकि पैरेंट्स ऐसी जगह पर अपने बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहते है।
-याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहबाद हाई कोर्ट ने जिला प्रसाशन को उस जगह को मुक्त कराने का आदेश दिया था
कोर्ट ने ये भी कहा था की उस जगह पर तीन हफ़्तों में पंडित नेहरू की मूर्ति लगवाएं।
एसएसपी के एस इमैनुएल ने क्या कहा
इस पूरी कार्यवाही को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया और इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बाल को भी बुलाया गया जिसमे महिला पुलिस की भी कई टीमें लगाई गईं। जिन सेक्स वर्करों को वहां से निकाला गया है उनका मेडिकल परीक्षण कराकर उनको नारी निकेतन भेजा जाएगा और पकड़ी गई संचालिकाओं और पुरुषों का चालान कराकर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी और बाद में यहां पर ऐसा कोई काम न हो इसके लिए लगातार अभियान चलाया जाएगा।